नई दिल्ली, 12 मार्च: पाकिस्तान में आतंकवाद की एक और भयावह घटना सामने आई है। मंगलवार को बलूच अलगाववादियों ने जाफर एक्सप्रेस पर हमला कर दिया, जिसमें 400 से अधिक यात्री सवार थे। इस हमले में ट्रेन चालक घायल हो गया, जिससे पूरे ट्रेन में दहशत फैल गई।
क्या है पूरा मामला?
यह हमला पाकिस्तान के दक्षिण-पश्चिमी प्रांत बलूचिस्तान में हुआ, जब जाफर एक्सप्रेस क्वेटा से पेशावर की ओर जा रही थी। रिपोर्ट्स के अनुसार, उग्रवादियों ने ट्रेन पर गोलियां बरसाईं, जिससे भारी अफरा-तफरी मच गई।
BLA ने ली हमले की जिम्मेदारी
इस हमले की ज़िम्मेदारी बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) ने ली है। BLA, एक उग्रवादी अलगाववादी संगठन है जो बलूचिस्तान की स्वतंत्रता की मांग कर रहा है। संगठन ने दावा किया कि उन्होंने ट्रेन से कई लोगों को बंधक बना लिया है, जिनमें सुरक्षा बलों के जवान भी शामिल हैं।
स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इस हमले में छह सैन्यकर्मियों की मौत हो चुकी है और सैकड़ों यात्री बंधक बनाए गए हैं। BLA ने चेतावनी दी है कि अगर पाकिस्तान सरकार ने बचाव अभियान चलाने की कोशिश की, तो वे सभी बंधकों को मार देंगे।
पाकिस्तानी सुरक्षा बलों की प्रतिक्रिया
घटना के बाद, पाकिस्तानी सेना और अर्धसैनिक बलों को इलाके में तैनात कर दिया गया है। बलूचिस्तान सरकार ने पूरे क्षेत्र में आपातकाल लागू कर दिया है और सभी सरकारी एजेंसियों को सतर्क रहने के निर्देश दिए हैं।
बलूचिस्तान सरकार के प्रवक्ता शाहिद रिंद ने मीडिया को बताया कि यह एक सुनियोजित आतंकवादी हमला हो सकता है, जिसे गंभीरता से लिया जा रहा है।
बलूचिस्तान में हिंसा क्यों बढ़ रही है?
बलूचिस्तान पाकिस्तान का सबसे अधिक प्राकृतिक संसाधनों से समृद्ध प्रांत है, लेकिन यहां दशकों से अशांति बनी हुई है। अलगाववादी संगठन लंबे समय से स्वतंत्रता या अधिक स्वायत्तता की मांग कर रहे हैं।
BLA जैसे संगठन पाकिस्तान सरकार पर आरोप लगाते हैं कि वह बलूचिस्तान के गैस, खनिज और अन्य संसाधनों का शोषण कर रही है, जबकि स्थानीय नागरिकों को उनका लाभ नहीं मिलता। इस असंतोष के कारण ही बलूच अलगाववादी संगठन बार-बार आतंकी हमले और अपहरण जैसी घटनाओं को अंजाम देते हैं।
अंतरराष्ट्रीय समुदाय की प्रतिक्रिया
इस घटना पर अभी तक किसी भी अंतरराष्ट्रीय संगठन या देश की आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। हालांकि, पाकिस्तान में बढ़ती हिंसा और आतंकवादी गतिविधियां पूरे दक्षिण एशिया के लिए एक गंभीर सुरक्षा चुनौती बनती जा रही हैं।
निष्कर्ष
बलूचिस्तान में आतंकवादी गतिविधियों का बढ़ना पाकिस्तान सरकार के लिए एक बड़ी चुनौती है। इस ताज़ा हमले ने यह दिखा दिया है कि सुरक्षा उपायों के बावजूद देश में आतंकवाद पर पूरी तरह से नियंत्रण नहीं हो पाया है।
अब यह देखना होगा कि पाकिस्तानी सेना बंधकों को सुरक्षित निकालने में सफल होती है या नहीं। साथ ही, यह हमला पाकिस्तान के आंतरिक सुरक्षा तंत्र और बलूचिस्तान की राजनीति पर क्या असर डालेगा, इस पर भी दुनिया की नजर बनी रहेगी।