ऑस्ट्रेलिया की राजनीति में एक बड़ा मोड़ आता दिख रहा है। वामपंथी विचारधारा वाली प्रधानमंत्री एंथनी अल्बानीज की लेबर पार्टी को देश के आम चुनाव में महत्वपूर्ण बढ़त मिलती नजर आ रही है। समाचार एजेंसी एएफपी ने मीडिया रिपोर्ट्स के हवाले से इस संभावना की पुष्टि की है। यह चुनाव न केवल राजनीतिक भविष्य की दिशा तय करेगा, बल्कि देश की सामाजिक-आर्थिक नीतियों पर भी गहरा प्रभाव डालेगा।
पूर्वी राज्यों में मतदान समाप्त, परिणामों की उलटी गिनती शुरू
देश के प्रमुख और जनसंख्या में अग्रणी पूर्वी राज्य—सिडनी, मेलबर्न, और ब्रिस्बेन—में मतदान समाप्त हो चुका है। अब केवल दो घंटे का समय बाकी है जब अंतिम वोटिंग प्रक्रिया भी पूरी हो जाएगी। इसके बाद मतदान केंद्रों से नतीजों की शुरुआती रिपोर्ट्स आनी शुरू हो जाएंगी। अनुमान है कि मतदान समाप्ति के दो घंटे के भीतर ही शुरुआती रुझान सामने आने लगेंगे।
ओपिनियन पोल्स: लेबर पार्टी को मामूली लेकिन निर्णायक बढ़त
हालिया ओपिनियन पोल्स के मुताबिक, अल्बानीज की लेबर पार्टी को कंजरवेटिव गठबंधन पर मामूली बढ़त हासिल है। यह बढ़त भले ही सीमित हो, लेकिन सत्ता बनाए रखने के लिए पर्याप्त मानी जा रही है। पीएम अल्बानीज ने इस बार अपनी छवि एक स्थिर, दूरदर्शी और सामाजिक रूप से उत्तरदायी नेता की तरह प्रस्तुत की, जिसने मतदाताओं को खासा प्रभावित किया।
विपक्षी नेता पीटर डटन की रणनीतिक चूक
विपक्ष के नेता पीटर डटन को इस चुनाव में कड़ी आलोचनाओं का सामना करना पड़ा। विश्लेषकों का कहना है कि डटन की नीतियों में असंगतता और उनका डोनाल्ड ट्रंप के साथ वैचारिक साम्य उनके लिए राजनीतिक नुकसान का कारण बन गया। रॉयटर्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, डटन की यह छवि युवा और मध्यमवर्गीय मतदाताओं के बीच अविश्वास का कारण बनी।
ऑस्ट्रेलियन ब्रॉडकास्टिंग कॉर्पोरेशन (ABC) ने एक चौंकाने वाली बात कही है—डटन अपनी संसदीय सीट तक गंवा सकते हैं। यदि यह भविष्यवाणी सही साबित होती है, तो यह विपक्ष के लिए बहुत बड़ी हार होगी और डटन के राजनीतिक करियर पर सवालिया निशान लग सकता है।
चुनावी अभियान की रणनीति: अल्बानीज बनाम डटन
एंथनी अल्बानीज ने अपने चुनावी अभियान में पर्यावरणीय जागरूकता, स्वास्थ्य सेवाओं की मजबूती, और शिक्षा सुधार को मुख्य एजेंडा बनाया। उन्होंने देश को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर और सामाजिक रूप से समावेशी बनाने का वादा किया। वहीं, डटन की टीम ने सीमा सुरक्षा, कर कटौती और पारंपरिक मूल्यों पर ज़ोर दिया—लेकिन यह रुझान जनसाधारण को लुभाने में नाकाम रहा।
निष्कर्ष
ऑस्ट्रेलिया एक बार फिर राजनीतिक बदलाव की ओर अग्रसर है। अगर रुझान नतीजों में बदलते हैं, तो यह अल्बानीज के लिए न केवल एक व्यक्तिगत विजय होगी, बल्कि लेबर पार्टी की विचारधारा को देश की मुख्यधारा में स्थापित करने का संकेत भी मानी जाएगी। वहीं, पीटर डटन की संभावित हार विपक्षी राजनीति के लिए आत्ममंथन का समय लेकर आएगी।
आने वाले घंटों में यह तय हो जाएगा कि क्या ऑस्ट्रेलिया की जनता ने स्थायित्व और सामाजिक समावेशन के पक्ष में वोट किया है या फिर बदलाव के लिए कोई नया मार्ग चुना है।