ऐतिहासिक अमरावती को मिला नया जीवन
प्राचीन सातवाहन साम्राज्य की राजधानी और बौद्ध धरोहरों से समृद्ध अमरावती एक बार फिर राष्ट्रीय फोकस में आ चुकी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 26 अप्रैल को यहां ₹58,000 करोड़ की परियोजनाओं की आधारशिला रखी, जिससे यह क्षेत्र भविष्य की एक विश्वस्तरीय राजधानी बनने की ओर अग्रसर हो गया है।
आंध्र प्रदेश के बंटवारे के बाद अमरावती का उदय
2014 में तेलंगाना के गठन के बाद जब हैदराबाद नई राज्य की राजधानी बन गई, तब आंध्र प्रदेश को एक नई राजधानी की आवश्यकता पड़ी। तब मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने अमरावती को एक हरित, तकनीकी और सांस्कृतिक केंद्र के रूप में विकसित करने की नींव रखी।
उन्होंने 29 गांवों के करीब 30,000 किसानों से 33,000 एकड़ उपजाऊ भूमि एकत्र की। बदले में उन्हें विकसित भूखंड, वित्तीय सहयोग और दीर्घकालिक समृद्धि का आश्वासन दिया गया।
परियोजना में आई रुकावट और राजनीतिक मोड़
2019 में सत्ता परिवर्तन के साथ वाईएसआर कांग्रेस पार्टी ने तीन राजधानी योजना प्रस्तावित की, जिससे अमरावती की दिशा बदल गई। न्यायिक लड़ाइयों, किसानों के विरोध और अधूरी पड़ी संरचनाओं के चलते विकास ठप हो गया।
पुनः वापसी: 2024 में चंद्रबाबू नायडू की सत्ता में वापसी
चंद्रबाबू नायडू ने एनडीए के समर्थन से 2024 में सत्ता में लौटकर अमरावती को फिर से मुख्यधारा में लाया। उन्होंने अपनी चुनावी रैलियों में वादा किया कि किसानों के त्याग का सम्मान होगा और विकास में कोई समझौता नहीं किया जाएगा।
राज्य सरकार ने ऐलान किया कि सभी 29 गांवों का समावेशी विकास होगा और नई योजनाओं के लिए 40,000 एकड़ अतिरिक्त भूमि अधिग्रहण की योजना है।
पीएम मोदी की घोषणाएं और बुनियादी ढांचे का विस्तार
प्रधानमंत्री मोदी ने अमरावती में ₹49,000 करोड़ की 74 प्रमुख आधारभूत संरचना परियोजनाओं का उद्घाटन किया, जिनमें विधानसभा, सचिवालय, उच्च न्यायालय और न्यायिक अधिकारियों के आवास शामिल हैं।
उन्होंने कहा कि यह कदम आंध्र प्रदेश को एक आधुनिक राजधानी और वैश्विक निवेश केंद्र में बदल देगा।
भविष्य की झलक: अमरावती एक मेगासिटी के रूप में
सरकार का लक्ष्य है कि अमरावती को विजयवाड़ा, गुंटूर, ताडेपल्ली और मंगलगिरि जैसे नगरों से जोड़कर एक मेगासिटी के रूप में विकसित किया जाए। परियोजनाओं में आधुनिक रेलवे नेटवर्क, रिंग रोड्स और अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा शामिल हैं।
निष्कर्ष: एक स्वप्न जो फिर से साकार हो रहा है
पीएम मोदी द्वारा रखी गई यह आधारशिला अमरावती को एक वैश्विक राजधानी में रूपांतरित करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है। यह न केवल ऐतिहासिक विरासत को पुनर्जीवित करता है, बल्कि एक समावेशी और समृद्ध आंध्र प्रदेश की नींव भी रखता है।