अब जबकि यह निश्चित हो ही गया है कि युद्ध होकर ही रहने वाला है तो ऐसे में हम नागरिकों के कर्तव्य युद्ध के बीच में क्या होने वाले हैं? हम क्या ऐसा करें जिससे हमारे देश, हमारी सेना और हमारे अपनों का मनोबल ऊंचा रहे आईए जानते हैं।
क्या जरूरी है युद्ध?
हम सब यही सोच रहे हैं क्या युद्ध होना जरूरी है, क्या इसे टाला नहीं जा सकता था और इसका जवाब भी हम सब जानते हैं कि भारत वर्षों से आतंकवाद का दंश झेल रहा है मुंबई ब्लास्ट में 160 भारतीयों की जान जाने के बाद भी हमने कभी भी युद्ध नहीं चाहा और अभी भी हम युद्ध नहीं चाह रहे। हम सिर्फ बचाव कर रहे हैं। हम चाहते हैं आतंकवाद का सामना डटकर करना और जो देश आतंकवाद का पोषण कर रहा है उसे अपने घुटनों पर लाना ताकि वह आतंकवाद को पोषित करना बंद करें
इसलिए हम सबके भविष्य के लिए आज यह कदम सर्वथा उचित है। हममें से कोई भी नहीं चाहता की कोई भी निरपराध मरे चाहे वह हमारे हो या उनके। लेकिन अब उन्हें भी यह समझना होगा और उनकी आवाम को भी अब यह समझना होगा कि गलत का साथ देना भी गलत ही होता है। उन्हें समझना होगा कि अब बहुत हो चुकी है। आतंकवाद का नस्तर सिर्फ हमें ही नहीं चुभ रहा उनके देश को भी आतंकवाद धीरे-धीरे खत्म कर रहा है उन्हें अपने देश से उन आतंकवादियों को बाहर निकलना होगा।
खुद को ना करें पैनिक
मुश्किल की घड़ी है सीमा पर युद्ध चल रहा है ऐसे में हमें खुद पैनिक नहीं होना है। हममे से अधिकतरलोग लगातार टीवी चैनल बदल बदल कर देख रहे हैं और खुद को पैनिक कर रहे हैं। यह समय खुद को शांत रखने का है। ना खुद पैनिक हो ना दूसरों को पैनिक करें।
अपनी डेली नीड्स की चीजों को कर ले स्टोर
पैसे तो इसकी आवश्यकता नहीं पड़ेगी फिर भी दाल चावल आटा आलू तेल जरूर की चीजों को एक महीने के हिसाब से स्टोर करके रख ले। इतना भी ज्यादा स्टोर ना करें की महंगाई बढ़ जाए या कालाबाजारी शुरू हो जाए।
पैसे सोच समझ कर खर्च करें
युद्ध होता है तो महंगाई अपने आप ही बढ़ जाती है ऐसे में सरकार को युद्ध के लिए दोषी ठहराने की जगह खुद थोड़ा संयम में रहने की आदत डालें। थोड़ा सोच समझ कर खर्च करें।
घूमना थोड़े समय के लिए टाल दे
अगर आप आउट ऑफ स्टेशन या आउट ऑफ़ कंट्री जाने का प्रोग्राम बना चुके हैं तो उस प्रोग्राम को कुछ समय के लिए पोस्टपोन कर दे।
सरकार द्वारा जारी किए जा रहे दिशा निर्देशों का पालन करें
सरकार ने जो भी गाइडलाइन दी है उसका पालन करें। विपरीत परिस्थितियों में भी संयम बनाकर रखें। मॉक ड्रिल के समय जो भी करने को कहा जा रहा है उसे सावधानीपूर्वक करें। सरकार की गतिविधियों को सोशल मीडिया पर शेयर ना करें।
सकारात्मक रहे
हमारा काम खुद को अपने परिवार को सकारात्मक रखना है जिससे हम खुद भी सकारात्मक रहे और सीमा पर लड़ रहे योद्धाओं के लिए साहस, शक्ति और उत्साह की कामना कर सके। ईश्वर से रोज सुबह और रात को सोने से पहले अपने देश की रक्षा करने वाली वीर सैनिकों के लिए प्रार्थना करें कि वह सकुशल और विजयी होकर फिर से एक बार अपने परिवार के साथ हों।
सोशल मीडिया पर ना करें कुछ भड़काऊ पोस्ट
हमारा दुश्मन पाकिस्तान नहीं है हमारा दुश्मन है वे आतंकवादी जो हमें हमारे ही घर में आकर हमारे ही अपनों के बीच में हमें मारकर जा रहे हैं और हमारे अपनों और हमारे बीच में एक गहरी खाई खोद रहे हैं। इस समय जब पूरा देश एक साथ है तो कुछ भी कुछ ऐसा पोस्ट नहीं ही करना है जिससे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हमारी छवि धूमिल हो। हमारे देश की छवि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सुधारने के लिए हम सबको विशेष प्रयास करने की आवश्यकता है।
क्योंकि पाकिस्तान और पाकिस्तान के निवासी केवल अपने देश में ही नहीं बल्कि सोशल मीडिया के जरिए विश्व भर में भारत के और भारत की मीडिया के खिलाफ दुष्प्रचार कर रहे हैं ऐसे में हमें उनके दुष्प्रचार का जवाब संयमित भाषा में और सबूतों के साथ देना है।