पाकिस्तान ने भारत पर उसके तीन सैन्य अड्डों को निशाना बनाने का आरोप लगाया है और इसके जवाब में ‘ऑपरेशन बुनयान उल मारसूस’ नामक प्रतिशोधी हमले शुरू कर दिए हैं। इस ऑपरेशन का नाम अरबी में ‘सीसे की दीवार’ का प्रतीक है।
पाकिस्तानी सैन्य प्रवक्ता अहमद शरीफ चौधरी ने बताया कि भारत ने शनिवार सुबह नूर खान, मुरिद और शोरकोट – पाकिस्तान के तीन महत्वपूर्ण सैन्य अड्डों पर लड़ाकू विमानों से छह सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइलें दागीं। इनमें से अधिकांश मिसाइलें पाकिस्तानी वायु रक्षा प्रणाली ने नष्ट कर दीं।
इसके तुरंत बाद, पाकिस्तान ने भारत के खिलाफ प्रतिशोधी हमले शुरू कर दिए। पाकिस्तान ने दावा किया कि उसने पठानकोट सैन्य हवाई क्षेत्र, ब्रह्मोस मिसाइल भंडार स्थल और उधमपुर वायुसेना अड्डे पर निशाना साधा। सभी स्थलों के आसपास धमाकों और एंटी-एयरक्राफ्ट तोपों की गड़गड़ाहट सुनाई दी।
नागरिक सुरक्षा के विशेष उपाय
पाकिस्तान के योजना मंत्री अहसान इकबाल ने बताया कि नागरिक ठिकानों को निशाना न बनाने के विशेष उपाय किए गए हैं। उन्होंने कहा, ‘हम नहीं चाहते कि परमाणु संघर्ष की सीमा पार हो।’ वहीं, पंजाब, हरियाणा और जम्मू-कश्मीर के विभिन्न शहरों में रेड अलर्ट जारी कर दिया गया है।
भारतीय सेना का बयान
भारतीय रक्षा मंत्रालय ने कहा कि भारतीय सशस्त्र बल पूरी तरह से सतर्क हैं और किसी भी हवाई खतरे का मुकाबला कर रहे हैं। सेना ने बताया कि पंजाब के अमृतसर में कई दुश्मन ड्रोन देखे गए जिन्हें तुरंत नष्ट कर दिया गया।
रावलपिंडी में तनाव
भारत द्वारा लक्षित सैन्य अड्डों में रावलपिंडी स्थित नूर खान वायुसेना अड्डा भी शामिल था। हमले के बाद पाकिस्तान ने अपना हवाई क्षेत्र बंद कर दिया। सोशल मीडिया पर वीडियो में नूर खान अड्डे से आग और धुआं उठता दिखा।
संघर्ष का नया चरण
भारत-पाकिस्तान के इस नए टकराव ने दशकों पुराने संघर्ष को एक नई ऊंचाई पर पहुंचा दिया है। भारत ने बुधवार को पाकिस्तान में नौ स्थानों पर मिसाइल हमले किए थे जिसमें 31 लोग मारे गए थे। ये हमले भारतीय कश्मीर में हुए आतंकी हमले का प्रतिशोध थे।
ड्रोन युद्ध का विस्तार
शुक्रवार रात पाकिस्तान ने पंजाब और कश्मीर में 26 स्थानों पर ड्रोन हमले किए। भारत ने दावा किया कि उसने अधिकतर ड्रोन को नष्ट कर दिया है, जबकि कुछ स्थानों पर तीन लोग घायल हुए। भारतीय सेना ने बताया कि पाकिस्तान ने 400 ड्रोन से हमले किए।
शांति की अपील
अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने दोनों देशों से तनाव कम करने की अपील की। उन्होंने पाकिस्तान के सेना प्रमुख और भारत के विदेश मंत्री से बात की और कहा कि अमेरिका विवाद को सुलझाने में मदद के लिए तैयार है।
विशेषज्ञ मानते हैं कि दोनों परमाणु संपन्न देशों के बीच ड्रोन युद्ध का यह नया अध्याय क्षेत्रीय स्थिरता के लिए खतरनाक है।