Thursday, May 22, 2025
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भारत और ब्रिटेन के बीच फ्री ट्रेड पर बनी सहमति, आज पाकिस्तान को मिला आईएफ से एक अरब डॉलर का कर्ज़ भारत ने कहा आतंकवाद को फंडिंग करना खतरनाक

भारत और ब्रिट्रेन के बीच एक ऐतिहासिक समझौता हुआ है। दोनों देश फ्री ट्रेड एग्रीमेंट के लिए राजी हो गए हैं। भारत के प्रधानमंत्री ने इसे एक ऐतिहासिक उपलब्धि बताया है। उनका कहना है कि भारत व ब्रिटेन ने महत्वाकांक्षी और पारस्परिक रूप से लाभकारी फ्री ट्रेड एग्रीमेंट को सफलतापूर्वक हासिल किया है

पाकिस्तान को मिला आईएफ  से 1.4बिलियन डॉलर (12 हजार करोड़) का लोन भारत ने बयान जारी करके कहा सीमा पार आतंकवाद को लगातार स्पॉन्सरशिप देना ग्लोबल कम्युनिटी को खतरनाक संकेत देता है

 यह IMF जैसेइंटरनेशनल फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशन और डोनर्स की प्रतिष्ठा को जोखिम में डालता है और वैश्विक मूल्यों का मजाक उड़ाता है हमारी चिंता यह है कि आईएमएफ जैसे इंटरनेशनल फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशन से आने वाले फंड का दुरुपयोग पाकिस्तान अपने सैन्य और राज्य प्रायोजित सीमा पार आतंकवादी उद्देश्यों के लिए कर सकता है।

क्या है यह फ्री ट्रेड एग्रीमेंट 

मंगलवार 6 मईकोदोनों देशों द्वारा एक फ्री ट्रेड एग्रीमेंट पर हस्ताक्षर किए गए ‌इस मुक्त व्यापार समझौते से भारतीय एक्सपोर्ट पर लगने वाला शुल्क कम होगा। इस समझौते का उद्देश्य 2030 तक दोनों देशों के बीच व्यापार को इस समय होने वाले व्यापार से दुगना करना है इस समय दोनों देशों के बीच60 अरब अमेरिकी डॉलर का व्यापार हो रहा है जिसे दुगना करके 120 अरब अमेरिकी डॉलर तक पहुंचाना है।

क्या होगा फ्री ट्रेड एग्रीमेंट से?

भारत व ब्रिटेन के बीच एक फ्री ट्रेड एग्रीमेंट हुआ है इस।फ्री ट्रेड एग्रीमेंट के तहत गाड़ियों के आयात निर्यात पर टैक्स कम होगा। भारतीयों को विदेशी कारें, व्हिस्की सस्ती कीमतों पर मिलेगी। इस फ्री ट्रेड डील के अंतर्गत 99% चीजों पर लगने वाला टैक्स अब बंद हो जाएगा। भारत को इस ट्रेड डील से 100% का फायदा होगा इस ट्रेड डील से कपड़ा उद्योग, समुद्री उत्पाद, चमड़े के जूते दवाइयां, आईटी बिजनेस, सर्विस और इंटेंसिव सेक्टर को लाभ मिलेगा।

इस ट्रेड एग्रीमेंट से ब्रिट्रेन के बड़े बाजारों में भी भारत की पहुंच आसानी से हो पाएगी। इस एग्रीमेंट के अंतर्गत भारत के लिए रोजगार की अवसर भी आसानी से खुलेंगे।आईएमएफ ने पाकिस्तान को 1.4 बिलियन डॉलर का नया लोन दे दिया है। 

ब्रिटेन को इस डील से क्या फायदा होगा 

इस डील से ब्रिटेन को कार निर्यात व स्काच व्हिस्की पर टैरिफ कटौती से फायदा होगा।इस टैरिफ डील से ब्रिटेनसे आने वाले कॉस्मेटिक भेड़ का मीट, सालमन मछली, सॉफ्ट ड्रिंक चॉकलेट और बिस्किट एयर स्पेस मेडिकल डिवाइसेज और इलेक्ट्रिक मशीनरी जैसे सेक्टर को भीफायदा होगा। ब्रिटेन भारत में टेलीकम्युनिकेशन लीगल फाइनेंशियल सर्विसेज बैंकिंग इंश्योरेंस सेक्टर में भी काम करने में इच्छुक है। इस ट्रेड डील से ब्रिटेन को इन क्षेत्रों में भी लाभ मिलेगा।

पाकिस्तान को मिला आईएफ  से 1.4बिलियन डॉलर (12 हजार करोड़) का लोन

आईएमएफ ने पाकिस्तान को 1.4 बिलियन डॉलर का नया लोन दे दिया है। पाकिस्तान को यह लोन एक्सटेंडेड फंड फैसिलिटी के अंतर्गत मिल रहा है। आईएमएफ ने पाकिस्तान को 7 बिलीयन डॉलर के लोन की भी पहली समीक्षा को मंजूरी दे दी है। इससे पाकिस्तान को एक बिलियन डॉलर का लोन मिलेगा। इस लोन अप्रूवल से 7 मिलियन डॉलर लोन के सहायता प्रोग्राम के अंतर्गत दो बिलियन डॉलर का डिसबर्समेंट हो गया है पाकिस्तान को अभी तत्काल कोई सहायता राशि नहीं मिलेगी। 

भारत ने जताई चिंता

भारत ने समीक्षा पर वोटिंग का विरोध किया। भारत समीक्षा पर वोटिंग में शामिल नहीं हुआ। भारत ने बयान जारी करके कहा सीमा पार आतंकवाद को लगातार स्पॉन्सरशिप देना ग्लोबल कम्युनिटी को खतरनाक संकेत देता है। यह IMF जैसेइंटरनेशनल फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशन और डोनर्स की प्रतिष्ठा को जोखिम में डालता है और वैश्विक मूल्यों का मजाक उड़ाता है

हमारी चिंता यह है कि आईएमएफ जैसे इंटरनेशनल फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशन से आने वाले फंड का दुरुपयोग पाकिस्तान अपने सैन्य और राज्य प्रायोजित सीमा पार आतंकवादी उद्देश्यों के लिए करस कता है।

भारत ने उठाए आईएमएफ की कार्य प्रणाली पर सवाल 

भारत से शुक्रवार को आईएमएफ की बैठक में पाकिस्तान के पूर्व रवैये को देखने और संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट के बावजूद आईएमएफ के पाकिस्तान को लोन पास करने के लिए आईएमएफ की कार्य प्रणाली पर सवाल उठाए हैं। पाकिस्तान ने आईएमएफ के द्वारा पहले भी दिए गए लोन को वापस नहीं किया है और न ही उसका सही प्रकार से प्रयोग किया है। भारत का कहना है कि सीमा पार आतंक फैलाने वाले देश को बार-बार वित्तीय सहायता देने से पूरे विश्व में एक खतरनाक संदेश जाएगा

जिसके कारण आईएमएफ को फंड करने वाली वैश्विक एजेंसी और अन्य दाताओं की छवि को नुकसान पहुंचेगा और वैश्विक मूल्यों का मजाक उड़ेगा।

 

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