Thursday, May 22, 2025
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ड्रोन युद्ध का पहला अध्याय: भारत-पाक संघर्ष में नया मोड़

दक्षिण एशिया में परमाणु हथियारों से लैस पड़ोसियों के बीच दुनिया का पहला ड्रोन युद्ध छिड़ गया है।

गुरुवार को भारत ने पाकिस्तान पर तीन सैन्य अड्डों और भारतीय प्रशासित कश्मीर में ड्रोन और मिसाइलें भेजने का आरोप लगाया, जिसे इस्लामाबाद ने तुरंत खारिज कर दिया।

पाकिस्तान ने दावा किया कि उसने हाल के घंटों में 25 भारतीय ड्रोन मार गिराए हैं। दिल्ली ने इस पर सार्वजनिक रूप से कुछ नहीं कहा। विशेषज्ञों का मानना है कि ये प्रतिशोधात्मक हमले दशकों पुराने विवाद में एक खतरनाक नए चरण का संकेत देते हैं, जहां दोनों पक्ष न केवल तोपखाने बल्कि मानव रहित हथियारों का भी उपयोग कर रहे हैं।

वॉशिंगटन और अन्य वैश्विक शक्तियों द्वारा संयम की अपील के बावजूद, क्षेत्र युद्ध की कगार पर खड़ा है। ड्रोन – मौन, दूरस्थ और अस्वीकार्य – भारत-पाक संघर्ष में एक नया अध्याय खोल रहे हैं।

ड्रोन युद्ध का नया युग

भारत-पाक संघर्ष अब ड्रोन युग में प्रवेश कर रहा है – एक ऐसा युग जहां ‘अदृश्य निगाहें’ और मानव रहित सटीकता युद्ध को बढ़ाने या संयमित करने में निर्णायक भूमिका निभा सकती है। दक्षिण एशिया के विवादित आसमान में जो पक्ष ड्रोन युद्ध में निपुण होगा, वह न केवल युद्धक्षेत्र को देखेगा बल्कि उसे आकार भी देगा। अमेरिकी नेवल वॉर कॉलेज के प्रोफेसर जहारा मातिसेक ने बीबीसी को बताया।

दोनों देशों के ड्रोन बेड़े की ताकत

विशेषज्ञों का कहना है कि भारत का ड्रोन बेड़ा मुख्य रूप से इजरायली निर्मित टोही यूएवी जैसे आईएआई सर्चर और हेरॉन पर आधारित है, साथ ही हार्पी और हारोप लूटने वाले गोला-बारूद भी शामिल हैं।

पाकिस्तान का ड्रोन बेड़ा विशाल और विविध है, जिसमें स्वदेशी और आयातित दोनों प्रकार की प्रणालियां शामिल हैं। लाहौर स्थित रक्षा विश्लेषक एजाज हैदर ने बताया कि इसमें चीन, तुर्की और घरेलू निर्माताओं के हजारों ड्रोन शामिल हैं।

तुर्की ड्रोन का आक्रामक उपयोग

गुरुवार रात पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर, राजस्थान और पंजाब के 36 शहरों में 300 से 400 तुर्की ड्रोन भेजे। इन हमलों में अधिकांश ड्रोन निहत्थे थे, जबकि कुछ में कैमरे लगे थे, जो पाकिस्तान में ग्राउंड स्टेशनों पर फुटेज भेज सकते थे।

भारतीय वायु रक्षा की सफल रणनीति

भारतीय वायु रक्षा प्रणाली ने इन सभी ड्रोन हमलों को रोक दिया। कर्नल सोफिया कुरैशी ने बताया कि 50 ड्रोन वायु रक्षा तोपों से मार गिराए गए, जबकि 20 को रेडियो फ्रीक्वेंसी को जाम कर निष्क्रिय किया गया।

निष्कर्ष

ड्रोन युद्ध के इस नए अध्याय में, भारत और पाकिस्तान के बीच तकनीकी श्रेष्ठता का संघर्ष और अधिक जटिल हो गया है। आधुनिक युद्ध में ड्रोन की बढ़ती भूमिका ने दोनों देशों के लिए नई चुनौतियां प्रस्तुत की हैं। भारत के मजबूत वायु रक्षा प्रणाली के साथ, ड्रोन युद्ध में श्रेष्ठता हासिल करना रणनीतिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण हो गया है।

ABHISHEK KUMAR ABHAY
ABHISHEK KUMAR ABHAY
I’m Abhishek Kumar Abhay, a dedicated writer specializing in entertainment, national news, and global issues, with a keen focus on international relations and economic trends. Through my in-depth articles, I provide readers with sharp insights and current developments, delivering clarity and perspective on today’s most pressing topics.
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