यूक्रेनके राष्ट्रपति जेलेंस्की ने भारत का समर्थन किया है और उन्होंने कहा है कि रूस के खिलाफ यूक्रेन के युद्ध में भारत निरंतर यूक्रेन का समर्थन कर रहा है जिसकी वो सराहना करते हैं। संयुक्त अरब अमीरात में सात देशों पर बैन लगा दिया है लेकिन देखने की बात यह है कि इस बैन का असर भारत पर पड़ेगा या नहीं
जेलेंस्की ने भारत का किया समर्थन यूरोपीय देशों से कहा भारतीयों से दूरी ना बनाएं
यूक्रेन के राष्ट्रपति ने भारत का समर्थन किया है और उन्होंने कहा है कि रूस के खिलाफ यूक्रेन के युद्ध में भारत निरंतर यूक्रेन का समर्थन कर रहा है जिसकी वो सराहना करते हैं। उन्होंने कहा भारत में अधिकांश मामलों में यूक्रेन का समर्थन किया है जबकि अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भारत पर 50% अधिक सिर्फ इसलिए लगा रहे हैं क्योंकि भारत रूस से तेल खरीदा है और यूक्रेन के खिलाफ रूस इस पैसे जेलर ने कहा भारत अधिक का इस्तेमाल कर लगातार युद्ध कर रहा है।
जेलेंस्की ने यूरोपीय देशों से भारत से दूरी न बनाने की अपील की
यूक्रेन के राष्ट्रपति ने कहा अधिकतर यूक्रेन का साथ दे रहा है। लेकिन जेलर ने यह भी स्वीकार किया कि ऊर्जा से जुड़ी कुछ समस्याएं हैं लेकिन उन्हें संभाला जा सकता है। जेलेंस्की ने एक इंटरव्यू में कहा कि यह कहना सही नहीं कि भारत रूस से तेल खरीद कर यूक्रेन के खिलाफ रूस को फंड प्रदान कर रहा है। उन्होंने यूरोपीय देशों से अपील की कि वह भारत के साथ अपने संबंधों को मजबूत करें और भारतीयों से दूरी बनाने की गलती ना करें।
जेलेंस्की ने कहा चीन ज्यादा जटिल चुनौती पेश कर रहा है
जेलेंस्की ने कहा कि रूस के साथ सबसे ऐतिहासिक संबंधों के कारण चुनौती पेश कर रहा है चीन का साथ सबसे अधिक मुश्किल है क्योंकि फिलहाल रूस को समर्थन देना बंद करना उनके हित में नहीं है।
जेलेंस्की ने कहा ट्रंप कर रहे हैं यूक्रेन का समर्थन
यूक्रेन के राष्ट्रपति ने कहा कि ट्रंप यूक्रेन का समर्थन कर रहे हैं इसलिए अब आप हमें इस युद्ध को जल्द से जल्द समाप्त करना ही होगा हमारे लोग भी ऐसा चाहते हैं लेकिन शायद पुतिन
ऐसा नहीं चाहते वह जीत नहीं रहे लेकिन वह फिर भी सबसे कह रहे हैं कि वह जीत रहे हैं।
संयुक्त अरब अमीरात में सात देशों के लिए लगाया गया वीजा बैन क्या भारत पर भी पड़ेगा असर?
संयुक्त अरब अमीरात में सात देशों पर बैन लगा दिया है लेकिन देखने की बात यह है कि इस बैन का असर भारत पर पड़ेगा या नहीं, भारतीय नागरिकों पर संयुक्त अरब अमीरात की तरफ से कोई बैन नहीं लगाया गया है जिसके कारण भारतीय पेशेवरों के लिए नई संभावनाओं की शुरुआत हो सकती है। इससे नए युवाओं को तो फायदा होगा लेकिन जो पहले से कम कर रहे हैं उन लोगों के लिए प्रतिस्पर्धा बढ़ सकती है निर्माण और सेवा क्षेत्र में भी प्रतिस्पर्धा बढ़ने की संभावना है। भारत पर कोई बैंक तो नहीं लगाया गया है लेकिन जानकारों की मानें तो दुबई जाने वाले भारतीय पर्यटकों के वीजा रिक्वेस्ट कैंसिल होने की खबरें काफी बढ़ गई हैं।
किन-किन देशों को किया गया है प्रतिबंधित ?
संयुक्त अरब अमीरात ने एक सीक्रेट इमीग्रेशन सर्कुलर के द्वारा अफगानिस्तान, लीबिया, यमन, सूडान, कैमरून, सोमालिया और लेबनान पर पाबंदी लगा दी है इन देशों पर 2026 तक पर्यटक वीजा और वर्क परमिट के लिए पाबंदी लगाई गई है यह पाबंदी अनिश्चितकाल तक भी जारी रह सकती है। पहले बांग्लादेश युगांडा का नाम भी बैंक के देशों में शामिल किया जाने की खबर आ रही थी लेकिन इन दोनों देशों का नाम इस लिस्ट में शामिल नहीं है।
संयुक्त अरब अमीरात ने यह बैन क्यों लगाया है?
संयुक्त अरब अमीरात में इस बैन के विषय में कोई स्पष्टीकरण नहीं दिया है लेकिन इसके पीछे राष्ट्रीय सुरक्षा मुख्य उद्देश्य बताया जा रहा है। संयुक्त अरब अमीरात पहले भी डॉक्यूमेंट फ्रॉड इलीगल रेजीडेंसी और पहचान संबंधी मुद्दों के कारण ऐसे उपाय जारी कर चुका है।
क्या भारतीयों पर पड़ेगा इसका कोई असर?
भारतीयों पर इसका असर नहीं पड़ेगा जिन लोगों के पास वेब यूएई वीजा है उन देशों के दावे यूएई में रह भी सकते हैं और काम भी कर सकते हैं। अगर भारतीयों के पास उस यूके या आई यू देश का वैलिड रेजीडेंसी पासपोर्ट है तो आप यूएई में वीजा ऑन अराइवल ले सकते हैं। ग्रीन कार्ड वाले भारतीय और यूके रेजीडेंसी वाले भारतीय भी 14 दिनों के लिए संयुक्त अरब अमीरात की यात्रा कर सकते हैं। लेकिन फिर भी किसी भी यात्रा को करने से पहले संयुक्त अरब अमीरात के आधिकारिक एंबेसी से एक बार जानकारी अवश्य हासिल कर ले।