इजरायल में विरोध के स्वर अब मुखर होने लगे हैं।
11 अप्रैल को गाजा युद्ध खत्म करने के लिए 1000 सैनिकों ने एक पत्र लिखा था जिसमें उन्होंने लिखा था कि यह युद्ध इजरायल बंधकों को रिहा करने के लिए नहीं लड़ा जा रहा बल्कि अपने राजनीतिक फायदे के लिए लड़ा जा रहा है। इसके बाद इसराइल के राष्ट्रपति बेंजामिन नेतन्याहू ने उन 1000 सैनिकों को नौकरी से हटाने का आदेश दिया है।
क्या कहना है इजरायल के राष्ट्रपति बेंजामिन नेतन्याहू का
इजरायल के राष्ट्रपति ने कहा कि यह बर्दाश्त नहीं किया जाएगा वही इजरायली सेना के एक अधिकारी का कहना है की सेना के अंदर इस तरह का विरोध स्वीकार नहीं किया जाएगा यह एकजुट होने का समय है ना कि प्रश्न उठाने का। सेना के अधिकारियों ने साफ कहा कि ऐसे किसी भी सैनिक को सेवा में नहीं रखा जाएगा जिसने इस पत्र पर हस्ताक्षर किया हो।
कितने सैनिकों को इस आदेश का करना पड़ेगा सामना
इजरायल ने अभी सार्वजनिक रूप से स्वीकार नहीं किया है कि कितने सैनिकों को नौकरी से हाथ धोना पड़ेगा परंतु फिर भी अंदाजा लगाया जा रहा है कि इजरायली सेवा में शामिल 1000 एयर फोर्स के सैनिकों और रिटायर्ड सैनिकों ने इस पत्र पर हस्ताक्षर किए थे तो लगभग इतनी ही लोगों को नौकरी से त्यागपत्र देना पड़ेगा
पत्र में क्या मांग की गई थी
पत्र में रिटायर्ड सैनिकों और सेना के जवानों ने लिखा था कि इजरायली सरकार को बंधकों को जल्दी से जल्दी वापस लाना चाहिए भले ही बंधकों को वापस लाने के लिए हमें युद्ध विराम क्यों न करना पड़े।
विरोध करने वालों ने क्या कहा?
युद्ध का विरोध करने वालों ने कहा कि हम युद्ध से पूरी तरह से हटाने के लिए नहीं कह रहे हैं हम इसके तरीकों पर प्रश्न उठा रहे हैं एक पूर्व सैनिक ने कहा कि यह युद्ध लड़ने का सही तरीका नहीं है इससे हमारे बंधकों की भी मुश्किलें बढ़ सकती है। इस युद्ध से सैनिक भी हताहत हो रहे हैं और निर्दोष लोग भी मारे जा रहे हैं। पूर्व सैनिक ने कहा कि हम हमास के साथ समझौता करने के लिए नहीं कह रहे हैं हम कह रहे हैं कि युद्ध का कोई दूसरा विकल्प भी हो सकता है जिस पर विचार किया जाना चाहिए।
सेना के सैनिक चाहते हैं बंधकों की जल्दी से जल्दी रिहाई
सैनिकों का कहना है कि अब तक 59 लोग हमास में कैदी हैं जिनमें से भी अंदाजा लगाया जा रहा है कि सिर्फ 24 लोग ही जीवित है। सैनिक इजरायल के बंधकों को हमास के कब्जे से जीवित छुड़ाना चाहते हैं।
युद्ध विराम के बाद कितने लोगों की हुई है मौत
इजरायल ने हमास के साथ 7 अक्टूबर को युद्ध विराम के तोड़ दिया था इस युद्ध विराम के बाद अभी तक हजार लोगों से अधिक की मृत्यु हो चुकी है। इस सप्ताह की शुरुआत में है 28 से अधिक लोग मारे गए हैं जिनमें 8 महिलाएं और 8 बच्चों की पुष्टि हुई है।
सेना में हो रही है विद्रोह की शुरुआत
भले ही सेना पत्र लिखने पर सैनिकों को सेवा से निकाल दे पर यह तो सच है कि इजरायल की सेना में विद्रोह की शुरुआत हो गई है। ऐसी स्थिति में जबकि इसराइल लगातार गाजा पर हमले किए जा रहा है। गाजा .के दो रास्तों को भी इजरायल के द्वारा ब्लॉक कर दिया गया है जिसके कारण गाजा के पास कोई मदद नहीं पहुंच पा रही है और हमास के पास समर्पण करने के अलावा कोई विकल्प बचता नजर नहीं आ रहा है। ऐसे में सेना के द्वारा और इजरायल के अंदर से भी विद्रोह की आवाज़ कहीं इजरायल के इस आंदोलन को कमजोर ना कर दे। इजरायल के बंधक काफी लंबे समय से हम आशिक कैद में है आधे से अधिक बंधकों की मृत्यु भी हो चुकी है। इजरायल के पास अब समय काफी कम बचा है अपने बंधकों को वापस छुड़ाने का। जल्दी ही उन्हें इस युद्ध को खत्म करना होगा क्योंकि इजरायल की जनता बंधकों के वापस न आने से और लगता युद्ध का शिकार होने से परेशान हो गई है।