बीजेपी विधायक नैनार नागेन्द्रन ने पार्टी के तमिलनाडु प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए नामांकन दाखिल किया है। उनके नामांकन को बड़े नेताओं का समर्थन मिला है, जिससे अन्नाद्रमुक-बीजेपी गठबंधन की संभावनाएं भी ज़ोर पकड़ रही हैं।
🔶 नैनार नागेन्द्रन ने दाखिल किया नामांकन
तमिलनाडु के तिरुनेलवेली क्षेत्र से बीजेपी विधायक नैनार नागेन्द्रन ने शुक्रवार को पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए नामांकन दाखिल किया। वर्तमान में वे बीजेपी के राज्य उपाध्यक्ष हैं और अब प्रदेश अध्यक्ष के रूप में के. अन्नामलाई की जगह लेने की दौड़ में सबसे आगे माने जा रहे हैं।
नागेन्द्रन ने पार्टी मुख्यालय ‘कमलालयम’ (टी नगर, चेन्नई) में नामांकन फॉर्म जमा किया, और वे पहले उम्मीदवार बने जिन्होंने औपचारिक रूप से दावेदारी पेश की।
🔶 शीर्ष नेताओं का समर्थन
नैनार नागेन्द्रन के नामांकन को पार्टी के दिग्गज नेताओं का भी भरपूर समर्थन मिला है, जिसमें शामिल हैं:
-
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष – के. अन्नामलाई
-
केंद्रीय मंत्री – एल. मुरुगन
-
पूर्व केंद्रीय मंत्री – पों. राधाकृष्णन
-
महिला मोर्चा प्रमुख व विधायक – वनाठी श्रीनिवासन
इस व्यापक समर्थन से साफ है कि पार्टी नेतृत्व नागेन्द्रन को नए प्रदेश अध्यक्ष के तौर पर आगे बढ़ाना चाहता है।
🔶 अन्नाद्रमुक से पुराने संबंध, गठबंधन की चर्चा
नागेन्द्रन पहले अन्नाद्रमुक (AIADMK) के साथ सक्रिय राजनीति में रह चुके हैं। उनकी इस पृष्ठभूमि के चलते यह कयास लगाए जा रहे हैं कि बीजेपी दोबारा अन्नाद्रमुक से गठबंधन की दिशा में कदम बढ़ा सकती है।
हाल ही में अन्नाद्रमुक महासचिव और विपक्ष के नेता एडप्पाडी के. पलानीस्वामी (EPS) ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी। इस बैठक ने दोनों पार्टियों के बीच संभावित गठबंधन की अटकलों को बल दिया।
🔶 गठबंधन की संभावनाएं और शर्तें
रिपोर्ट्स के अनुसार, अन्नाद्रमुक ने संभावित गठबंधन के लिए एक शर्त रखी थी — के. अन्नामलाई को प्रदेश अध्यक्ष पद से हटाना। ऐसे में नैनार नागेन्द्रन का आगे आना, इस शर्त की पूर्ति की ओर संकेत करता है और यह बीजेपी की रणनीतिक चाल के रूप में देखा जा रहा है।
🔶 अमित शाह की यात्रा और रणनीतिक बदलाव
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की तमिलनाडु यात्रा के दौरान यह नामांकन सामने आया है, जिससे यह स्पष्ट हो गया है कि बीजेपी राज्य में अपनी राजनीतिक स्थिति मजबूत करने के लिए बड़े फैसले लेने को तैयार है।
नागेन्द्रन का नेतृत्व बीजेपी को अन्नाद्रमुक के साथ संभावित गठबंधन की स्थिति में बड़ा फायदा दिला सकता है, खासकर 2026 विधानसभा चुनावों की तैयारी के मद्देनज़र।
✅ निष्कर्ष
नैनार नागेन्द्रन का बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष पद की रेस में आना केवल आंतरिक पार्टी राजनीति का हिस्सा नहीं है, बल्कि यह तमिलनाडु की राजनीतिक दिशा को तय करने वाला एक निर्णायक कदम भी हो सकता है। अन्नाद्रमुक के साथ संभावित गठबंधन और अमित शाह की सक्रियता से साफ है कि बीजेपी राज्य में बड़ी रणनीति के साथ आगे बढ़ रही है।