अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बिटकॉइन का एक क्रिप्टोकरंसी भंडार बनाने की घोषणा की है। अमेरिकी राष्ट्रपति ने सत्ता संभालने से पहले ही कहा था कि वह डिजिटल करेंसी बिटकॉइन का एक भंडार बनाएंगे और आज उन्होंने इससे जुड़े आधिकारिक आदेश पर हस्ताक्षर कर दिए हैं डोनाल्ड ट्रंप ने शुक्रवार को कहा कि राष्ट्रपति बनने के साथ ही क्रिप्टोकरंसी भंडार बनाने की प्रक्रिया भी शुरू हो गईहै।
भारत नहीं दे रहा है बिटकॉइन को आधिकारिक मान्यता
अमेरिकी राष्ट्रपति ने भले ही क्रिप्टोकरंसी भंडार बनाने की घोषणा कर दी है लेकिन भारत और बहुत से अन्य देश भी बिटकॉइन को भी आधिकारिक मान्यता नहीं दे रहे हैं लेकिन उम्मीद जारी है कि अगर डोनाल्ड ट्रंप क्रिप्टोकरंसी भंडार बनाने की पहल करते हैं तो क्रिप्टो करेंसी को वैश्विक स्तर पर मान्यता पाने में आसानी होगी।
क्या है क्रिप्टो करेंसी
अगर क्रिप्टोकरंसी भंडार बन जाएगा तो इस भंडार को सघीय सरकार के स्वामित्व वाले बिटकॉइन से पंजीकृत किया जाएगा पहले बिटकॉइन को अपराधिक व नागरिक संपत्ति जबत कार्यवाही के हिस्से के रूप में जब्त कर लिया गया था। बिटकॉइन के लिए करदाताओं को एक पैसा भी खर्च नहीं करना पड़ेगा। व्हाइट हाउस ने बताया कि अमेरिकी सरकार की पास लगभग 2 लाख बिटकॉइन है लेकिन अभी इसका पूर्ण ऑडिट नहीं हुआ है अब राष्ट्रपति के कार्यकारी आदेश से संघीय सरकार डिजिटल संपत्ति होर्डिंग का पूरा लेखा-जोखा रखेगी क्योंकि राष्ट्रपति का कार्यवाही आदेश डिजिटल संपत्ति होल्डिंग्स का पूरा लेखा-जोखा रखने का निर्देश देता है। व्हाइट हाउस से ही कहा गया कि अमेरिका रिजर्व में जमा किए गए किसी भी बिटकॉइन को नहीं बेचेगा इसे मूल्य के भंडार के रूप में रखा जाएगा। रिजर्व क्रिप्टो करेंसी के लिए डिजिटल फोर्ट नोटिस की तरह है जिसे डिजिटल गोल्ड भी कहा जाता है।
बिटकॉइन की समय से पहले बिक्री से हुआ है अमेरिकी करदाताओं को 17 अरब डॉलर से अधिक का नुकसान
पहले ही बिटकॉइन की समय से पहले बिक्री के कारण अमेरिकी करदाताओं को 17000 डॉलर से अधिक का नुकसान हो चुका है। इसलिए अब अमेरिकी सरकार अपने होल्डिंग के मूल्य को अधिकतम करने की एक रणनीति तैयार करेगी। ट्रेजरी अधिकारी और वाणिज्य सचिवों को भी अच्छे से बिटकॉइन प्राप्त करने के लिए बजट तथा नई रणनीति विकसित करने के लिए कहा गया है और इसके लिए उन्हें अधिकृत भी किया गया है। वाणिज्य सचिवों को ऐतिहात बरतने के लिए कहा गया है कि वह ऐसी रणनीति विकसित करें जिसे अमेरिकी करदाताओं पर कोई अतिरिक्त लागत ना आए।
व्हाइट हाउस ने दिया एक अमेरिकी डिजिटल एसेट स्टॉकपाइल की स्थापना करने का आदेश
एक कार्यकारी आदेश भी व्हाइट हाउस से लागू किया गया है जिसमें कहा गया है कि अब एक अमेरिकी डिजिटल एसेट स्टॉक प्राइस की स्थापना की जाएगी जिसमें सिविल कार्यवाही में जप्त किए गए या अपराधी कार्यवाही में जप्त किए गए बिटकॉइन के अलावा अंदर डिजिटल संपत्तियां भी शामिल होंगी। आदेश में कहां गया कि सरकार स्टॉक पायल के लिए जपती कार्यवाही के माध्यम से प्राप्त की गई संपत्तियों से अतिरिक्त संपत्ति नहीं खरीदेंगी।
आदेश में कहा गया क्या है स्टॉक पाइल का उद्देश्य
स्टाक पाइल का उद्देश्य ट्रेजरी विभाग के तहत सरकार के डिजिटल संपत्तियों का जिम्मेदाराना प्रबंध करना है। इस आदेश में किए गए वादों व निभाए गए वादों का भी उल्लेख किया गया। इसमें कहा गया कि ट्रंप ने एक और डिजिटल एसेट स्टॉक पाइल बनाने का वादा किया था और आज उन्होंने अपनी रणनीतिक बिटकॉइन रिजर्व डिजिटल एसेट एसेट स्टॉक पाइल बनाने के वादे को पूरा किया है। डोनाल्ड ट्रंप अमेरिका को दुनिया की क्रिप्टो राजधानी बनाने के लिए प्रतिबद्ध है।