कल 22 सितंबर सोमवार को भारत और अमेरिका के विदेश मंत्रियों जयशंकर-मार्को रूबियो की आपस में वार्ता हुई और अमेरिकी राष्ट्रपति ने h1b वीजा में कुछ लोगों को दी छूट आइये जानते हैं क्या हुआ इस बैठक का परिणाम
भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर और अमेरिका की विदेश मंत्री मार्को रूबियो की हुई यूएन महासभा में वार्ता
भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर और अमेरिका के विदेश मंत्री मार्को रूबियो की मुलाकात यूएन महासभा में हुई। दोनों पक्षों ने व्यापार, ऊर्जा, फार्मा और महत्वपूर्ण खनिजों के क्षेत्र में समृद्धि पैदा करने के लिए द्विपक्षीय चर्चा की। दोनों विदेश मंत्रियों ने हालांकि टैरिफ और h1b वीजा पर खुलकर कोई भी बात नहीं की। लेकिन फिर भी इस बैठक को सकारात्मक माना जा रहा है।दोनों देशों के विदेश मंत्रियों ने भारत और संयुक्त राज्य अमेरिका के बीच आपसी तालमेल और रणनीतिक सहयोग बढ़ाने के विषय में बात की।
अमेरिका के विदेश मंत्री ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा अमेरिका के लिए भारत है बहुत महत्वपूर्ण
अमेरिकी विदेश विभाग ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि, पारस्परिक हितों के मुख्य क्षेत्रों पर भारत की निरंतर भागीदारी का स्वागत है। अमेरिका के विदेश मंत्री ने व्यापार, रक्षा, ऊर्जा और दिपक्षीय संबंधों से संबंधित अन्य वस्तुओं और उसके अलावा अन्य मुद्दों पर भी भारत सरकार की निरंतर भागीदारी की सराहना की। उन्होंने कहा भारत और अमेरिका इस बात पर सहमत हुए हैं कि अमेरिका और भारत क्वाड सहित एक स्वतंत्र और खुले भारत प्रशांत क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए निरंतरता से काम करना जारी रखेंगे।
भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने इस बैठक को रचनात्मक बताया
भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने इस बैठक को रचनात्मक कहा। उन्होंने कहा आज सुबह न्यूयॉर्क के विदेश मंत्री मार्को रुबियो से मिलकर अच्छा लगा हमारी बातचीत में वर्तमान के द्विपक्षी और अंतरराष्ट्रीय मुद्दे पर चर्चा हुई। प्राथमिकता वाले क्षेत्रों में प्रगति के लिए निरंतर जुड़ाव के महत्व पर सहमति हुई हम आगे भी संपर्क में बने रहेंगे।
बहुत आवश्यक थी यह बैठक
भारत और अमेरिका के संबंध दिन पर दिन तनावपूर्ण होते जा रहे हैं पहले रूस के द्वारा तेल खरीदने के कारण अमेरिका ने भारत पर 50% टैरिफ लगा दिया था और अब हाल ही में h1b वीजा के कारण अमेरिका भारत से लगातार दूरियां बना रहा है ऐसे में इस बैठक का होना बहुत आवश्यक था। यह बैठक दोनों देशों के शीर्ष नेताओं के बीच में सीधी बातचीत थी। इस बैठक को दोनों देशों के बीच संबंध मजबूत करने की एक कड़ी के रूप में देखा जा रहा है। इस बैठक से दोनों देशों के बीच आगे भी बातें होने की उम्मीद बढ़ी है। जिससे कि दोनों देशों के बीच तनाव सुधार की गुंजाइश बनी हुई है। दोनों देशों के नेताओं की आमने-सामने यह पहली बातचीत थी। यह बैठक लगभग 1 घंटे तक चली। इस बैठक से पहले ही भारत और अमेरिका व्यापार समझौते को जल्दी से जल्दी निष्कर्ष तक पहुंचाने के लिए आपसी सहमति जता चुके हैं।
अमेरिकी राष्ट्रपति ने h1b वीजा में कुछ लोगों को दी छूट
अब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप h1b वीजा में थोड़ी सी ढील देते हुए दिख रहे हैं।अमेरिकी राष्ट्रपति ने h1b वीजा में कुछ लोगों को छूट भी दी है। डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि होमलैंड सिक्योरिटी सर्विस डॉक्टरों के लिए माफ की जा सकती है क्योंकि मेडिकल संगठनों ने कहा था कि इससे रुरल हेल्थ केयर सिस्टम कमजोर हो सकता है। ग्रामीण अमेरिका में डॉक्टरों की भारी कमी है वहां विदेशी मेडिकल ग्रेजुएट ही काम कर रहे हैं। ऐसे में h1b वीजा के नियमों के कारण मेडिकल संकट खड़ा हो सकता था। इसलिए डोनाल्ड ट्रंप ने डॉक्टरों को और फिजिशियन, मेडिकल रेजिडेंस को छूट देने का मन बनाया है।