30 अप्रैल, इस्लामाबाद – भारत और पाकिस्तान के बीच एक बार फिर युद्ध जैसे हालात बनने लगे हैं। पाकिस्तान ने दावा किया है कि उसे पुख्ता खुफिया जानकारी मिली है जिसके अनुसार भारत अगले 24 से 36 घंटों में पाकिस्तान पर सैन्य हमला कर सकता है। यह बयान ऐसे समय आया है जब कश्मीर के पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले के बाद दोनों परमाणु-संपन्न देशों के बीच तनाव चरम पर है।
पहलगाम हमला: 26 निर्दोष लोगों की नृशंस हत्या
22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया। आतंकियों ने पहले लोगों को धर्म के आधार पर अलग किया, नाम पूछे और फिर हिंदू यात्रियों को बेहद नजदीक से गोली मार दी। इस अमानवीय हमले में 26 नागरिकों की जान चली गई। भारत ने हमलावरों की पहचान कर ली है जिनमें दो पाकिस्तानी नागरिक भी शामिल हैं।
भारत का रुख: आतंक पर सख्ती और सैन्य तैयारी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हमले के बाद स्पष्ट कर दिया कि भारत आतंक के विरुद्ध निर्णायक कदम उठाएगा। उन्होंने सेना को पूरी स्वतंत्रता दी है कि वे जवाबी कार्रवाई कब और कैसे करें, इसका निर्णय स्वयं लें। सूत्रों के अनुसार, भारत की कैबिनेट सुरक्षा समिति (CCS) हमले के बाद दूसरी बार बैठक कर रही है, जिसमें पीएम मोदी के साथ गृह, रक्षा, वित्त और आंतरिक मंत्री मौजूद रहेंगे।
पाकिस्तान का दावा: “भारत सैन्य कार्रवाई की योजना बना रहा है”
पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय ने बुधवार सुबह एक बयान में कहा कि भारत मनगढ़ंत आरोपों के बहाने पाकिस्तान पर हमला करने की योजना बना रहा है। मंत्रालय ने यह भी कहा कि यदि भारत किसी प्रकार की सैन्य कार्रवाई करता है तो पाकिस्तान उसका निर्णायक और करारा जवाब देगा।
पाकिस्तान ने दावा किया कि भारत का उद्देश्य अंतरराष्ट्रीय ध्यान भटकाना और घरेलू दबाव को दूसरे मुद्दे पर मोड़ना है। साथ ही, पाकिस्तान ने आतंकी गतिविधियों की निंदा करते हुए निष्पक्ष जांच की मांग दोहराई।
नियंत्रण रेखा पर लगातार गोलीबारी
कश्मीर की नियंत्रण रेखा पर तनाव बढ़ता जा रहा है। भारतीय सेना ने बताया कि मंगलवार रात को पाकिस्तानी चौकियों से बिना किसी उकसावे के फायरिंग की गई, जिसका माकूल जवाब दिया गया। यह इस सप्ताह की छठी बार था जब संघर्षविराम का उल्लंघन हुआ। हालांकि, अब तक किसी प्रकार की जनहानि की जानकारी नहीं मिली है।
अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया: संयम बरतने की अपील
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने भारत और पाकिस्तान से बात कर शांति बनाए रखने की अपील की है। अमेरिका ने भी दोनों देशों से सैन्य टकराव से बचने को कहा है। अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो जल्द ही भारत और पाकिस्तान के विदेश मंत्रियों से बातचीत करेंगे।
वहीं ब्रिटेन ने जम्मू-कश्मीर की यात्रा पर प्रतिबंध लगाते हुए वहां न जाने की सलाह दी है और अपने नागरिकों से शांति बनाए रखने की अपील की है।
कश्मीर विवाद का गहराता संकट
भारत लंबे समय से पाकिस्तान पर कश्मीर में आतंकवाद को बढ़ावा देने का आरोप लगाता रहा है। भारत का मानना है कि पाकिस्तान आतंकी समूहों को आर्थिक और सैन्य सहायता देता है। जबकि पाकिस्तान दावा करता है कि वह केवल कश्मीरियों के आत्मनिर्णय के अधिकार का नैतिक और कूटनीतिक समर्थन करता है।
निष्कर्ष: आगे क्या होगा?
भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव को लेकर स्थिति बेहद गंभीर होती जा रही है। एक ओर भारत अपने नागरिकों की सुरक्षा और आतंक के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई की बात कर रहा है, तो दूसरी ओर पाकिस्तान संभावित हमले की बात कहकर अंतरराष्ट्रीय समुदाय को अलर्ट कर रहा है। ऐसे में आने वाले 24 से 48 घंटे दोनों देशों और दक्षिण एशिया के भविष्य के लिए बेहद निर्णायक हो सकते हैं।