डोनाल्ड ट्रंप ने यूरोपीय देशों के साथ जेलेंस्की को भी दी कड़ी चेतावनी 

डोनाल्ड ट्रंप ने यूरोपीय देशों के साथ जेलेंस्की को भी दी कड़ी चेतावनी

डोनाल्ड ट्रंप ने यूरोपीय देशों के साथ जेलेंस्की को भी अब कड़ी चेतावनी दी है। आइए जानते हैं क्या चेतावनी दी है डोनाल्ड ट्रंप ने यूरोपीय देशों और जेलेंस्की को

डोनाल्ड ट्रंप ने यूरोपीय देशों को दी कड़ी चेतावनी 

डोनाल्ड ट्रंप ने यूरोपीय देशों को कड़ी चेतावनी दी है।डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि यूरोप को रूस से तेल खरीदना बंद करना पड़ेगा। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा यूरोपीय देशों को एकजुट होकर रहना होगा। यूरोप को रूस से तेरे खरीदना बंद करना होगा। पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा नाटों को एकजुट होना होगा, यूरोप को एकजुट होना होगा यूरोप मेरा मित्र है लेकिन वे रूस से तेल खरीद रहे हैं।उनके प्रतिबंध पर्याप्त कड़े नहीं है। मैं नहीं चाहता कि वह तेल खरीदे मैं प्रतिबंध लगाने को तैयार हूं लेकिन उन्हें मेरे कदमों के अनुरूप अपने प्रतिबंधों को और कड़ा करना होगा।

डोनाल्ड ट्रंप ने कहा रूस से यूरोपीय देशों को कुछ भी नहीं खरीदना चाहिए

डोनाल्ड ट्रंप ने कहां जब तक नाटो आगे नहीं बढ़ता आप आगे नहीं बढ़ेंगे मैं आगे बढ़ाने को तैयार हूं यूरोपीय देशों को भी ऐसा करना होगा लेकिन वह अभी सिर्फ बातें ही कर रहे हैं लेकिन वह काम नहीं कर रहे वह रूस से तेल खरीद रहे हैं। उन्होंने रूस से बहुत सारा तेल खरीदना जारी रखा है। यूरोपीय देश रूस से तरलीकृत प्राकृतिक गैस का आयात भी जारी रखे हुए। हम रूस से कुछ भी नहीं खरीदते हैं। यूरोपीय देशों का समझौता समझौता नहीं है समझौता यह होता है कि वे प्राकृतिक गैस, सिगरेट कुछ भी रूस से ना खरीदें।

डोनाल्ड ट्रंप का कहना जेलेंस्की और पुतिन की आपसी नफरत है युद्ध की वजह 

डोनाल्ड ट्रंप ने कहा दोनों देश के नेताओं के बीच गहरी दुश्मनी है। दोनों देश संकट में है मैंने 8 महीनों में सात युद्ध रोके हैं। मुझे लगा था कि यह आसान है लेकिन ऐसा नहीं है दोनों देशों के राष्ट्रपतियों में जबरदस्त नफरत है लेकिन मै इस युद्ध को भी रोक कर रहूंगा।

जेलेंस्की को समझौता करना ही होगा 

डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि जेलेंस्की को समझौता करना ही होगा। जेलेंस्की को आगे बढ़ना होगा और समझौता करना ही होगा इसके लिए यूरोप को भी रूस से तेल खरीदना बंद करना ही होगा।

भारत और अमेरिका के बीच व्यापार वार्ता में भी रूस का तेल ही डाल रहा है रुकावट

भारत और अमेरिका के बीच व्यापार वार्ता फिर से शुरू हो गई है लेकिन अभी भी अमेरिकी अधिकारी भारत के खिलाफ नकारात्मक भाषा का प्रयोग कर रहे हैं। ऐसे में थिंक टैंक ग्लोबल ट्रेड रिसर्च इनीशिएटिव का कहना है कि जब तक अमेरिका भारत पर लगाए गए टैरिफ से 25% टैरिफ को वापस नहीं लेता इसके बिना किसी बड़ी सफलता की उम्मीद नहीं की जा सकती। जीटीआरआई ने कहा इसका कोई आसान समाधान नहीं है भारत को लंबी रेस के लिए तैयार होना होगा जब तक अमेरिका लचीलापन नहीं दिखाता बातचीत धीमी ही रहेगी। जब तक अमेरिका 25% टैरिफ वापस नहीं ले लेता तब तक प्रगति की कोई संभावना नहीं है। 

क्या कहना है भारत का अमेरिका और भारत के बीच कल हुई व्यापार वार्ता के लिए?

अमेरिका भारत के बीच कल मंगलवार को हुई व्यापार वार्ता के विषय में भारत के वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय का कहना है कि यह चर्चा सकारात्मक रही। इसमें व्यापार समझौते के विभिन्न पहलुओं को शामिल किया गया। इस व्यापार वार्ता में यह फैसला किया गया कि पारस्परिक रूप से लाभकारी व्यापारिक समझौते को जल्द पूरा करने के लिए प्रयासों को तेज किया जाएगा।

वही एक पत्रकार के एक सवाल पर डोनाल्ड ट्रंप ने खोया अपना आपा 

एक ऑस्ट्रेलियाई पत्रकार ने जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से कहा क्या राष्ट्रपति का व्यापार में इतना अधिक इन्वालमेंट होना चाहिए इसके बाद डोनाल्ड ट्रंप अपना आपा खो बैठे और पत्रकार से बोले मेरी राय में तुम ऑस्ट्रेलिया को बहुत अधिक नुकसान पहुंचा रहे हो। मैं ऑस्ट्रेलिया के पीएम को यह बात बताऊंगा।

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