आर्टिफिशियल स्वीटनर अब चीनी की जगह लेते जा रहे हैं। हम सब लोग किसी को अवॉयड कर आर्टिफिशियल स्वीटनर को अपनी लाइफ स्टाइल में जगह दे रहे हैं पर क्या सच में यह फायदे का सौदा है आइए जानते हैं
क्या चीनी की जगह आर्टिफिशियल स्वीटनर फायदेमंद है?
आजकल हेल्थ कॉन्शियस लोग चीनी खाना पसंद नहीं करते। शुगर मोटापे और अन्य हेल्थ प्रॉब्लम के कारण मीठा खाने वाले अब मीठा खाना कम करते जा रहे हैं। ऐसे में मीठे की क्रेविंग को दूर करने के लिए आर्टिफिशियल स्वीटनर का नया बाजार बन गया है। लोग चीनी की जगह आर्टिफिशियल स्वीटनर के विकल्प को अपना रहे है। आर्टिफिशियल स्वीटनर के सेवन से पाचन तंत्र की परेशानी जैसी गैस ब्लोटिंग पेट फूलना पेचिश और दस्त जैसी समस्याएं हो सकती हैं। अच्छा स्वीटनर के प्रयोग से हृदय में रक्त के थक्के बनने जैसी समस्याएं भी हो सकती हैं। आर्टिफिशियल स्वीटनर के प्रयोग से शरीर पर कई मेटाबॉलिक प्रभावी पड़ते हैं। कभी-कभी की तो बात दूसरी होती है लेकिन हमेशा आर्टिफिशियल स्वीटनर पर निर्भर रहना फायदे का सौदा तो नहीं कहा जा सकता।
क्या है आर्टिफिशियल स्वीटनर?
चीनी की जगह मिठास के लिए आज कल आर्टिफिशियल स्वीटनर का प्रयोग किया जा रहा है। सैकरीन, स्टीविया, एस्पार्टेम, नियोटेक आर्टिफिशियल स्वीटनर के विभिन्न रूप हैं।
आर्टिफिशियल स्वीटनर के शरीर पर प्रभाव
आर्टिफिशियल स्वीटनर का आतों पर प्रभाव
आर्टिफिशियल स्वीटनर के सेवन से आंतों के बैक्टीरिया के संतुलन पर असर होता है। सैकरीन एक ऐसा आर्टिफिशियल स्वीटनर है इसके लगातार सेवन से आंतों के बैक्टीरिया का संतुलन प्रभावित होता है।
आर्टिफिशियल स्वीटनर का दिमाग पर प्रभाव
आर्टिफिशियल स्वीटनर का लगातार सेवन दिमाग के लिए है हानिकारक, एस्पार्टेम एक ऐसा ही आर्टिफिशियल स्वीटनर है जिससे आपके दिमाग की तनाव के प्रति संवेदनशीलता बढ़ सकती है।
आर्टिफिशियल स्वीटनर बन सकते हैं सिर दर्द का कारण
कुछ आर्टिफिशियल स्वीटनर का सेवन करने से सिर दर्द की शिकायत हो सकती है।
आर्टिफिशियल स्वीटनर और पाचन तंत्र
आर्टिफिशियल स्वीटनर पाचन तंत्र को नुकसान पहुंचा सकते हैं
कुछ आर्टिफिशियल स्वीटनर पाचन तंत्र को नुकसान पहुंचाने का काम करते हैं। कुछ व्यक्ति आर्टिफिशियल स्वीटनर को डाइजेस्ट नहीं कर पाते।
आर्टिफिशियल स्वीटनर और हृदय रोग
आर्टिफिशियल स्वीटनर के लगातार सेवन से बढ़ती है हृदय रोग की समस्या आर्टिफिशियल स्वीटनर के लगातार सेवन से फिर हृदय रोग और स्ट्रोक का खतरा बड़ा है। एरिथिटोल जैसे आर्टिफिशियल स्वीटनर के सेवन से रक्त के थक्के बनने की समस्या होती नजर आई है जो कि बाद में हार्ट स्ट्रोक और दिल की बीमारियों की वजह बनी है।
आर्टिफिशियल स्वीटनर से बढ़ता है वजन
वजन कम करने की कोशिश करने वाले लोगों को आर्टिफिशियल स्वीटनर के अधिक प्रयोग से बचना चाहिए।
कौन से आर्टिफिशियल स्वीटनर कितने हैं नुकसानदायक
हार्ड फ्रक्टोज कॉर्न सिरप
हार्ड फ्रक्टोज कॉर्न सिरपआर्टिफिशियल शुगर की लिस्ट में सबसे निचले पायदान पर है। इसके लगातार सेवन से लीवर पर स्ट्रेस बढ़ता है और आपका वजन भी बढ़ता है।
रिफाइंड शुगर
यह आर्टिफिशियल स्वीटनर आपकी बॉडी में तेजी से अवशोषित होता है जिसके कारण शरीर में रक्त शर्करा की मात्रा बढ़ती है। वजन बढ़ाने में भी इसका काफी योगदान है।
आर्टिफिशियल स्वीटनर सुक्रोज और एस्पार्टेम
यह स्वीटनर रिफाइंड शुगर और कॉर्न सिरप से बेहतर है लेकिन इससे भी पाचन तंत्र से लेकर हृदय रोग की समस्याएं होती हैं।
ब्राउन शुगर
ब्राउन शुगर के सेवन से गट हेल्थ प्रभावित होती है। ब्राउन शुगर के लगातार सेवन से रक्त शर्करा भी बढ़ती है।
स्टीविया
प्लांट बेस्ड होने के कारण स्टीविया को आर्टिफिशियल स्वीटनर में एक बेस्ट विकल्प माना जाता है। लेकिन अब दिन पर दिन बढ़ती मिलावट के कारण सेफ यह भी नहीं है।
कोकोनट शुगर
कोकोनट शुगर का ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होने के कारण इसे गुड आर्टिफिशियल स्वीटनर की लिस्ट में रखा जा सकता है। लेकिन इसके भी अपने साइड इफेक्ट्स हैं।
शहद
शहद को एक अच्छा आर्टिफिशियल स्वीटनर माना जाता है। लेकिन मिलावट के दौर में कुछ भी निश्चित नहीं है तो अच्छा शहद मिलना भी नामुमकिन सा ही है।
खजूर
खजूर को एक अच्छा आर्टिफिशियल स्वीटनर माना जाता है इसमें माइक्रो न्यूट्रिएंट्स और फाइबर होते हैं। इसमें कांप्लेक्स शुगर पाई जाती है जो कि रक्त शर्करा में धीरे-धीरे अवशोषित होती है।