अमेरिका में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने आते ही पहले गैर कानूनी रूप से रह रहे प्रवासियों को देश निकाला दिया और अब दूसरे देशों को दी जा रही मदद को बंद करने का मन बना लिया है। इसी कड़ी में बांग्लादेश की युनूस सरकार का भी नंबर आ गया है। बांग्लादेश को दी जाने वाली सभी ग्रांड को 90 दिनों के लिए बंद कर दिया गया है।
आईए जानते हैं क्या है यह पूरा मामला –
अमेरिकी विदेश विभाग ने सभी मौजूदा विदेशी सहायता के लिए कार्य बंद करो आदेश जारी किया
अमेरिका की यूनाइटेड स्टेट एजेंसी फॉर इंटरनेशनल डेवलपमेंट यू एस ए आई डी ने बांग्लादेश में अपने चलाए जा रहे
आर्थिक सहायता कार्यक्रमों को निलंबित कर दिया है, समाप्त कर दिया है। अभी तक बांग्लादेश को जो आर्थिक सहायताएं दी जा रही थी उन सबको रोक दिया गया है। यूएसएआईडी ने एक पत्र में लिखा की बांग्लादेश में चल रहे किसी भी वित्त पोषित कार्यक्रम को तुरंत रोक दिया जाए, बंद कर दिया जाए या निलंबित कर दिया जाए। अमेरिकी विकास एजेंसी ने कहा कि यह पत्र सभी यूएसएआईडी के अंतर्गत चल रहे प्रोग्राम्स के भागीदारों को निर्देश देता है कि वह अपने संबंधित यूएसएआईडी बांग्लादेश अनुबंध कार्य, आदेश, अनुसंधान, अनुदान, सहकारी समझौते या अन्य किसी अधिग्रहण या सहायता साधन के अंतर्गत किए गए किसी भी काम को तुरंत रोक दे, बंद कर दे या फिर निलंबित कर दे। अमेरिकी विकास योजना के अंतर्गत कहा गया की सभी पार्टनर्स को जो भी सुविधाएं दी जा रही हैं उनमें लगी लागत को कम करने का प्रयास करना चाहिए। किसी भी पार्टनर को तब तक काम शुरू नहीं करना है जब तक कि कोई लिखित अध्यादेश पारित नहीं हो जाता है।
डोनाल्ड ट्रंप में सत्ता संभालते ही मचा दी थी दुनिया में खलबली
डोनाल्ड ट्रंप ने सत्ता संभालने से पहले से ही लोगों को अपने दृष्टिकोण के विषय में सचेत करना शुरू कर दिया था। 20 जनवरी को डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिका के 47 वे राष्ट्रपति के पद की शपथ ली उसके बाद उन्होंने बिडेन के सभी फैसलों को निरस्त करना शुरू कर दिया। डोनाल्ड ट्रंप ने कई विदेशी नीतियों को बदलने की बात कही और उन्हें बदला भी उन्होंने सबसे पहले अवैध प्रवासियों को अपने देश से निकलने के लिए विमान सेवाएं शुरू की। बच्चों की नागरिकता खत्म करना भी उनकी इस नीति में शामिल है। डोनाल्ड ट्रंप ने 90 दिनों के लिए किसी भी देश को आर्थिक सहायता देने से इनकार किया है इस सूची में बांग्लादेश का नाम सबसे पहले आया है।
यूनुस सरकार की बड़ी मुश्किलें
बांग्लादेश में इस समय मोहम्मद यूनुस की सरकार है। मोहम्मद यूनुस को अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बिडेन का सहयोगी माना जाता है। डोनाल्ड ट्रंप की इस नीति के बाद यूनुस सरकार पर संकट के बादल छा गए हैं। ऐसा लग रहा है की डोनाल्ड ट्रंप मोहम्मद यूनुस को गद्दी से हटाना चाहते हैं। इसी कड़ी में डोनाल्ड ट्रंप ने अगले महीने होने वाले नेशनल ब्रेकफास्ट प्रेयर्स में बीएनपी के नेताओं को भी आमंत्रित किया है। ऐसा माना जा रहा है कि अमेरिकी सरकार बांग्लादेश में पुनः चुनाव कराने के पक्ष में है। मोहम्मद यूनुस 5 अगस्त को बांग्लादेश की शेख हसीना को गद्दी से हटाकर बांग्लादेश की गद्दी पर बैठे थे। शेख हसीना ने 5 अगस्त को ही देश छोड़ दिया था। बताया जा रहा है कि मोहम्मद यूनुस बिडेन और क्लिंटन जैसे पूर्व पूर्व अमेठी के राष्ट्रपतियों के निकटतम थे इसलिए डोनाल्ड ट्रंप उन्हें सत्ता से हटाना चाहते हैं।
भारत को भी होगा इस घोषणा का नुकसान पर बहुत कम
भारत को भी इस घोषणा के कारण नुकसान उठाना पड़ेगा। लेकिन यह काफी कम होगा क्योंकि भारत में कुछ सालों पहले एक नीति बनाई गई थी जिसमें दान के पैसों का उपयोग न करने के विषय में आपसी सहमति बनी थी। इसलिए भारत में काफी समय से ऐसी योजनाएं बन रही है जिनमें हम स्वाबलंबी होकर वित्त पोषण कर रहे हैं। लेकिन फिर भी हमारी बहुत सी योजनाएं ऐसी है जिनमें हमें अमेरिका मदद कर रहा है ऐसी हालत में अमेरिका की 90 दिन की घोषणा से हमारा नुकसान होगा भी तो बहुत कम होगा।