बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के ऊपर चल रहे मुकदमे का फैसला की आज तारीख मिलने वाली है इस पर बांग्लादेश में हालात फिर से हिंसक होते नजर आ रहे हैं भारतीय मीडिया द्वारा बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री का इंटरव्यू लिए जाने पर बांग्लादेश ने भारत के राजदूत ने नाराजगी जताई है
बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना की पार्टी आवामी लीग ने किया लॉकडाउन का ऐलान
बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना की अवामी लीग ने ढाका लॉकडाउन का ऐलान किया है। शेख हसीना के ऊपर लगाए गए मुक़दमों का जल्दी फैसला होने वाला है। अब देखना है कि शेख हसीना को सजा मिलेगी या उन्हें बेकसूर माना जाएगा। शेख हसीना लगातार अपने इंटरव्यू विदेशी मीडिया को देना शुरू कर दिए हैं भारत के राजदूत को युसूफ सरकार ने शेख हसीना का इंटरव्यू लेने के कारण तलब किया है।
आवामी लीग ने किया ढाका लॉकडाउन का ऐलान
आवामी लीग ने लिखने गुरुवार को ढाका लॉकडाउन का ऐलान किया है। जिस पर मोहम्मद यूनुस सरकार का कहना है की सुरक्षा व्यवस्था को तेज कर दिया गया है।
आवामी लीग के नेताओं को पकड़ा जा रहा है
बांग्लादेश के गृह मामलों के सलाहकार जहांगीर आलम चौधरी ने कहा कि पुलिस और सुरक्षाबलों ने सुरक्षा बढ़ा दी है जगह-जगह सुरक्षा कर्मचारी तैनात हैं। महत्वपूर्ण इमारतों की सुरक्षा भी कड़ी कर दी गई है। अभी अवामी लीग की पार्टी के कार्यक्रम को लेकर कोई खतरा नहीं है हमने उसकी गतिविधियों को देश में बंद कर दिया है। अभी हाल ही में अवामी लीग के 34 नेताओं को पकड़ा गया है।
आवामी लीग के समर्थक कर रहे हैं प्रदर्शन
शेख हसीना के फैसले की आज तारीख आ सकती है। इसलिए बांग्लादेश में सुरक्षा बढ़ा दी गई है कुछ आवामी लीग के समर्थक बांग्लादेश के कुछ हिस्सों में हिंसक विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।
क्या कहना है ढाका पुलिस का
ढाका पुलिस कमिश्नर शेख मोहम्मद सज्जाद अली ने कहा 13 नवंबर को चिंता की कोई बात नहीं है राजधानी में कानून व्यवस्था पूरी तरह से नियंत्रण में है। जब उनसे पूछा गया की क्या हिंसा की कोई संभावना है तो उनका जवाब था एक-दो घंटे हुई है जिनमें मोटरसाइकिल से कॉकटेल फेके गए और अपराधी जल्दी से भाग गए। एक आदमी को बस में आग लगाते हुए रंगे हाथों पकड़ा गया। पुलिस का कहना है ढाका के लोगों ने ही ताजा शाही को गिराया था। तोड़ फोड़ की हरकतों को वही रोकेंगे। डीएपी, आर्मी, बीजीबी और दूसरी फोर्स मिलकर इसे रोकेगी।
क्या स्थिति है बांग्लादेश की
बांग्लादेश में अदालत का फैसला आने ही वाला है इससे पहले से ही देश में जगह जगह आगजनी की घटनाएं हो रही हैं। बांग्लादेश की राजधानी ढाका को एक किले में बदल दिया गया है। पुलिस और बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश के सैनिक जगह-जगह तैनात हैं। बांग्लादेश में ढाका के अलावा गाजीपुर और ब्राह्मण बारिया जैसे शहरों में आगजनी की खबरें फैल चुकी है। बांग्लादेश की मोहम्मद यूनुस सरकार में आतंकवाद की घटनाओं के लिए अवामी लीग को जिम्मेदार ठहरा रही है। आज दंगे में एक ग्रामीण बैंक की शाखा भी तबाह हो गई है बैंक में रखे फर्नीचर और सभी जरूरी दस्तावेज भी बर्बाद हो गए हैं। ग्रामीण बैंक मोहम्मद यूनुस द्वारा 1983 में माइक्रो क्रेडिट लोन प्रदान करने के लिए स्थापित किया गया था।
अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायाधिकरण के आसपास सुरक्षा व्यवस्था की गई कड़ी
आज अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायाधिकरण आईसीटी के आसपास सुरक्षा व्यवस्था सख्त कर दी गई है। यहां पर शेख हसीना और उनके सहयोगियों पर लगाए गए आरोपों पर फैसला सुनाने की आज तारीख निश्चित की जाएगी। शेख हसीना अगस्त में भारत में शरण लेने जा चुकी है। शेख हसीना पर हत्या और हत्या की साजिश रचने जैसे दर्जनों आपराधिक आरोप लगाए गए हैं।
बांग्लादेश के विदेश मंत्रालय ने भारतीय उप उच्चायुक्त को किया तलब
बांग्लादेश की युनुस सरकार ने भारतीय मीडिया द्वारा शेख हसीना के इंटरव्यू लिए जाने का कड़ा विरोध किया है उन्होंने भारत के उच्चायुक्त पवन बंदे को बुलाकर बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना को भारतीय मीडिया से बातचीत करने और भारत सरकार द्वारा अनुमति दिए जाने पर बांग्लादेश के कड़े विरोध और चिंता से अवगत कराया। बांग्लादेश सरकार ने भारत सरकार से अनुरोध किया है कि हसीना की मीडिया तक पहुँच तुरंत बंद की जाए। बांग्लादेश के राजनयिक ने भारतीय राजनयिक से मानवता के खिलाफ अपराध के आरोप में मुकदमे का सामना कर रही हसीना को शरण देने और बांग्लादेश में नफरत फैलाने और आतंकी कृतियों की वकालत करने का मंच , प्रदान करने के लिए देना दोनों देशों के बीच रचनात्मक विपक्षी संबंधों को बढ़ावा देने में मददगार नहीं है।
क्या कहना है,भारतीय पक्ष का इस विषय में ?
भारतीय राजनयिक ने जवाब दिया कि इसके विषय में कुछ स्पष्ट नहीं है फिर भी विश्वसनीय सूत्रों का कहना है कि भारतीय पक्ष ने स्पष्ट किया है कि भारत में मीडिया स्वतंत्र है और सरकार का उस पर नियंत्रण नहीं है। शेख हसीना अभी हाल ही में ब्रिटिश और फ्रांसीसी मीडिया को भी इंटरव्यू दे चुकी है लेकिन बांग्लादेश के विदेश मंत्रालय को सिर्फ भारत ही याद आया यह विचारणीय बात है।