Delhi Bomb Blast: लाल किले के पास भयानक धमाका, 9 की मौत – पीएम मोदी बोले, “साजिश की जड़ तक पहुँचेंगे”

delhi bomb blast

दिल्ली में सोमवार शाम हुए delhi bomb blast ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया। राजधानी के ऐतिहासिक लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास हुए इस शक्तिशाली विस्फोट में 9 लोगों की मौत हो गई, जबकि 20 से अधिक लोग घायल हुए। हादसे के बाद देशभर में ग़म और गुस्से का माहौल है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भूटान से बयान जारी कर कहा, “इस कायराना हमले के पीछे जो भी साजिश है, उसे पूरी तरह उजागर किया जाएगा, और दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।”

💥 कैसे हुआ delhi bomb blast?

सोमवार शाम करीब 6:52 बजे, लाल किले के पास एक सफेद Hyundai i20 कार में अचानक जोरदार विस्फोट हुआ। यह कार ट्रैफिक सिग्नल पर धीरे-धीरे चल रही थी, तभी तेज़ धमाके की आवाज़ से पूरा इलाका दहल गया। धमाके में कार के परखच्चे उड़ गए और आसपास खड़ी कई गाड़ियों को भी नुकसान पहुंचा।

स्थानीय लोगों ने बताया कि विस्फोट इतना शक्तिशाली था कि आसपास की खिड़कियां तक हिल गईं। पुलिस और एनएसजी की टीमें तुरंत मौके पर पहुंचीं और पूरे इलाके को घेर लिया गया। शुरुआती जांच में पाया गया कि कार में अत्यधिक मात्रा में विस्फोटक पदार्थ मौजूद था।

🕵️‍♂️ आरोपी की पहचान और आतंकी कनेक्शन

जांच में पता चला कि जिस कार में धमाका हुआ, वह उमर मोहम्मद, जम्मू-कश्मीर के पुलवामा निवासी, के नाम पर रजिस्टर्ड थी। उमर पेशे से डॉक्टर था, लेकिन सूत्रों के अनुसार, वह एक कट्टरपंथी डॉक्टरों के समूह से जुड़ा हुआ था, जो Jaish-e-Mohammed (JeM) नामक पाकिस्तानी आतंकी संगठन से संपर्क में था।

जांच एजेंसियों का मानना है कि यह ब्लास्ट किसी बड़े नेटवर्क की साजिश का हिस्सा है। इस नेटवर्क को “व्हाइट कॉलर टेरर मॉड्यूल” कहा जा रहा है, जिसमें पढ़े-लिखे पेशेवर लोग शामिल हैं — डॉक्टर, इंजीनियर और रिसर्चर तक।

🚨 फरीदाबाद से मिले 2,900 किलो विस्फोटक

दिल्ली धमाके से कुछ घंटे पहले, फरीदाबाद पुलिस ने दो किराए के कमरों से लगभग 2,900 किलोग्राम विस्फोटक सामग्री जब्त की थी। इनमें अमोनियम नाइट्रेट, पोटेशियम नाइट्रेट और सल्फर जैसे रसायन शामिल थे।

इन कमरों को दो कश्मीरी डॉक्टर — मुज़म्मिल शकील और अदील अहमद राथे — ने किराए पर लिया था। दोनों को आठ अन्य लोगों के साथ गिरफ्तार किया गया है। अधिकारियों का कहना है कि ये सभी लोग Jaish-e-Mohammed और Ansar Ghazwat-ul-Hind से जुड़े हुए हैं और हरियाणा, उत्तर प्रदेश और कश्मीर तक फैले नेटवर्क का हिस्सा हैं।

अब जांच एजेंसियों ने यह भी पाया है कि उमर मोहम्मद, जो ब्लास्ट में शामिल था, उसी मॉड्यूल से जुड़ा हुआ था।

🇮🇳 पीएम मोदी का सख्त संदेश: “साजिश रचने वाले नहीं बचेंगे”

भूटान के थिम्फू में अपने संबोधन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा —

“हमारी एजेंसियां इस साजिश की जड़ तक पहुँचेंगी। इस कृत्य के पीछे जो भी लोग हैं, उन्हें बख्शा नहीं जाएगा। देश की न्याय प्रणाली हर दोषी को उसके अंजाम तक पहुंचाएगी।”

उन्होंने कहा कि वह घटना के बाद पूरी रात एजेंसियों के संपर्क में थे।

“मैं उन परिवारों के दुख को समझता हूँ जिन्होंने अपने प्रियजनों को खोया है। पूरा देश उनके साथ खड़ा है,” प्रधानमंत्री ने कहा।

🔥 “ऑपरेशन सिंदूर” जारी

सरकारी सूत्रों ने बताया है कि Operation Sindoor, जिसे जम्मू-कश्मीर के पहलगाम आतंकी हमले के बाद 7 मई को शुरू किया गया था, अभी भी जारी है। यह अभियान उन आतंकी संगठनों के खिलाफ चलाया जा रहा है, जो भारत में आतंकी गतिविधियाँ फैलाने की कोशिश कर रहे हैं।

इस अभियान के तहत भारतीय सेना ने पाकिस्तान और पाक-अधिकृत कश्मीर (PoK) में कई आतंकी ठिकानों को नष्ट किया, जिनमें 100 से अधिक आतंकियों के मारे जाने की पुष्टि हुई।

⚔️ पाकिस्तान से जुड़ा आतंकी नेटवर्क

सुरक्षा एजेंसियों के मुताबिक, delhi bomb blast की साजिश भी सीमा पार से रची गई थी। शुरुआती सुराग बताते हैं कि विस्फोटक सामग्री और योजनाएं पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठनों के इशारे पर तैयार की गई थीं।

पाकिस्तान ने बदले में मिसाइल और ड्रोन हमले की कोशिश की थी, जिसे भारतीय सुरक्षा बलों ने नाकाम कर दिया। इसके बाद भारतीय सेना ने जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तान के कुछ एयरबेस को निशाना बनाया था।

💬 पीएम मोदी की चेतावनी: “आतंकवाद को मिलेगी सजा”

यह पहली बार नहीं है जब प्रधानमंत्री मोदी ने आतंकियों के खिलाफ सख्त रुख अपनाया हो। पहलगाम हमले के बाद भी उन्होंने कहा था —

“भारत हर आतंकी को पहचानकर सजा देगा। हम आतंक के खिलाफ वैश्विक स्तर पर लड़ाई जारी रखेंगे।”

उन्होंने साफ शब्दों में कहा —

“जो भारत की धरती पर खून बहाएंगे, उन्हें ऐसी सज़ा मिलेगी जिसकी वे कल्पना भी नहीं कर सकते।”

🧠 जांच में नए सुराग

जांच एजेंसियों ने दिल्ली और हरियाणा में कई जगह छापेमारी की है। पुलिस को कुछ डिजिटल डिवाइस, मोबाइल चैट और टेलीग्राम ग्रुप्स से अहम जानकारी मिली है, जिनसे पता चलता है कि आतंकी नेटवर्क साइबर माध्यमों से समन्वय कर रहा था।

एनआईए और दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल इस ब्लास्ट के हर पहलू की गहराई से जांच कर रही हैं। संभावना जताई जा रही है कि आने वाले दिनों में और गिरफ्तारियां होंगी।

⚰️ पीड़ित परिवारों का दर्द

इस delhi bomb blast में जान गंवाने वालों में एक ऑटो ड्राइवर, एक कॉलेज छात्र, और दो महिला पर्यटक भी शामिल हैं। कई घायल अभी भी अस्पताल में भर्ती हैं। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मृतकों के परिजनों को आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है।

🔔 निष्कर्ष: आतंक के खिलाफ एकजुट भारत

delhi bomb blast ने एक बार फिर देश को याद दिलाया है कि आतंकवाद किसी भी रूप में बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। प्रधानमंत्री मोदी का यह वादा कि “साजिश रचने वाले नहीं बचेंगे”, देश की जनता को भरोसा देता है कि न्याय अवश्य मिलेगा।

अब पूरे देश की नजरें इस जांच पर टिकी हैं — कि आखिर कौन थे वो चेहरे जिन्होंने राजधानी के दिल में इतना बड़ा धमाका करने की हिम्मत की।

भारत की सुरक्षा एजेंसियां सक्रिय हैं, और देश एकजुट होकर आतंक के खिलाफ खड़ा है। जैसा कि प्रधानमंत्री ने कहा —

“भारत का हौसला अडिग है, हमारी आत्मा कभी नहीं टूटेगी।”

Most Popular

About Author