बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के करीबी और पूर्व मंत्री मोहिबुल हसन चौधरी ने दावा किया है की शेख हसीना को प्रधानमंत्री पद से हटाने की साजिश मोहम्मद यूनुस ने क्लिंटन परिवार के साथ मिलकर रची थी। जानते हैं क्या है पूरा मामला
शेख हसीना के करीबी ने कहा मोहम्मद यूनुस के साथ क्लिंटन ने मिलकर रची थी हसीना को हटाने की साजिश
शेख हसीना के करीबी और बांग्लादेश के पूर्व मंत्री मोहिबुल हसन चौधरी ने रसिया टुडे को एक इंटरव्यू दिया जिसमें उन्होंने खुलासा किया कि मोहम्मद यूनुस ने क्लिंटन परिवार के साथ मिलकर बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना को हटाने की साजिश रची थी। उन्होंने इंटरव्यू में कहा कि शेख हसीना को हटाने के पीछे अमेरिकी मानवीय एजेंसी USAID क्लिंटन परिवार और मोहम्मद यूनुस का हाथ था। मोहिबुल हसन चौधरी ने कहा मोहम्मद यूनुस और अमेरिका के बीच काफी लंबे समय से संबंध है। अमेरिकी एजेंसी ने करोड़ों डॉलर की फंडिंग शेख हसीना सरकार को गिराने में की।
क्या आरोप लगाए हैं बांग्लादेश के पूर्व मंत्री ने अमेरिका पर ?
बांग्लादेश के पूर्व मंत्री ने अमेरिका के USAID और अमेरिका के अन्य एनजीओ पर शेख हसीना की सरकार को गिराने की आरोप लगाए हैं उन्होंने कहा कि कुछ एनजीओ और अमेरिकी एजेंसियों ने मिलकर बांग्लादेश सरकार के खिलाफ अभियान चलाया। यह लोग लंबे समय से हमारी सरकार के खिलाफ कार्यवाहियों में लगे हुए थे। विशेष तौर से उन्होंने यूएसएआईडी और इंटरनेशनल रिपब्लिकन इंस्टीट्यूट पर अपना निशाना साधा। उन्होंने कहा लंबे समय से यह दोनों संस्थाएं बांग्लादेश में सरकार विरोधी कार्यवाही में लगी हुई थीं।
इन दोनों संस्थाओं की करोड़ों डॉलर की फंडिंग गायब हो गई इस पैसे का प्रयोग सत्ता विरोधी गतिविधियों के लिए किया गया। उन्होंने कहा इस पैसे से बांग्लादेश में अराजकता फैलाई गई यह अराजकता योजनाबद्ध तरीके से सुचारू की गई इसके बाद ही यह अराजकता बांग्लादेश में दंगों के रूप में फैल गई। उन्होंने कहा क्लिंटन परिवार और विभिन्न एनजीओ ने विकास कार्यक्रमों के नाम पर बांग्लादेश में सत्ता परिवर्तन की रणनीति बनाई। उन्होंने आरोप लगाया कि एनजीओ और स्थानीय समूह मिलकर राजनीतिक अस्थिरता फैला रहे थे इन समूहों ने लोकतंत्र मान्यता अधिकार के नाम पर मिली सहायता का दुरुपयोग राजनीतिक अस्थिरता फैलाने में किया।
बांग्लादेश के पूर्व मंत्री ने कहा , क्लिंटन परिवार और मोहम्मद यूनुस के बीच है काफी समय से रिश्ते
बांग्लादेश के पूर्व मंत्री ने कहा कि क्लिंटन परिवार और मोहम्मद यूनुस के बीच काफी लंबे समय से रिश्ते हैं। एनजीओ के जरिए बांग्लादेश में फंडिंग की जाती थी। वो लंबे समय से बांग्लादेश सरकार को हटाना चाहते थे। बांग्लादेश की नवीनतम सरकार पाकिस्तान की काफी करीब आती जा रही है जबकि पाकिस्तान ने 1971 में नरसंहार किया था पाकिस्तान के कारण ही बांग्लादेश बना था।
अमेरिका ने आरोपों को बताया बेबुनियाद और हास्यास्पद
अमेरिका ने बांग्लादेश के पूर्व प्रधानमंत्री द्वारा लगाए गए आरोपी को हास्यास्पद बताया है। बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना ने भी कहा था कि मोहम्मद यूनुस अमेरिका के हितों को साधने का प्रयास कर रहे हैं। शेख हसीना ने कहा कि उनके पिता शेख मुजीबुर रहमान को अमेरिका को सैंट मार्टिन द्वीप देने के लिए बार-बार कहां जा रहा था जिसके लिए उन्होंने मना कर दिया था और अब उन पर दबाव बनाया जा रहा है। शेख हसीना के इस तरह के आरोपी को अमेरिका ने बेबुनियाद बताया है अमेरिका का कहना है कि बांग्लादेश संकट से उनका कोई भी वास्ता नहीं है।
सैंट मार्टिन द्वीप क्यों महत्वपूर्ण है भारत और पाकिस्तान के लिए
सैंट मार्टिन द्वीप भारत के लिए एक रणनीतिक महत्व का विषय है भारत के समुद्री मार्ग और क्षेत्रीय सुरक्षा को स्थापित करने में इस द्वीप का विशेष महत्व है। पाकिस्तान को यह अपनी क्षेत्रीय संप्रभुता और हार याद दिलाता है।