आजकल इंस्टेंट डिलीवरी एप 10 मिनट में सामान मंगाने के कारण भारत की पहली पसंद बनता जा रहा है पर क्या सच में यह फायदे का सौदा है आइए जानते हैं?
इंस्टेंट डिलीवरी एप सच में फायदे का सौदा है क्या ?
हम भारतीय भी अब इंस्टेंट डिलीवरी एप से सामान खरीदना पसंद करने लगे हैं। एक तो हमारा सामान मिनटों में घर आ जाता है और दूसरे हमें बहुत सारे ऑफर्स भी मिलते हैं पर क्या सच में इंस्टेंट डिलीवरी फायदे का सौदा है क्योंकि हैंडलिंग फीस के अलावा और भी कई सारी फीसें है जो अब इनमें जुड़ती जा रही हैं।
इंस्टेंट डिलीवरी एप के नाम पर वसूली जा रही है हमसे ढेर सारी एक्स्ट्रा कीमत
आजकल ब्लिंकइट से मिनटों में सामान आ जाता है तो जैप्टो से पलक झपकते ही खाना आ जाता है ऐसे में हम सभी को लगता है कि क्यों दुकानों में जाकर टाइम वेस्ट करना, क्यों गर्मी में, सर्दी में, बारिश में खुद को परेशान करना। और क्यों रेस्टोरेंट में अपनी बारी का इंतजार करना। ऐसे में तो ये इंस्टेंट डिलीवरी एप कमाल के हैं पर हमने इसके दूसरे पक्ष की तरफ तो देखा ही नहीं है न जाने कब ये हमारी जेब धीरे-धीरे खाली करना शुरू कर देते हैं। हैंडलिंग चार्ज के रूप में शुरुआत 2 रुपए से हुई थी लेकिन अब यह 14 महीना में ही ₹10 तक बढ़ा चुके हैं। एंड्रॉयड फोन और आईफोन यूजर्स के लिए भी इनके प्लेटफॉर्म के प्राइसेस अलग-अलग होते हैं। प्लेटफार्म फीस भी आपसे अच्छी खासी वसूलते हैं। कन्वीनियंस फीस और जीएसटी भी हमसे लेते ही हैं।
डिलीवरी शुल्क क्या होता है ?
यह वह शुल्क होता है जो कि आप अपने उत्पादों की तुरंत डिलीवरी के लिए देते हैं अगर आपको कोई ड्रेस या कोई खाने की चीज तुरंत ही मंगवानी होती है तो आप उसका अतिरिक्त डिलीवरी पे करते हैं।
प्लेटफॉर्म शुल्क
यह वह शुल्क है जो कि उसे ऐप को सुचारू रूप से कार्यान्वित करने के लिए हमसे लिया जाता है। इस शुल्क को हर ऑर्डर पर या अगर हमने उस एप का सब्सक्रिप्शन लिया हुआ है तो महीने के अनुसार लिया जाता है। प्लेटफॉर्म शुल्क अधिकतर ₹2 से ₹5 तक का होता है। आप अंदाजा लगाइए कि अगर आप महीने में 20 आर्डर मंगवा रहे हैं तो आपको कितना अतिरिक्त शुल्क देना होगा।
लेट नाइट हेडंलिंग चार्ज
अगर हम किसी चीज को देर रात को मंगा रहे हैं तो उस वस्तु का हमसे अतिरिक्त लेट नाइट हैंडलिंग चार्ज लिया जाता है।
कैश हैंडलिंग चार्ज
जैप्टो, ब्लिंकइट जैसे एप इस शुल्क को नकद भुगतान के लिए लगाते हैं। शहरों के आधार पर भी शुल्क अलग-अलग हो सकते हैं।
आप किस क्षेत्र में रह रहे हैं, किस शहर में रह रहे हैं उसके अनुसार भी आपके ऊपर शुल्क लगाया जा सकता है। हर बार आर्डर करते समय आपको ₹5 से ₹15 तक का हैंडलिंग चार्ज देना होता है।
प्राइस सर्ज
होली, दिवाली, बारिश, तेज गर्मी या सर्दी के समय आपको इस चार्ज को देना होता है। इस समय आपकी वस्तु की कीमत भी बढ़ती है और साथ ही साथ यह चार्ज भी बढ़ जाता है। ऑफलाइन दुकानों में जो वस्तु आपको ₹100 की मिलती है वह ऑनलाइन स्टोर पर आपको 110 से 115 तक की मिलती है और समय के अनुसार उसका प्राइस सर्ज भी 5 से ₹10 बढ़ जाता है। अगर आप बारिश या खराब मौसम में अपना सामान मंगवाते हैं तो उसका भी आपको एक्स्ट्रा चार्ज करना पड़ता है।
पीक टाइम
अगर आप पीक टाइम में सामान मंगवा रहे हैं तो उसके लिए भी आपको अतिरिक्त शुल्क देना पड़ता है। यह वह समय होता है जिस्म की ट्रैफिक में काफी भीड़ होती है।पीक आवर्स में अपना सामान मंगवा रहे हैं तो आपको ₹10 से ₹30 तक अतिरिक्त व्यय करना पड़ता है। अगर आप एंड्रॉयड यूजर है तो आपको कम शुल्क देना पड़ता है लेकिन अगर आप आईफोन यूजर है तो आपको अधिक शुल्क देना पड़ता है।