क्या आपको अपनी रखी हुई चीज याद करने में मुश्किल आती है। आप पढ़ा हुआ बहुत जल्दी भूल जाते हैं। आपको महत्वपूर्ण बातें या कोई महत्वपूर्ण विवरण याद नहीं रहता तो कहीं ना कहीं यह हमारे शरीर में पोषक तत्वों की कमी के कारण होता है। अगर हम चाहते हैं की उम्र बढ़ने के साथ-साथ हमारी याददाश्त कमजोर ना हो तो हमें नियमित रूप से उचित पोषक तत्वों का सेवन करने की आवश्यकता होगी तो आईए जानते हैं अपने मस्तिष्क को स्वस्थ रखने के लिए हम क्या खाएं? जानते है तीन ऐसे पोषक तत्व जिन्हें याददाश्त और तीव्र बुद्धि के लिए जाना जाता है।
विटामिन b6 b9 और b12, ओमेगा 3 फैटी एसिड, विटामिन ई
विटामिन बी
विटामिन बी के b6, b9 और b12 विटामिन न्यूरोट्रांसमीटर के उत्पादन के लिए अति आवश्यक है। न्यूरो ट्रांसमीटर संवेदनाओं को न्यूरॉन्स के जरिए मस्तिष्क तक पहुंचाने का काम करते हैं। विटामिन बी मेमोरी संयोजन और किसी चीज को याद रखना और सीखने में मददगार होता है। विटामिन b12 की कमी से चीजों को सोने और समझने का स्तर कम होता है और मरीज को धीरे-धीरे मेमोरी लॉस होने लगता है। विटामिन b6 मुर्गी केले और आलू में पाया जाता है। विटामिन बी9 विटामिन पालक, दाल और संतरे में पाया जाता है।
स्वस्थ दिमाग के लिए कितना विटामिन बी है आवश्यक
स्वस्थ दिमाग के लिए (400) एमजी विटामिन b9 लेना आवश्यक है स्वस्थ दिमाग के लिए विटामिन बी 6 (1.3-2) मिलीग्राम लेना आवश्यक है। स्वस्थ दिमाग के लिए विटामिन b12 (2.4) एमजी पर डे लेना आवश्यक है विटामिन b12 अंडे डेयरी और अनाज में पाए जाते हैं। विटामिन b12 गेहूं ओट्स बादाम में पाया जाता है।
ओमेगा 3 फैटी एसिड
ओमेगा 3 फैटी एसिड हमारे मस्तिष्क की कार्य प्रणाली के लिए आवश्यक है। ओमेगा 3 फैटी एसिड से बनता है और डी एच ए मस्तिष्क का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बनता है जो कि स्वस्थ वसा मस्तिष्क कोशिकाओं के निर्माण में सहायक होते हैं। डी एच ए न्यूरॉन्स के बीच संचार में भी सहायक होते हैं। ओमेगा 3 फैटी एसिड मस्तिष्क की सूजन को काम करते हैं और मेमोरी लॉस को रोकते हैं। ओमेगा 3 फैटी एसिड कैसे सीखने की क्षमता बढ़ती है याददाश्त बढ़ती है और मस्तिष्क में ब्लड सरकुलेशन अच्छा होने से सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और याददाश्त अच्छी होती है। ओमेगा 3 फैटी एसिड से संज्ञानात्मक क्षमता और बढ़ती है।
हमारे शरीर को कितनी मात्रा में ओमेगा 3 फैटी एसिड की आवश्यकता है
विशेषज्ञों के अनुसार ओमेगा 3 सबसे अधिक फैटी फिश में पाया जाता है। इसके अलावा ओमेगा 3 अखरोट चिया सीड्स और अलसी के बीजों में भी पाया जाता है।
एंटीऑक्सीडेंट
एंटीऑक्सीडेंट विटामिन ई और फ्लेवोनाइड( जो की डिफरेंट टाइप की बेरीज में मिलते हैं) पाए जाते हैं। एंटीऑक्सीडेंट स्ट्रॉबेरी, ब्लूबेरी, गूजबेरी, मूलबेरी, रास्पबेरी आदि में पाए जाते हैं। एंटीऑक्सीडेंट मस्तिष्क का सुरक्षा कवच होते हैं। दिमाग को तनाव मुक्त रखते हैं। जैसे-जैसे हमारी उम्र बढ़ती है हमारा मस्तिष्क काम करना काम करने लगता है ऐसे में एंटीऑक्सीडेंट जो कि ऑक्सीजन से भरपूर होते हैं। मनुष्य के मस्तिष्क में ब्लड सर्कुलेशन बढ़ाते हैं जिससे दिमाग तेजी से काम करने लगता है।
हमें कितनी मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट की आवश्यकता है
विटामिन सी 75 से 90 एमजी प्रतिदिन हमें लेना चाहिए ध्रूमपान करने वालों को विटामिन सी की अधिक मात्रा लेनी चाहिए।
विटामिन ई 15 मिलीग्राम प्रतिदिन लेना चाहिए।
फ्लेवोनोइड्स ब्लड मेंऑक्सीजन के सर्कुलेशन के लिए आवश्यक होते हैं। इनका कोई गिना चुना पैमाना नहीं है लेकिन फिर भी विभिन्न प्रकार के रंगीन फलों, सब्जियों का सेवन करना स्वास्थ्य की दृष्टि से अत्यधिक महत्वपूर्ण है।
दिमाग को तेज बनाए रखने के लिए क्या खाना है आवश्यक
दिमाग को तेज बनाने के लिए हमें ब्लूबेरी स्ट्रॉबेरी, ब्लैकबेरी जैसी बेरीज खानी चाहिए। हमें डार्क चॉकलेट का सेवन करना चाहिए।
हमें संतरा, आंवला, नींबू मौसमी जैसे खट्टे फलों का सेवन करना चाहिए। हमें अखरोट, बादाम सूरजमुखी के बीज जैसे ड्राई फ्रूट्स और सीड्स का भी सेवन करना चाहिए। फ्लैक्सीड्स, चिया सीड्स ये सभी हमारे दिमाग को तेज करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। सीड्स को हमें वन टीस्पून से अधिक नहीं खाना चाहिए। अगर हम अधिक मात्रा में सीड्स खाने लगते हैं तो हमारे पैरों में क्रैंप्स भी आना शुरू हो सकते हैं। हमें आवश्यकता से अधिक किसी भी चीज का सेवन नहीं करना चाहिए।