कनाडा में कल 19 अप्रैल को एक भारतीय छात्रा हरसिमरत रंधावा की गोली मारकर हत्या कर दी गई। हरसिमरत रंधावा कनाडा के हैमिल्टन के एक कॉलेज में पढ़ाई कर रही थी। वह सिर्फ 21 साल की थी।
पुलिस के अनुसार हरसिमरत पर कार में सवार किसी व्यक्ति ने फायरिंग की थी। हरसिमरत इस समय बस स्टॉप पर खड़े होकर बस का इंतजार कर रही थी।
क्या कहना है भारतीय दूतावास के अधिकारियों का
भारतीय दूतावास ने एक पोस्ट में कहा,॔ हम हैमिल्टन आर्टेरियो में भारतीय छात्र हरसिमरत रंधावा के दुखद मौत से बहुत दुखी है। स्थानीय पुलिस इस मामले की जांच कर रही है आरोपियों को पहचानने की कोशिश की जा रही है हम हम हरसिमरत के परिवार के साथ लगातार संपर्क में है इस कठिन समय में हमारी संवेदनाएं शोकाकुल परिवार के साथ हैं॓।
क्या कहना है हैमिल्टन पुलिस का
हैमिल्टन पुलिस ने एक बयान में कहा, स्थानीय समयानुसार शाम करीब 7:30 बजे हमें हैमिल्टन में अपाचे और साउथ बैड रोड के पास गोलीबारी की सूचना मिली जब हम वहां पहुंचे तो रंधावा को सीने में गोली लगने के घाव के साथ पाया गया उसे अस्पताल ले जाते समय उसकी मृत्यु हो गई। पुलिस के अनुसार वह निर्दोष थी और दो वाहनों में सवाल लोगों के बीच गोलीबारी की घटना के दौरान एक गोली लगने से उसकी मृत्यु हो गई॓।
क्या हुआ था उस दिन?
घटनास्थल की वीडियो की जांच करने के बाद पता चला है कि दो कर सवाल की आपसी मुठभेड़ के बीच एक गोली हरसिमरत को लगी और वह घायल हो गई अस्पताल ले जाते समय उसकी मृत्यु हो गई। एक काली कार में सवार यात्री ने एक सफेद कार में बैठे लोगों पर गोली चलाई इसमें से गोली हरसिमरत को भी लगी।
हरसिमरत को गोली लगने के बाद दोनों कार चालक वहां से भाग गए। इसी समय पास के एक घर में खिड़की में गोलियां लगी। उस समय उसे घर में रहने वाले लोग पास ही में बैठकर टेलीविजन देख रहे थे। गनीमत यह रही कि उनमें से किसी को भी कोई नुकसान नहीं हुआ है।
मामले की जांच कर रही है पुलिस
पुलिस ने आसपास के सीसीटीवी फुटेज भी चेक किए हैं जिससे पता चला है की काली कार वाले व्यक्ति ने ही हरसिमरत पर गोली चलाई और मौके से फरार हो गया इस घटना में किसी और की मृत्यु नहीं हुई है। हरसिमरत का इस घटना से कोई लेना-देना नहीं था दो गुटों की आपसी लड़ाई में हुई गोलीबारी के बीच में एक गोली हरसिमरत को लगी
अब पुलिस उन कार सवारों की तलाश कर रही है जिन्होंने गोलीबारी की थी। उन दोनों में से अगर कोई भी एक कार चालक मिल जाता है तो काली कार वाला कार चालक आसानी से पकड़ में आ जाएगा।
कनाडा में लगातार हो रही है भारतीय छात्रों की हत्याएं
कनाडा में इससे पहले भारतीय मूल के छात्र हर्षनदीप की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। हर्षनदीप कनाडा में पढ़ाई कर रहे थे पढ़ाई के साथ-साथ वह सुरक्षा गार्ड की भी नौकरी कर रहे थे। इस घटना की भी वीडियो रिकॉर्डिंग सीसीटीवी कैमरे में हुई है जो की दिल दहला देने वाली है। पहले हर्षनदीप सिंह को सीढीओं से धकेला गया और फिर उन्हें पीछे से गोली मार दी गई।
हर्षनदीप सिंह सिर्फ 20 साल के थे। इससे पहले भी कनाडा में तीन भारतीय छात्रों की हत्या हुई थी जिसे भारत सरकार ने भयानक त्रासदी बताया था और ओटावा स्थित उच्चायोग ने भारतीय छात्रों की सुरक्षा के लिए कनाडा अधिकारियों के सामने यह मामला उठाया था।
कनाडा में लगातार हो रही है भारतीय छात्रों की हत्या, क्या कनाडा और भारत के तनावपूर्ण संबंध है वजह?
जस्टिन टूडो द्वारा कनाडा में खालिस्तान का समर्थन करने के बाद भारत और कनाडा के संबंध तनावपूर्ण होते जा रहे थे। इससे पहले कनाडा को भारत के लिए एक सुरक्षित स्थल माना जाता था भारतीय कनाडा बिना किसी असुरक्षा की भावना के जाते थे। लेकिन काफी समय से स्थितियां तनावपूर्ण हो चुकी थी। कनाडा के नए राष्ट्रपति मार्क कार्नी के आने के बाद इन संबंधों में सुधार की उम्मीद की जा रही है।