Saturday, February 22, 2025
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ज़ोमैटो ने बदला अपना नाम, CEO दीपिंदर गोयल ने साझा किया कंपनी का सफर

फूड डिलीवरी क्षेत्र की अग्रणी कंपनी ज़ोमैटो अब अपने पुराने नाम से नहीं जानी जाएगी। कंपनी के बोर्ड ने इसके नाम परिवर्तन को मंजूरी दे दी है। CEO दीपिंदर गोयल ने इस बदलाव की घोषणा एक आधिकारिक पत्र के माध्यम से की, जिसमें उन्होंने इस निर्णय के पीछे की वजह स्पष्ट की।

ज़ोमैटो से ‘इटरनल’ तक का सफर

23 दिसंबर को ज़ोमैटो ने BSE सेंसेक्स में अपनी एंट्री दर्ज की। संयोग से, यह वही तारीख थी जब 17 साल पहले, 2007 में, दीपिंदर गोयल ने फूडीबे (जो बाद में ज़ोमैटो बना) के लिए पहली कोडिंग लाइन लिखी थी। सेंसेक्स में शामिल होने वाली भारत की पहली टेक स्टार्टअप कंपनी बनकर ज़ोमैटो ने एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की। इस मील के पत्थर के साथ ज़िम्मेदारी भी बढ़ गई है – उन ग्राहकों की सेवा करने की, जो इस प्लेटफॉर्म पर भरोसा करते हैं, उन कर्मचारियों की जो इस कंपनी को आगे बढ़ाने में लगे हैं और उस देश की, जिसने इसे पनपने का अवसर दिया।

संघर्ष से सफलता तक का सफर

कंपनी की यह यात्रा अभूतपूर्व रही है। ज़ोमैटो का जन्म एक आकस्मिक पहल के रूप में हुआ था, जब दीपिंदर गोयल ने शहर के विभिन्न रेस्तरां के मेन्यू एकत्र कर उन्हें एक वेबसाइट पर अपलोड कर दिया था। उन्होंने इसे कभी एक व्यवसाय के रूप में नहीं सोचा था, बल्कि यह सेवा प्रदान करने की उनकी साधारण इच्छा थी। लेकिन समय के साथ यह एक विशाल कंपनी में तब्दील हो गई, जिसने लाखों प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष नौकरियां उत्पन्न कीं।

कई डिलीवरी पार्टनर और रेस्तरां मालिक इस प्लेटफॉर्म की बदौलत अपनी आर्थिक स्थिति मजबूत करने में सक्षम हुए हैं। कुछ लोगों ने बताया कि ज़ोमैटो के चलते वे अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा दिला पा रहे हैं। इस प्रकार, यह सिर्फ एक कंपनी नहीं बल्कि लोगों के सपनों को पूरा करने का माध्यम बन गया है।

‘इटरनल’ – एक नया नाम, नई शुरुआत

कंपनी के भविष्य को ध्यान में रखते हुए, ज़ोमैटो ने अपने नाम को बदलकर ‘इटरनल लिमिटेड’ करने का निर्णय लिया है। यह नाम सिर्फ एक पहचान नहीं बल्कि कंपनी के स्थायित्व और निरंतर विकास की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।

जब ज़ोमैटो ने Blinkit का अधिग्रहण किया, तब आंतरिक रूप से ‘इटरनल’ नाम का उपयोग किया जाने लगा ताकि कंपनी और ब्रांड/ऐप के बीच स्पष्ट अंतर बना रहे। अब, Blinkit के बढ़ते प्रभाव और कंपनी के विकास को देखते हुए, यह नाम सार्वजनिक रूप से अपनाने का समय आ गया है।

इटरनल: सिर्फ नाम नहीं, एक विचारधारा

इटरनल नाम एक शक्ति और चुनौती दोनों को दर्शाता है। स्थायित्व कोई दिखावे की चीज नहीं बल्कि एक सतत प्रयास है। यह नाम कंपनी के उन मूल्यों की याद दिलाता है, जो इसे निरंतर आगे बढ़ने की प्रेरणा देते हैं।

कर्मचारियों के लिए इटरनल में काम करने का अर्थ होगा – हर दिन खुद को बेहतर बनाने की चुनौती स्वीकार करना, आत्म-संशय को ताकत में बदलना और सीमाओं को पार करने के लिए निरंतर प्रयास करना।

नाम परिवर्तन की आधिकारिक प्रक्रिया

कंपनी के बोर्ड ने इस बदलाव को मंजूरी दे दी है और अब इसे अंतिम रूप देने के लिए शेयरधारकों की स्वीकृति आवश्यक होगी। यदि यह प्रस्ताव पास हो जाता है, तो ज़ोमैटो की आधिकारिक वेबसाइट zomato.com से बदलकर eternal.com हो जाएगी। इसके साथ ही, स्टॉक मार्केट में इसका टिकर भी ZOMATO से बदलकर ETERNAL कर दिया जाएगा।

इटरनल लिमिटेड चार प्रमुख व्यवसायों – ज़ोमैटो, Blinkit, District और Hyperpure – को संचालित करेगी।

एक नई शुरुआत की ओर

ज़ोमैटो की यह यात्रा सिर्फ एक स्टार्टअप की सफलता नहीं बल्कि यह दर्शाती है कि साधारण पृष्ठभूमि से आने वाले लोग भी अपनी मेहनत और विश्वास से बड़े पैमाने पर प्रभाव पैदा कर सकते हैं। कंपनी की इस नई पहचान के साथ, यह सिर्फ एक व्यवसाय नहीं बल्कि एक संस्थान बनने की ओर अग्रसर है, जो आने वाले वर्षों में भी अपनी विरासत को कायम रखेगा।

ABHISHEK KUMAR ABHAY
ABHISHEK KUMAR ABHAY
I’m Abhishek Kumar Abhay, a dedicated writer specializing in entertainment, national news, and global issues, with a keen focus on international relations and economic trends. Through my in-depth articles, I provide readers with sharp insights and current developments, delivering clarity and perspective on today’s most pressing topics.
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