आज 4 मार्च वर्ल्ड ओबेसिडी डे हैं। 2015 में पहली बार वर्ल्ड ओबेसिटी डे मनाया गया था। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इस दिन की शुरुआत की थी इस दिन को मनाने का उद्देश्य मोटापे से जुड़ी स्वास्थ्य समस्याओं से लोगों को अब तक अवगत कराना और लोगों को हेल्थी लाइफस्टाइल के प्रति जागरूक करना था। आज सातवा वर्ल्ड ओबेसिटी डे मनाया जा रहा है। साल 2025 में वर्ल्ड ओबेसिटी दे की थीम चेंजिंग सिस्टम हेल्दीर लाइफ यानी व्यवस्था परिवर्तन स्वस्थ जीवन है।
आज मोटापा सभी के लिए सर दर्द बन गया है चाहे वह छोटे बच्चे हो या बड़े बूढ़े। मोटापा सब बीमारियों की जड़ है थायराइड कोलेस्ट्रॉल हृदय रोग डायबिटीज एक मोटापा न जाने कितनी सारी बीमारियां लेकर आता है आईए जानते हैं क्या है हमारी वह आदतें जिनके कारण हम हो सकते हैं मोटापे के शिकार
अपने भोजन को छोड़ना या एक टाइम के भोजन को छोड़ना
हममें से अधिकतर लोग सोचते हैं कि अगर हम ब्रेकफास्ट, लंच, डिनर इनमें से कुछ एक नहीं करेंगे तो हम पतले हो जाएंगे पर ऐसा है नहीं। जब हम बहुत भूखे होते हैं या अपने एक मिल को स्किप कर देते हैं तो हमें और ज्यादा भूख लगती है और हम अपनी उसे भूख को कंट्रोल करने के लिए जरूरत से ज्यादा खा लेते हैं। अगर आप अपना मिल स्किप करते हैं तो आपका मेटाबॉलिक भी स्लो होने लगता है जिसकी वजह से भी आपका वेट लॉस नहीं हो पाता। अगर आप व्रत भी करें तो बीच-बीच में आप फल, जूस, पानी लेते रहे ताकि आपका शरीर ऊर्जावान बना रहे आपका मेटाबॉलिज्म स्ट्रांग रहे। अगर आप रात का खाना देर से कहते हैं तो भी आपका वजन बढ़ता है रात का खाना हमें सोने से दो-तीन घंटे पहले खा लेना चाहिए।
अगर आप कम सोते हैं या ज्यादा सोते हैं
अगर आपका स्लीपिंग पैटर्न सही नहीं है आप 8 घंटे से कम सोते हैं तो भी आपको वेट कम करने में दिक्कत आ सकती है। हाल ही के शोधों से पता चला है रिसर्च की कम से कम आपको 5 घंटे तो रोज सोना ही चाहिए। अब कहां जाता है कि 8 घंटे तो सिर्फ वही लोग सो पाएंगे जो बहुत मेहनत करते हैं जिनके शरीर बहुत थक जाता है पर फिर भी हर व्यक्ति को कम से कम 5 से 6 घंटे तक सोना चाहिए। जो लोग काम सोते हैं उनके शरीर में हार्मोन असंतुलन की समस्या पैदा हो जाती है जिसके कारण बहुत ज्यादा खाते हैं और वजन बढ़ाने की समस्या शुरू हो जाती है।
जो लोग 8 घंटे से ज्यादा सोते हैं वह खुद को लेथार्जिक फील करते हैं उनको हमेशा आलस बना रहता है और उनका भी वेट लॉस बहुत मुश्किल से होता है। ज्यादा सोने से शरीर में कॉर्टिसोल नाम का हार्मोन बढ़ता है जो कि तनाव बढ़ता है तनाव होने के कारण व्यक्ति को अनहेल्थी स्नैक्स खाने का मन करता है जिस व्यक्ति का वजन बढ़ता है।
आर्टिफिशियल स्वीटनर
आर्टिफिशियल स्वीटनर शुगर फ्री स्टीविया से बनी चीजे आजकल चीनी का विकल्प हो रहा है। गुड़ ,शक्कर को भी चीनी का विकल्प कहा जाता है। लेकिन ये चीनी से भी ज्यादा मीठे होते हैं। अगर आप आर्टिफिशियल स्वीटनर का प्रयोग भी कर रहे हैं तो इन्हें भी सीमित मात्रा में प्रयोग करें क्योंकि इनके अधिक सेवन से भी मोटापे की समस्या बढ़ती है।
फलों का रस, जूस
हम सभी अपने शरीर को हेल्दी रखने के लिए फलों के जूस पर बहुत अधिक विश्वास करते हैं पर क्या आपको पता है फलों के जूस में सामान्य फलों के मुकाबले काफी अधिक मात्रा में चीनी होती है इसीलिए पोषण विशेषज्ञ हमें साबुत फल खाने की सलाह देते हैं।
बहुत सोचना
हम बहुत ज्यादा सोचते हैं, बहुत ज्यादा चिंता करते हैं स्ट्रेस में रहते हैं तो यह भी आपके शरीर में मोटापा बढ़ाने की वजह हो सकती है क्योंकि तनाव और चिंता के कारण आपके शरीर में कॉर्टिसोल नाम का हार्मोन बढ़ जाता है जिसके कारण आपके शरीर में फैट तेजी से जमा होता है। कमर और पेट के आसपास यह फैट जमा होता है इससे बचने के लिए आपको योगा, मेडिटेशन, एक्सरसाइज को अपने रूटीन लाइफ में शामिल करना होगा जिससे कि आप तनाव से दूर रह सकें।
एक जगह बैठना
बैठकर लिखने का काम करते हैं देर तक आपको एक ही जगह पर बैठे रहना होता है तो ऐसे में आपका वजन तेजी से बढ़ता है अगर आप फिजिकल नहीं काम एक्टिव है तो भी आपका वजन बढ़ता है अगर आप एक्टिव नहीं होंगे तो आपके शरीर की कैलोरी में बनी होगी फिर चाहे आप कितना ही कम खाएं यह यही कैलोरी आपके शरीर में फैट के रूप में इकट्ठा होती रहेगी इसलिए कोशिश करें कि एक जगह जमकर ना बैठे बीच-बीच में उठकर हिलते-डुलते रहें ।एक दिन में कम से कम 30 से 40 मिनट व्यायाम करें। स्ट्रेचिंग और एक्सरसाइज पर भी ध्यान दें। अगर व्यायाम करना पसंद ना हो तो अपने मनपसंद योग वर्क डांस जो भी आपको पसंद हो फिजिकली एक्टिव होने के लिए करें।