न्यूट्रिशंस में पांच सप्लीमेंट्स हैं जो आपको स्वस्थ रखने के लिए आवश्यक है।
विटामिन
विटामिन शरीर को स्वस्थ रखने के लिए विटामिन काफी आवश्यक है जो कि आपको फलों और सब्जियों में मिलते हैं विटामिन डी जो आपको धूप से मिलता है वह भी शरीर के लिए बहुत जरूरी है।
विटामिन डी
माना जाता है कि हमारे देश की 88% जनसंख्या इस समय विटामिन डी की कमी से परेशान है।जब हम सूरज की धूप लेते हैं तो हमारा शरीर खुद ही विटामिन डी प्रोड्यूस करता है। कभी-कभी हमें सूरज की धूप ही नहीं मिल पाती या हमारा शरीर इस लायक नहीं होता कि वह सूरज की धूप से विटामिन डी खुद बना पाए। जाड़ों में काफी समय तक सूरज नही निकलता। ऐसे में हमें सूरज की धूप भी नहीं मिलती। विटामिन डी की कमी से हमारे शरीर की हड्डियां कमजोर होती है। हमारे शरीर की मांसपेशियां कमजोर होने लगती है। हमारे शरीर में एलर्जी होने लगती है। मसल्स की स्ट्रेंथ कम होती है। कैल्शियम का अब्जॉर्प्शन प्रॉपर नहीं हो पता।
विटामिन डी दूध दही धूप,अनाज और मछलियों में पाया जाता है।
प्रोबायोटिक्स
प्रोबायोटिक आपकी गट हैल्थ को मेंटेन करने के लिए बहुत जरूरी होते हैं। गट आपकी स्मॉल एंड लार्ज इंटेस्टाइन होती है और जिसके द्वारा आपका भोजन पचाया जाता है। प्रोबायोटिक्स आपके डाइजेशन को इंप्रूव करते हैं और आपकी बॉडी में न्यूट्रिएंट्स को एब्जॉर्ब करके आपके पेट को स्वस्थ रखते हैं।
क्या होते हैं प्रोबायोटिक्स
प्रोबायोटिक बेनिफिशियल बैक्टीरिया होते है जिनके द्वारा आपका गट प्रॉपर्ली फंक्शन करता है। जब आपकी छोटी आंत बड़ी आंत में खाना नहीं पचता तो वहां पर पड़े पड़े सड़ने लगता है और बेड बैक्टीरिया जन्म लेने लगते हैं। जो कि आपकी गट हेल्थ को खराब करते हैं। आपके गट फंक्शंस को धीरे करते हैं। आपको बीमार करते हैं। जब आप भोजन में प्रोबायोटिक लेते हैं तो वह शरीर के बेड बैक्टीरिया को मार कर आपकी लार्ज और स्मॉल इंटेस्टाइन को साफ करते हैं। प्रोबायोटिक आपके शरीर में होने वाली एसिडिटी, जलन, एलर्जी को दूर करते हैं। आपके दिमाग को सुचारू रखने हैं और मेटाबॉलिज्म बढ़ाकर आपका वेट बैलेंस रखते हैं।
फंरमेंटेंड चीज जैसे डोसा इडली दही ढोकला अचार आदि में प्रोबायोटिक पाए जाते हैं।
मैग्नीशियम
मैग्नीशियम हमारे शरीर के लिए एक बहुत आवश्यक सप्लीमेंट है। ।हमारे शरीर की 600 से अधिक एंजाइम रिएक्शंस के लिए मैग्नीशियम जरूरी है। रिपोर्ट के अनुसार 75% अमेरिकंस मैग्नीशियम की कमी से जूझ रहे हैं। शरीर में मैग्नीशियम की कमी विटामिन डी की कमी का भी कारण बनती है। मैग्नीशियम की कमी से हड्डियां कमजोर होती है दिल की धड़कन अनियमित रहती है। आपका ब्लड प्रेशर अनियमित रहता है और आपको ब्लड शुगर के भी इश्यूज रहते हैं। मसल्स क्रैंप भी मैग्नीशियम की कमी से होता है। एंजायटी, चिंता डिप्रेशन, थकान, यह सभी मैग्नीशियम की कमी के कारण होते हैं।
हरी सब्जियों, गेहूं, पालक मैं मैग्नीशियम प्रचुर मात्रा में पाया जाता है।
कैल्शियम
कैल्शियम आपके शरीर की हड्डियों के लिए बहुत जरूरी है। जैसे-जैसे हमारी उम्र बढ़ती है वैसे-वैसे हमारी हड्डियां कमजोर होती जाती है। स्त्रियों में तो मीनोपॉज के कारण ऑस्ट्रोपोरेसिस प्रक्रिया के काफी मामले 30 साल के बाद ही देखे गए हैंं। हड्डियों के साथ-साथ दांतों के लिए भी कैल्शियम बहुत जरूरी है। कैल्शियम दिल की गतिशीलता, हार्मोन्स को संतुलन करता है। कैल्शियम तंत्रिका तंत्र को संतुलित करने के लिए भी आवश्यक है।
कैल्शियम के लिए दूध अवश्य पिए। आम अनानास कवि जैसे फलों में भी कैल्शियम पाया जाता है।
आयरन
आयरन हमारे शरीर का एक महत्वपूर्ण खनिज है। जो कि हमारे रक्त के परिवहन के लिए अति आवश्यकहै। आयरन की कमी से एनीमिया हो सकता है। हरी सब्जियों, पालक, बींस, दाल में आयरन पाया जाता है।