कोलेजन हमारे शरीर के प्रोटीन का 30% हिस्सा होता है। यह हमारी त्वचा मांसपेशियों हड्डी और उद्योगों की संरचना को ताकत प्रदान करता है। कोलेजन वह प्रोटीन है जो कि हमारे शरीर में सबसे अधिक मात्रा में पाया जाता है कोलेजन हमारे अंगों रक्त वाहिकाओं और आंतों की परत में पाया जाता है।
कोलेजन कैसे बनता है ?
कोलेजन एसिड प्रोलाइन, एसिड क्लोरीन ग्लाइसिन और हाइड्रोक्सी प्रोलाइन नाम के प्रोटीन से बनता है जो की अमीनो एसिड के अंदर होते हैं। यह सभी अमीनो एसिड आपस में मिलकर ट्रिपल हेलिक्स संरचना में प्रोटीन फाइबर बनाते हैं।
कोलेजन बनाने के लिए शरीर को किन-किन पोषक तत्व की होती है आवश्यकता?
कोलेजन बनाने के लिए हमारे शरीर को पर्याप्त मात्रा में विटामिन सी, जिंक, कॉपर और मैगनीज की आवश्यकता होती है।
क्या काम करता है कोलेजन हमारे शरीर में?
कोलेजन हमारे शरीर की त्वचा की मध्य परत में फाइब्रोब्लास्ट बनता है जिसके द्वारा नई कोशिकाएं बनतीहै। कोलेजन हमारे शरीर में मृत त्वचा कोशिकाओं को रिप्लेस करने का काम करता है। कोलेजन हमारे शरीर के अंगों के लिए एक सुरक्षा कवच का काम करता है। कोलेजन हमारे शरीर की त्वचा को संरचना शक्ति और कसावट प्रदान करता है। कोलेजन हमारे शरीर में चोट लगने पर ब्लड क्लोट बनाने का काम करता है। जिससे कि शरीर से अत्यधिक मात्रा में रक्त श्राव ना हो पाए।
उम्र बढ़ने के साथ क्या कोलेजन का स्तर घट जाता है?
उम्र बढ़ाने के साथ हमारा शरीर कोलेजन बनाना काम करता जाता है हमारे शरीर में कोलेजन की क्वालिटी भी खराब होने लगती है मेनोपॉज के बाद महिलाओं के शरीर में कॉलेजों की उत्पादन क्षमता कम हो जाती है 60 वर्ष के बाद व्यक्ति के शरीर में कोलेजन का उत्पादन कम हो जाता है।
किन खाद्य पदार्थों को खाने से बढ़ता है कोलेजन?
बादाम काजू अखरोट जैसे ड्राई फ्रूट्स में प्रोटीन विटामिन और ओमेगा 3 फैटी एसिड भरपूर मात्रा में पाया जाता है जो कि कोलेजन उत्पादन में मददगार होता है। हरी पत्तेदार सब्जियों पालक, धनिया केल में विटामिन ए भरपूर मात्रा में होता है जो कि शरीर में कोलेजन बनाने का कार्य करता है। स्ट्रॉबेरी, ब्लूबेरी और रस्पबेरी जैसी सभी बेरी में एंटीऑक्सीडेंट प्रचुर मात्रा में पाया जाता है जो कि हमारे शरीर में होने वाले कोलेजन से नुकसान को रोकने का कार्य करती हैं। इन सभी बेरीज में विटामिन सी पर्याप्त मात्रा में पाया जाता है जो कि कोलेजन उत्पादन के लिए अति आवश्यक है। खट्टे फल, संतरे, नींबू अंगूर, विटामिन सी के मुख्य स्रोत है जो कि कोलेजन निर्माण में मुख्य भूमिका निभाते हैं। लहसुन में मौजूद सल्फर कोलेजन उत्पादन के लिए एक आवश्यक तत्व है जो की शरीर में कोलेजन निर्माण की प्रक्रिया को गति देता है।
किन आदतों के कारण शरीर का कोलेजन होता है कम?
अगर कोई व्यक्ति धूमपान अल्कोहल का प्रयोग अधिक मात्रा में करता है तो उस व्यक्ति के शरीर का कोलेजन उत्पादन कम होने लगता है। उस व्यक्ति के चेहरे पर कम उम्र में झुर्रियां पड़ने लगती है।
बहुत अधिक मात्रा में चीनी, मैदा का प्रयोग करना
अगर आपको मीठा अधिक पसंद है तो सतर्क हो जाइए चीनी प्रोटीन के साथ मिलकर एडवांस ग्लाइकेशन प्रोडक्ट बनाती है। जो कि प्रोटीन को नुकसान पहुंचाने का काम करते हैं और कोलेजन को कमजोर . सूखा और भंगुर बना देते हैं। सूर्य के संपर्क में ज्यादा रहने से भी कोलेजन को नुकसान होता है क्योंकि सूर्य की अल्ट्रावायलेट किरणें कोलेजन को नुकसान पहुंचाने का काम करती है।
क्या भोजन से कोलेजन बढ़ता है?
हमारा शरीर हमारे भोजन को अमीनो एसिड और अन्य आवश्यक पदार्थों में तोड़ देता है। इसलिए सीधे तौर पर कह सकते हैं कि कोलेजन युक्त खाद्य पदार्थों से हमारे शरीर में कोलेजन नहीं बढता। लेकिन ऐसे खाद्य पदार्थ हमारी शरीर में कोलेजन उत्पादन करने के लिए आवश्यक तत्व प्रदान करते हैं। खाद्य पदार्थों में पाये जाने वाले प्रोटीन और विटामिन सी, जिंक, कॉपर और अन्य आवश्यक तत्वों की मदद से हमारा शरीर कोलेजन का निर्माण कर लेता है।