निफ्टी के डेली चार्ट में हम देख सकते हैं कि निफ्टी पिछले ट्रेनिंग सैंशन की रेंज के भीतर।कंसोलिडेटेड हुआ । इस समय निवेशक नए इवेंट के इंतजार में है। निफ्टी के किसी भी एक डायरेक्शन में मूव न होने पर निफ़्टी के जनवरी की शुरुआत तक साइड वेज कंसोलिडेशन में रहने की संभावना है। शेयर मार्केट में बृहस्पतिवार के दिन एक रेंज बन गई है और जिसे दोजी कैंडल्स की तरह देखा जा रहा है। निफ़्टी मंथली एक्सपायरी के दिन फ्लैट पर बंद हुआ है। इस दौरान कुछ एफएमसीजी और बैंक व ऑटो शेयरों में तेजी देखी गई।
निफ़्टी सोमवार को 20.5 अंक की गिरावट के साथ बंद हुआ जिससे दैनिक चार्ट पर दोजी कैंडल बने। दलाल स्ट्रीट पर इस समय असमंजस की स्थिति बनी हुई है । निफ़्टी कुछ समय से २४,२०० से २३,९५०-२४०० तक के स्तर पर था । उच्च स्तर पर प्रतिरोध की स्थिति २४३५०-४०० के स्तर पर है । विभिन्न विशेषज्ञों की राय इस विषय में भिन्न भिन्न हैं । आइये जानते हैं क्या कह रहे हैं विशेषज्ञ
रूपक डे सीनियर टेक्निकल फ्रॉम एलकेपी सिक्योरिटीज
इनका कहना है कि सूचकांक 21 दिवसीय में से नीचे बंद होने के कारण कमजोर स्थिति में है। मंदी के क्रॉसओवर में होने के कारण यह कमजोर गति का संकेत देता है।अगर यह 24500 से नीचे रहता है तो बाजार में बिकवाली की स्थिति रह सकती है।निचले सिरे पर समर्थन 2०० डी एम ए रखा गया है। रूपक डे का कहना है कि निवेशकों के सतर्क रहने के कारण निफ्टी में उतार-चढ़ाव देखने को मिला।
मोतीलाल ओसवाल के चंदन तापड़िया
इन्होने कहा कि इस सप्ताह निफ्टी ने 300 अंकों की सीमित रेंज में कारोबार किया है।जिसके कारण कोई साफ़ दिशा निर्देश दिखाई नहीं दे रह है।पिछले तीन दिनों से इंडेक्स ऊपर की तरफ 23870 के लेवल के आसपास था जबकि नीचे की तरफ 23600 के आसपास था। बुल्स और बीयर्स के बीच बनी इस स्थिति के कारण डेली चार्ट पर के दोजी कैंडल्स व साइड बार बन गयी है जो कि असमंजस में होने के संकेत दे रही है। निफ़्टी अपने 200 डे इएमए के आसपास ही है। यह अपने शॉर्ट टर्म मूविंग एवरेज से भी नीचे कारोबार कर रहा है। वीकली चार्ट पर बनी दोजी कैंडल इंडेक्स सपोर्ट बेस्ड खरीदारी की तरफ इशारा कर रही है।
तेजस शाह जे एम फाइनेंशियल और ब्लिकएक्स
इनका कहना है कि निफ़्टी 22400 से 500 के स्तर ५० डे इएमए सपोर्ट के आस पास है ।और ये किसी भी तरफ दो से तीन प्रतिशत जा सकता है। तेजस शाह का कहना है कि जब तक निफ्टी 22400 से 500 के स्तर से ऊपर बना हुआ है तब तक कोई घबराहट की बात नहीं है।
ऋषिकेश एडवे , असित सी मेहता इन्वेस्टमेंट विशेषज्ञ का कहना है कि अगर इंडेक्स 24480 से ऊपर रहता है तो फिर चिंता की बात नहीं है निफ्टी को इस समय बाय ऑन डिप्स की स्ट्रेटेजी अपनानी चाहिए। इस स्ट्रेटजी का अर्थ है कि जब बाजार में गिरावट है या किसी शेयर में मंदी चल रही है तो उस समय उसे शेयर को खरीद लेना चाहिए मंदी के बाद बाजार की स्थिति को अपने में फेवर में करना बाय औन डिप्स कहलाता है। जिससे कि बाद में जब उस वस्तु के मूल्य बढे तो आपको फायदा हो।
जतिन गेडिया शेयर बाजार विशेषज्ञ
इनका कहना है कि हम देख सकते हैं कि 1200 अंकों के गिरावट के बाद निफ्टी काउंटर ट्रेंड पुल बैंक में है। ऊपर की तरफ यह 24520 से 24 650 तक हो सकता है और गिरावट होने पर 50% और 62.82%नीचे की तरफ रखा गया है। नीचे की तरफ तत्काल समर्थन 24000 रखा गया है।
विशेषज्ञों की मानें तो इस समय निवेशकों को बाय ऑन डिप्स की स्थिति अपनानी चाहिए। अगर निवेश करना ही है तो उन शेयरों पर करना चाहिए जिन पर ग्रोथ रेट बाद में बढ़ने की संभावना हो।