यूक्रेन के कीमती खनिज संसाधनों पर कब्जा करने का है अमेरिका का प्लान
यूक्रेन अमेरिका दोनों एक बार फिर से समझाने की कगार पर है लेकिन इस बार यह प्लान पहले से ही लीक हो गया है और इस प्लान के लीक होने से जो जानकारियां मिली है उनके अनुसार पता चला है कि अमेरिका यूक्रेन के कीमती खनिज संसाधनों पर एक तरफ अधिकार चाहता है आईए जानते हैं क्या है यूक्रेन को लेकर अमेरिका का समझौता प्लान अमेरिकी की राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस समझौते में यूक्रेन से अपने कीमती संसाधनों को अमेरिका को सौंपने की मांग की लीक हुई खबरों से पता चला है कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने यूक्रेन से रूस के खिलाफ युद्ध में मदद करने के बदले में यूक्रेन के तेल, गैस और दुर्लभ खनिज संसाधनों को अमेरिका को सौंप देने की मांग की है अमेरिका ने इस समझौते का जो ड्राफ्ट बनाया है उसमें दिखाया गया है कि जब तक यूक्रेन 100 अरब डॉलर का युद्ध कर अमेरिका को वापस नहीं कर देता तब तक अमेरिका उसके प्राकृतिक संसाधनों और मुख्य बुनियादी इमारत पर अपना कब्जा कायम रखेगा।
क्या है इस समझौते में ?
बताया जा रहा है कि अमेरिका ने यूक्रेन के प्राकृतिक संसाधनों और उसके बुनियादी इमारतों को अपने नियंत्रण में करने का फैसला कर लिया है। इस समझौते में अमेरिका ने यूक्रेन के तेल और गैस और अन्य संसाधनों के अलावा यूक्रेन को चार प्रतिशत ब्याज के साथ सौ अरब डॉलर का युद्ध कर्ज चुकाने के लिए कहा गया है। इस समझौते में कहीं भी इस बात का जिक्र नहीं है कि इन सब के बदले यूक्रेन को रूस के साथ हो रहे युद्ध में कोई सुरक्षा गारंटी दी जाएगी।
समझौते के अनुसार अमेरिका हो जायेगा यूक्रेन पर हावी
सूत्रों की माने तो अमेरिका ने स्वयं को इस समझौते में कई बड़े अधिकार दे दिए हैं। इन अधिकारों में अमेरिका ने यूक्रेन को यूरोप व चीन को अपने संसाधन बेचने से भी रोक दिया है। इस समझौते के अनुसार यूक्रेन को न कोई सुरक्षा प्रावधान मिल रहा है और ना कोई गारंटी मिल रही है। अमेरिका के लिए इस समझौते में कुछ भी मुश्किल नहीं है कोई भी जोखिम नहीं है लेकिन यूक्रेन के पास इसे करने के अलावा शायद ही कोई विकल्प हो।
क्या कहना है विशेषज्ञों का इस समझौते के विषय में?
अटलांटिक काउंसिल के ऊर्जा कानून विशेषज्ञ एलन रिले ने इस समझौते के विषय में कहा कि यह एक अधिग्रहण दस्तावेज है। एलियन रिले ने कहा कि इसमें न तो कोई गारंटी है और न ही कोई सुरक्षा प्रावधान अमेरिका के लिए कोई जोखिम नहीं है लेकिन यूक्रेन पीछे नहीं हट सकता मैंने पहले कभी ऐसा समझौता नहीं देखा।
इस समझौते से अमेरिका को होगा फायदा
इस समझौते से अमेरिका को हर तरीके से फायदा होने वाला है इस समझौते के अनुसार यूक्रेन पर 100 अरब का कर्ज है जो कि यूक्रेन को 4% ब्याज के साथ अमेरिका को चुकाना है जब तक यूक्रेन इस कर्ज को नहीं चुका पाता तब तक अमेरिका यूक्रेन के सभी संसाधनों का प्रयोग करता रहेगा। अमेरिका को यूक्रेन की संपत्तियों से मिलने वाली पूरी रायल्टी मिलेगी। कर चुकाने के बाद यूक्रेन को सिर्फ 50% की रायल्टी मिलेगी। इतना सब कुछ होने के बाद भी अमेरिका ने यूक्रेन को रूस से युद्ध में बचाव के लिए कोई सुरक्षा गारंटी नहीं उपलब्ध कराई है। इस समझौते में नाॅर्ड स्ट्रीम गैस पाइपलाइन को दोबारा शुरू करने के विषय में भी बात की जा सकती है क्योंकि ट्रंप के वार्ताकार क्रेमलिन से जुड़े लोगों के साथ नाॅर्ड स्ट्रीम गैस पाइपलाइन को दोबारा शुरू करने पर विचार कर रहे थें।