अब यूएस सांसदों ने की H1B वीजा पर प्रतिबंध वापस लेने की मांग कहा ए आई के लिए भारतीयों की जरू
यूएस सांसदों ने की ट्रंप से H1B वीजा पर प्रतिबंध वापस लेने की अपील
अमेरिका के सांसद भी h1 भी वीजा पर अमेरिकी सरकार द्वारा लगाए गए प्रतिबंधों के विरुद्ध उतर आए हैं। उन्होंने कल ट्रंप से अपील कर कहा कि एआई के लिए भारतीयों की आवश्यकता है इसलिए h1b वीजा पर प्रतिबंध वापस लीजिए। सांसदों ने साथ ही साथ चेतावनी भी दी कि नए प्रतिबंध उच्च कौशल वाले प्रतिभाशाली कामगारों को काम करने से रोकने का काम करेंगे। प्रतिभाशाली व्यक्ति अमेरिका में नहीं आ पाएंगे ये प्रतिबंध उन्हें हतोत्साहित करने का काम करेंगें ।भारत से आने वाले विशेषज्ञ इस प्रतिबंध से सबसे अधिक प्रभावित होने वाले हैं क्योंकि भारतीय विशेषज्ञ अभी तक h1b वीजा धारकों का 71% थे।
सांसदों का कहना तकनीकी क्षमता होगी प्रभावित
अमेरिकी सांसदों का कहना है कि इन प्रतिबंधों से अमेरिका की तकनीकी नेतृत्व क्षमता को नुकसान पहुंच सकता है। अमेरिकी सांसदों ने डोनाल्ड ट्रंप से कहा कि वीजा आवेदन पर 100000 अमेरिकी डॉलर की फीस और अन्य ने प्रतिबंधों से अमेरिका की तकनीकी क्षमता को नुकसान पहुंच सकता है। इस प्रकार के प्रतिबंध भारत के साथ उसकी रणनीतिक साझेदारी को भी प्रभावित करने का काम करेंगे। इन सभी प्रतिबंधों से सबसे अधिक नुकसान अमेरिका के आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के क्षेत्र में होने वाला है।
अमेरिकी सांसदों ने एक लाख डॉलर के शुल्क वाले प्रतिबंध पर जताई आपत्ति
अमेरिकी प्रतिनिधि सभा के सदस्यों के साथ कांग्रेस के सदस्य ने भी डोनाल्ड ट्रंप को पत्र लिखकर उनकी अप्रवासियों की लिए रोज जारी की जा रही नीतियों पर अपनी चिंता जताई। अभी डोनाल्ड ट्रंप ने एच1बी वीजा पर नए आवेदन करने वालों पर 1 लाख अमेरिकी डॉलर का शुल्क लगाया है और कल ही उन्होंने एक्सटेंशन प्रोग्राम को भी रद्द कर दिया है। इस प्रकार के प्रतिबंध कामगारों को हतोत्साहित करने का काम करते हैं। अमेरिकी संसदों ने डोनाल्ड ट्रंप से इन सभी नीतियों पर पुनः विचार करने का आग्रह किया उन्होंने कहा की वे इन निर्णयों पर अमेरिका- भारत संबंधों पर नकारात्मक प्रभाव को देखते हुए एक बार दोबारा विचार कर लें।
क्या लिखा अमेरिकी सांसदों ने पत्र में?
अमेरिकी सांसदों ने पत्र में लिखा हम आपसे सम्मान पूर्वक अनुरोध करते हैं कि आप 19 सितंबर की घोषणा को स्थगित करें और ऐसी किसी भी नीति पर पुनर्विचार करें जो h1b कार्यक्रम तक उचित पहुंच को रोकती हो या कम करती हो। H1b वीजा कार्यक्रम विज्ञान तकनीक, इंजीनियरिंग और गणित के क्षेत्र में अमेरिका की प्रतिष्ठा की आधारशिला है। यह कार्यक्रम पेशेवर अमेरिकी कामगारों को विस्थापित नहीं करते बल्कि नवाचार पेटेंट उत्पादन और व्यापारिक विकास को बढ़ावा देते हैं।
अमेरिकी सांसदों का कहना ए आई के क्षेत्र में जरूरत है हमें भारतीयों की
अमेरिकी सांसदों ने अपने पत्र में लिखो ऐसे समय में जब चीन आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और तकनीक में आक्रामक रूप से निवेश कर रहा है। अमेरिका को अपनी नवाचार पारिस्थितिकी तंत्र को बनाए रखने, रक्षा, औद्योगिक आधार को मजबूत करने और अपनी दीर्घात्मक प्रतिस्पर्धात्मक बढत को बनाए रखने के लिए दुनिया की सर्वश्रेष्ठ प्रतिभाओं को आकर्षित करना जारी रखना चाहिए। सांसदों ने पत्र में लिखा भारत के मामले में हम कहीं गलती कर रहे हैं पिछले साल भारत 71% h1b विधायकों का मूल देश था। इस प्रतिभा को आकर्षित करने से हिंदी प्रशांत क्षेत्र में एक प्रमुख लोकतांत्रिक साझेदारी के साथ हमारी रणनीतिक साझेदारी और मजबूत होती है।
पत्र में अमेरिकी सांसदों ने क्या लिखा?
पत्र में अमेरिकी सांसदों ने लिखा भारत और अमेरिका संबंध मजबूत होना महत्वपूर्ण है। अमेरिकी सांसदों ने अपने पत्र में लिखा कि हम हाल ही में भारत की यात्रा करने वाले प्रतिनिधि मंडल के सदस्य हैं और हम जानते हैं कि h1b कार्यक्रम सिर्फ अमेरिकी अर्थव्यवस्था के लिए ही नहीं बल्कि राष्ट्रीय सुरक्षा, तकनीकी प्रतिस्पर्धा और भारत के साथ संबंधों के लिए भी बहुत महत्वपूर्ण है। सांसदों ने लिखा h1b वीजा धारक अमेरिकी कंपनियों में नई नौकरियां और व्यवसाय बढ़ाने में मदद करते हैं। वो अमेरिकी कर्मचारियों की नौकरियां को खतरे में नहीं डालते। कई बड़ी अमेरिकी कंपनी की स्थापना या नेतृत्व h1b वीजा धारको ने हीं किया है।