मास्को पर अब तक का सबसे बड़ा ड्रोन अटैक
रूस और युक्रेन के बीच जारी युद्ध में एक नया मोड़ आया है। मंगलवार को युक्रेन ने रूस की राजधानी मास्को पर अब तक का सबसे बड़ा ड्रोन हमला किया, जिसमें 337 ड्रोन छोड़े गए। इनमें से 91 ड्रोन मास्को क्षेत्र को निशाना बना रहे थे। इस हमले में एक व्यक्ति की मौत हो गई, जबकि तीन अन्य घायल हो गए।
युद्ध के बीच अमेरिका-युक्रेन की अहम वार्ता
यह हमला ऐसे समय हुआ जब युक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेन्स्की अमेरिका के शीर्ष राजनयिक मार्को रुबियो से सऊदी अरब में मुलाकात की तैयारी कर रहे थे। बैठक का उद्देश्य तीन साल से चल रहे युद्ध को समाप्त करने के प्रयासों को तेज़ करना और अमेरिका से समर्थन सुनिश्चित करना था।
मॉस्को पर ड्रोन अटैक की प्रमुख बातें:
- रूस के रक्षा मंत्रालय के अनुसार, कुल 337 ड्रोन हमले में शामिल थे।
- मास्को और कुर्स्क क्षेत्रों में ये हमले सबसे अधिक प्रभावी रहे।
- रूस के अधिकारियों ने इस हमले को आतंकवादी घटना करार दिया है।
- ड्रोन हमले के चलते मास्को के सभी प्रमुख हवाई अड्डों की उड़ानें अस्थायी रूप से रोक दी गईं।
- कई रेलमार्ग भी क्षतिग्रस्त हुए, जिससे यातायात बाधित हुआ।
रूस ने किया जवाबी हमला
रूस के रक्षा अधिकारियों ने कहा कि उनकी सेना ने कई ड्रोनों को मार गिराया, लेकिन कुछ ड्रोन ने रिहायशी इलाकों और रेलवे ट्रैकों को नुकसान पहुंचाया। मास्को के मेयर सर्गेई सोबयानिन ने कहा कि यह मास्को पर अब तक का सबसे बड़ा ड्रोन हमला था।
ड्रोन युद्ध ने बदला युद्ध का स्वरूप
युक्रेन और रूस के बीच यह युद्ध आधुनिक तकनीकों पर आधारित हो चुका है। जहां एक ओर रूस की इलेक्ट्रॉनिक सुरक्षा प्रणाली अपनी राजधानी को बचाने में जुटी है, वहीं युक्रेन लगातार रूसी तेल रिफाइनरियों, एयरफील्ड्स और सामरिक ठिकानों को निशाना बना रहा है।
क्या युद्ध समाप्ति की ओर बढ़ रहा है?
सऊदी अरब में अमेरिका और युक्रेन के बीच हुई बैठक इस युद्ध को समाप्त करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम हो सकती है। लेकिन, जमीनी हालात इस ओर इशारा कर रहे हैं कि आने वाले हफ्तों में यह संघर्ष और भयानक रूप ले सकता है।