Sunday, July 13, 2025
Homeअंतरराष्ट्रीय समाचारडोनाल्ड ट्रंप का "एंटी-अमेरिकन" बयान BRICS पर और अतिरिक्त 10% टैरिफ की...

डोनाल्ड ट्रंप का “एंटी-अमेरिकन” बयान BRICS पर और अतिरिक्त 10% टैरिफ की चेतावनी

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रविवार रात को एक विवादास्पद ट्वीट में BRICS देशों को “एंटी-अमेरिकन” नीतियों के साथ जुड़ने पर अतिरिक्त 10% टैरिफ लगाने की चेतावनी दी है। यह बयान ऐसे समय में आया है जब अमेरिका कई देशों के साथ व्यापार करार को लेकर बातचीत कर रहा है, और ट्रंप प्रशासन का 90 दिनों के लिए टैरिफ में वृद्धि को रोकने वाला समय बुधवार को समाप्त हो रहा है।

क्या कहा ट्रंप ने?

राष्ट्रपति ट्रंप ने अपने “ट्रुथ सोशल” अकाउंट पर लिखा, “जो देश BRICS की एंटी-अमेरिकन नीतियों के साथ जुड़ते हैं, उन पर अतिरिक्त 10% टैरिफ लगाया जाएगा। इस नीति में कोई छूट नहीं होगी।” उनका यह बयान वैश्विक व्यापार में और अधिक अनिश्चितता का कारण बन रहा है, विशेष रूप से उन देशों के लिए जो अमेरिका के साथ अपने व्यापारिक संबंधों को मजबूत करने की कोशिश कर रहे हैं।

ट्रंप ने यह भी कहा कि अमेरिकी प्रशासन सोमवार को दोपहर से टैरिफ पत्र भेजने शुरू करेगा। यह टैरिफ, ट्रंप द्वारा लागू की जाने वाली नीतियों के तहत, वैश्विक व्यापारिक परिदृश्य को और अधिक जटिल बना सकते हैं।

BRICS और उसका विवाद

BRICS (ब्राज़ील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका) देशों का समूह एक बैठक के दौरान अमेरिका और इज़राइल द्वारा ईरान पर हमलों की आलोचना कर रहा था। इस बैठक में BRICS नेताओं ने इज़राइल से गाजा पट्टी से अपनी सेना को हटाने की मांग की और मध्य पूर्व में संघर्षों के लिए “न्यायपूर्ण और स्थायी” समाधान की आवश्यकता पर जोर दिया।

चीन के प्रधानमंत्री ली कियांग और भारतीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इस बैठक में शामिल थे, और नेताओं ने वैश्विक शासन में सुधार की बात की। यह बैठक वैश्विक नीति में अमेरिका के एकतरफा दृष्टिकोण और संरक्षणवाद के बढ़ते प्रभाव के खिलाफ एक चुनौती के रूप में देखी जा रही है।

ट्रंप के बयान पर चुप्पी

ट्रंप के बयान में यह स्पष्ट नहीं किया गया कि उन्हें “एंटी-अमेरिकन” नीतियां क्या मानती हैं। इसके अलावा, उन्होंने यह भी नहीं बताया कि किस तारीख से ये अतिरिक्त टैरिफ लागू होंगे। हालांकि, उन्होंने पहले BRICS देशों पर यह धमकी दी थी कि अगर वे बायलैट्रल व्यापार में अमेरिकी डॉलर की जगह अपनी मुद्रा का इस्तेमाल करते हैं तो 100% टैरिफ भी लगाया जा सकता है।

BRICS देशों का जवाब

BRICS के नेताओं ने इस सप्ताह के अंत में एक क्रॉस-बॉर्डर भुगतान प्रणाली पर विचार करने की सहमति दी। यह परियोजना पिछले दस वर्षों से चर्चा का विषय रही है, लेकिन इस पर प्रगति धीमी रही है। चीनी प्रधानमंत्री ली कियांग ने कहा कि BRICS देशों को वैश्विक शासन में सुधार के लिए अग्रणी भूमिका निभानी चाहिए और अंतरराष्ट्रीय विवादों का शांतिपूर्ण समाधान करना चाहिए।

ली कियांग ने कहा, “आज की दुनिया ज्यादा उथल-पुथल वाली है, एकतरफा दृष्टिकोण और संरक्षणवाद बढ़ रहे हैं। चीन BRICS देशों के साथ मिलकर वैश्विक शासन को अधिक न्यायपूर्ण, उचित, प्रभावी और सुव्यवस्थित दिशा में बढ़ाने के लिए काम करने के लिए तैयार है।”

निष्कर्ष

ट्रंप के “एंटी-अमेरिकन” बयान के साथ 10% अतिरिक्त टैरिफ लगाने की चेतावनी, वैश्विक व्यापार और कूटनीति में और भी अनिश्चितता उत्पन्न कर रही है। BRICS देशों की तरफ से अमेरिकी नीतियों के खिलाफ उठ रही आवाज़ और ट्रंप की धमकी के बीच वैश्विक व्यापार में नए मोड़ आ सकते हैं। यह देखने वाली बात होगी कि आगे चलकर इन देशों के बीच की राजनीतिक और व्यापारिक रणनीतियों पर क्या असर पड़ता है।

Previous article
Next article
डोनाल्ड ट्रंप ने ब्रिक्स देशों पर 10% टैरिफ लगाने की दे डाली चेतावनी डोनाल्ड ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट टुथ से ब्रिक्स देशों पर 10% टैरिफ लगाने की चेतावनी दे डाली है डोनाल्ड ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया होल्डर टूथ पर लिखा कि सभी ब्रिक्स देशों पर 10% एक्स्ट्रा टैरिफ लगाया जाएगा। भारत भी ब्रिक्स देशों का हिस्सा है। डोनाल्ड ट्रंप का कहना है कि कोई भी देश जो ब्रिक्स की अमेरिका विरोधी नीतियों के साथ होगा उस पर अमेरिका 10% अतिरिक्त टैरिफ लगायेगा। इस पॉलिसी में किसी भी देश को किसी भी तरह की छूट नहीं मिलेगी ।डोनाल्ड ट्रंप ने अपने पोस्ट को इस मामले पर ध्यान देने के लिए आपका धन्यवाद करते हुए समाप्त किया। डोनाल्ड ट्रंप ब्रिक्स देशों की किन नीतियों को अमेरिका विरोधी मान रहे हैं? डोनाल्ड ट्रंप ने खुलकर किसी भी देश का नाम नहीं लिया है और ना ही उन नीतियों के विषय में बताया है जिन्हें कि वह अमेरिकी विरोधी मान रहे हैं। लेकिन जानकारों का कहना है कि डोनाल्ड ट्रंप न देशों की तरफ इशारा कर रहे हैं जो अमेरिका की बातों पर ध्यान ना देकर अपना फैसला खुद ले रहे हैं भारत का नाम भी सूची में शामिल हो सकता है क्योंकि भारत अब अपना फैसला खुद लेने लगा है। रूस से s400 मिसाइल डिफेंस सिस्टम को भारत ने खरीदा जबकि अमेरिका ने इसके विषय में आपत्ति थी सभी जानते हैं हालांकि अमेरिका ने सीधे-सीधे कोई आपत्ति नहीं दिखाई थी लेकिन फिर भी अमेरिका का रुख भारत के रूस से विमान खरीदने के विरोध में था। ब्रिक्स देशों ने की अमेरिका के एक तरफा टैरिफ नीतियों की आलोचना ब्रिक्स देशों ने एक साझा बयान जारी अमेरिका की टैरिफ नीति की आलोचना की है। वृक्ष देशों ने कहा कि अमेरिका द्वारा लगाया जा रहे मनमानी और टैरिफ तरीके पूरे विश्व के व्यापार को नुकसान पहुंचा रहे हैं और यह WTO वर्ल्ड ट्रेड ऑर्गेनाइजेशन के नियमों के विरुद्ध है। ब्रिक्स देशों के इस बयान में कहीं भी डोनाल्ड ट्रंप का नाम नहीं लिया गया है लेकिन डोनाल्ड ट्रंप की नीति और उनके लगातार दिए जा रहे बयानों की आलोचना की गई है डोनाल्ड ट्रंप क्यों ब्रिक्स देश के विरोधी हो गए हैं? डोनाल्ड ट्रंप का ब्रिक्स देशों के विरोधी होने का कारण यह है कि ब्रिक्स देश अपने निर्णय खुद ले रहे हैं जिसके कारण अमेरिका विरोधी नीतियों को बढ़ावा मिल रहा है। इसलिए उन्होंने ब्रिक्स देशों पर 10% अतिरिक्त लगाने की घोषणा की है डोनाल्ड ट्रंप ने की घोषणा, आज से सभी देशों को संदेश भेजने की होगी शुरुआत डोनाल्ड ट्रंप पहले ही घोषणा कर चुके हैं कि 10-10 देशों के ग्रुप बनाकर सभी देशों में टैरिफ को लेकर पत्र भेजे जाएंगे और जवाब सिर्फ हां या ना में माना जाएगा। अगर देश डोनाल्ड ट्रंप की नीतियों से असहमति जताते हैं तो उनके साथ व्यापार बंद कर दिया जाएगा। कहां हो रहा है ब्रिक्स सम्मेलन और डोनाल्ड ट्रंप क्यों नाराज़ हैं इस सम्मेलन से ब्रिक्स सम्मेलन ब्राजील में हो रहा है जिसमें रूस, भारत, चीन, दक्षिण अफ्रीका, मिस्र, इथियोपिया, इंडोनेशिया, ईरान और यूएई हिस्सा ले रहे हैं।यहां सुदृढ़ वैश्विक स्थिति, AI रेगुलेशन, स्थानीय मुद्राओं पर व्यापार मुद्दे पर विचार विमर्श किया गया। ब्रिक्स देशों ने ईरान पर हमले को अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन और पहलगाम हमले और आतंकवाद का विरोध किया है। गाजा में हिंसा को लेकर भी ब्रिक्स देशों ने चिंता व्यक्त की है। ब्रिक्स देशों ने एक साझा बयान जारी कर अमेरिका की टैरिफ नीति की आलोचना की है। अमेरिका को ब्रिक्स देशों का यह साझा बयान और उनका स्वयं निर्णय लेना रास नहीं आ रहा है। निष्कर्ष ब्रिक्स देशों का ब्राजील की राजधानी रियो में ब्रिक्स सम्मेलन चल रहा है जहां सभी देशों ने विभिन्न विषयों में आपस में विचार विमर्श किया। पहलगाम हमले और आतंकवाद का विरोध किया। ईरान पर सभी देशों ने आपत्ति जताई। राजनीति से लेकर आर्थिक और सामाजिक मुद्दों पर विचार विमर्श व बात की गयी। अमेरिका की टैरिफ नीति का वैश्विक व्यापार पर प्रभाव के विषय में भी एक साझा बयान जारी किया गया। अमेरिका को ब्रिक्स देशों का यह साझा बयान और उनका स्वयं निर्णय लेना रास नहीं आ रहा है। जिसके विरोध में अमेरिका ने ब्रिक्स देशों पर 10% अतिरिक्त टैरिफ लगाने की धमकी दे डाली है।
ABHISHEK KUMAR ABHAY
ABHISHEK KUMAR ABHAY
I’m Abhishek Kumar Abhay, a dedicated writer specializing in entertainment, national news, and global issues, with a keen focus on international relations and economic trends. Through my in-depth articles, I provide readers with sharp insights and current developments, delivering clarity and perspective on today’s most pressing topics.
RELATED ARTICLES

Most Popular

Recent Comments