भारतीय टीम के हेड कोच गौतम गंभीर वैसे तो किसी न किसी वजह से सुर्खियों में बने रहते हैं, लेकिन इस बार उन पर कुछ बेहद गंभीर आरोप लगे हैं. यह आरोप उनके कोलकाता नाइट राइडर्स के साथी खिलाड़ी मनोज तिवारी ने लगाए हैं. 2012 आईपीएल में कोलकाता नाइट राइडर्स को खिताब दिलाने वाले तिवारी ने हाल ही में एक इंटरव्यू में खुलासा किया कि गंभीर ने उन्हें गाली दी और मारने की धमकी भी दी.
रणजी ट्रॉफी में झगड़ा और गालियां
2015 के रणजी ट्रॉफी के दिल्ली बनाम बंगाल मैच के दौरान गौतम गंभीर और मनोज तिवारी के बीच तनाव चरम पर था. फील्डिंग के दौरान गंभीर ने उन्हें गाली दी. “मैच के दौरान गंभीर स्लिप में फील्डिंग कर रहे थे. उन्होंने मुझे चिढ़ाया और गाली दी. इतना ही नहीं, उन्होंने मुझसे कहा, ‘शाम को मुझसे मिलो, मैं तुझे मारता हूँ.’ मैंने भी जवाब दिया, ‘शाम को क्यों, अभी मार लो.”
केकेआर में गंभीर का रवैया
मनोज तिवारी ने अपने कोलकाता नाइट राइडर्स के दिनों को भी याद किया. उन्होंने बताया कि टीम में रहते हुए गौतम गंभीर का रवैया उनके प्रति हमेशा आक्रामक रहा. उन्होंने कहा, “जब मैं 2010 में कोलकाता नाइट राइडर्स में आया, तो शुरुआत में सब ठीक था. लेकिन बाद में गंभीर मुझसे बिना वजह गुस्सा करने लगे. मेरे बैटिंग ऑर्डर को बार-बार बदला गया. एक वॉर्मअप मैच में मैंने 129 रन बनाए और गंभीर ने 110 रन बनाए. इसके बावजूद, उन्होंने मुझ पर चिल्लाया कि मैं बाकी खिलाड़ियों के साथ मैदान में क्यों नहीं हूं.”
मनोज तिवारी ने एक और वाकये का जिक्र किया, जब ईडन गार्डन्स में बैटिंग ऑर्डर को लेकर उनकी और गौतम गंभीर की बहस इतनी बढ़ गई कि गंभीर ने धमकी दी कि वह उन्हें टीम से बाहर कर देंगे. उन्होंने बताया, “गंभीर ने वॉशरूम में आकर मुझसे कहा, ‘तुझे कभी नहीं खिलाऊंगा.’ यह झगड़ा इतना बढ़ गया था कि वसीम अकरम, जो उस समय केकेआर के कोच थे, को बीच-बचाव करना पड़ा. नहीं तो मामला हाथापाई तक पहुंच सकता था.”
मनोज तिवारी के प्रदर्शन से जलते थे गंभीर?
मनोज तिवारी ने गौतम गंभीर पर यह भी आरोप लगाया कि वह उनके प्रदर्शन से जलते थे. उन्होंने कहा, “केकेआर के स्थानीय खिलाड़ियों में मेरा प्रदर्शन सबसे अच्छा था और मीडिया में मुझे लेकर काफी चर्चा होती थी. मुझे लगता है कि यही वजह थी कि गंभीर मुझे टारगेट करते थे और मेरा मनोबल गिराने की कोशिश करते थे.”