दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 के नतीजे चौंकाने वाले रहे। बीजेपी ने इस बार 70 में से 47 सीटों पर जीत दर्ज की, जबकि आम आदमी पार्टी (AAP) महज 23 सीटों पर सिमट गई। इस चुनाव में आप के कई बड़े नेताओं को करारी शिकस्त झेलनी पड़ी, जिनमें पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, वरिष्ठ मंत्री सौरभ भारद्वाज, पार्टी के अहम रणनीतिकार दुर्गेश पाठक और हाल ही में राजनीति में आए अवध ओझा शामिल हैं।
आप के बड़े नेता जो चुनाव हार गए
1. अरविंद केजरीवाल – आप के राष्ट्रीय संयोजक को बड़ी हार
आम आदमी पार्टी के संस्थापक अरविंद केजरीवाल ने भ्रष्टाचार-विरोधी आंदोलन से राजनीति में कदम रखा था और 2013, 2015, और 2020 के चुनावों में शानदार जीत हासिल की थी। हालांकि, पिछले साल दिल्ली की शराब नीति घोटाले में गिरफ्तारी के बाद उनकी छवि को गहरी चोट पहुंची। जमानत मिलने के बाद उन्होंने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया और कहा था कि वह तभी वापसी करेंगे जब जनता का समर्थन मिलेगा। मगर इस बार नई दिल्ली सीट से उन्हें बीजेपी के प्रवेश वर्मा ने हराकर बड़ा झटका दिया।
2. मनीष सिसोदिया – तीन बार विधायक रहे आप नेता को हार मिली
दिल्ली सरकार के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, जो आप के सबसे मजबूत स्तंभों में से एक माने जाते हैं, इस बार चुनाव नहीं जीत सके। पूर्व में पाटपड़गंज से तीन बार विधायक रह चुके सिसोदिया ने इस बार जंगपुरा से किस्मत आजमाई थी, लेकिन उन्हें बीजेपी के तरविंदर सिंह मारवाह ने पराजित कर दिया। सिसोदिया भी शराब नीति घोटाले में फंसे थे और लगभग डेढ़ साल जेल में बिताने के बाद जमानत पर बाहर आए थे।
3. सौरभ भारद्वाज – ‘सुरक्षित सीट’ भी नहीं बचा सके
दिल्ली सरकार में गृह, बिजली और जल आपूर्ति जैसे अहम विभागों की जिम्मेदारी संभालने वाले सौरभ भारद्वाज को भी शिकस्त झेलनी पड़ी। 2013 से लगातार ग्रेटर कैलाश सीट से विधायक रहे भारद्वाज को इस बार बीजेपी की शिखा रॉय ने हराया। यह सीट आम आदमी पार्टी के लिए सुरक्षित मानी जा रही थी, लेकिन बीजेपी ने पूरी रणनीति के साथ इसे जीत लिया।
4. दुर्गेश पाठक – आम आदमी पार्टी के रणनीतिकार को बड़ा झटका
आप की राजनीतिक मामलों की समिति और राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य दुर्गेश पाठक को भी हार का सामना करना पड़ा। 2022 के उपचुनाव में राजिंदर नगर सीट से जीतने वाले पाठक इस बार बीजेपी के उमंग बजाज से हार गए।
5. अवध ओझा – आईएएस कोच से नेता बने, लेकिन हार गए
आईएएस कोच और सोशल मीडिया सेंसेशन अवध ओझा, जो चुनाव से ठीक पहले आप में शामिल हुए थे, इस बार पाटपड़गंज सीट से खड़े हुए थे। यह वही सीट थी, जहां से मनीष सिसोदिया तीन बार जीत चुके थे। इस बार सिसोदिया ने जंगपुरा से चुनाव लड़ा, और उनकी जगह अवध ओझा को टिकट मिला। मगर वह बीजेपी के रविंदर सिंह नेगी से 28,000 से अधिक वोटों के अंतर से हार गए।
बीजेपी की शानदार जीत, आप के लिए बड़ा सबक
दिल्ली चुनाव 2025 के नतीजे आम आदमी पार्टी के लिए चिंताजनक संकेत लेकर आए हैं। जहां बीजेपी ने अपनी रणनीति और मजबूत संगठन के बल पर लगभग 40 सीटों का बड़ा उछाल हासिल किया, वहीं आप अपने गढ़ को भी नहीं बचा सकी। प्रमुख नेताओं की हार से पार्टी को अब भविष्य की राजनीति और संगठन को मजबूत करने पर नए सिरे से विचार करना होगा।
निष्कर्ष: क्या आप वापसी कर पाएगी?
आम आदमी पार्टी के लिए यह चुनाव सबसे कठिन दौर में से एक रहा। पार्टी के दिग्गज नेताओं की हार यह दर्शाती है कि दिल्ली की राजनीति में अब नया समीकरण बन रहा है। ऐसे में सवाल उठता है – क्या आप अगले चुनावों में वापसी कर पाएगी, या दिल्ली में बीजेपी का दबदबा और बढ़ेगा? आप इस बारे में क्या सोचते हैं? कमेंट में अपनी राय जरूर दें!