नई दिल्ली: संसद का बजट सत्र आज से फिर शुरू हो रहा है और इसके साथ ही कई बड़े विवाद संसद के पटल पर गरमा सकते हैं। मणिपुर में राष्ट्रपति शासन, तीन भाषा नीति, परिसीमन और विवादित वक्फ संशोधन बिल जैसे कई अहम मुद्दों को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच जोरदार बहस की आशंका है।
मणिपुर पर राष्ट्रपति शासन की मुहर की तैयारी
मणिपुर में जारी हिंसा और अशांति के बीच केंद्र सरकार आज राष्ट्रपति शासन को मंजूरी दिलाने के लिए संसद में प्रस्ताव लाएगी। राज्य के मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह के इस्तीफे के बाद केंद्र ने 13 फरवरी से मणिपुर में राष्ट्रपति शासन लागू किया था। गृहमंत्री अमित शाह इस प्रस्ताव को संसद में रखेंगे। इसके अलावा वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण मणिपुर का बजट भी पेश करेंगी।
विवादित वक्फ संशोधन बिल पर टकराव
केंद्र सरकार वक्फ संशोधन बिल को भी पारित कराने की तैयारी में है, जिसका विपक्ष ने कड़ा विरोध किया है। विपक्ष का कहना है कि यह बिल अल्पसंख्यक समुदाय के अधिकारों का हनन करेगा। हालांकि संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने साफ कर दिया है कि एनडीए सरकार इस बिल को पास कराने के लिए पूरी तरह तैयार है और उसे अपने सहयोगी दलों का भी समर्थन प्राप्त है।
दक्षिण भारत में तीन भाषा नीति और परिसीमन पर विरोध
तीन भाषा नीति और परिसीमन (Delimitation) के मुद्दे पर दक्षिण भारतीय राज्यों में गहरा असंतोष है। इन राज्यों का आरोप है कि इन नीतियों के जरिए केंद्र उनकी भाषाई और राजनीतिक पहचान को कमजोर करना चाहता है। संसद में विपक्ष इन मुद्दों को प्रमुखता से उठाकर सरकार को घेरने की तैयारी में है।
ट्रंप के टैरिफ बयान से बढ़ा नया विवाद
पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के भारत को लेकर टैरिफ (शुल्क) पर दिए गए बयान ने भी नया विवाद खड़ा कर दिया है। ट्रंप ने कहा था कि भारत ने अमेरिका के दबाव में अपने शुल्क कम करने पर सहमति जताई है। कांग्रेस ने इस बयान पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से संसद में जवाब देने की मांग की है। कांग्रेस का कहना है कि सरकार किसानों और घरेलू उद्योगों के हितों से समझौता कर रही है।
फर्जी वोटर आईडी को लेकर भी हंगामा तय
पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) द्वारा फर्जी वोटर आईडी (डुप्लीकेट वोटर कार्ड) का मुद्दा उठाए जाने के बाद यह मामला भी संसद में गरमा सकता है। विपक्ष चुनावी प्रक्रिया की निष्पक्षता पर सवाल उठाते हुए सरकार से सफाई की मांग कर सकता है।
सरकार बनाम विपक्ष: बड़ा संग्राम तय
इन सभी मुद्दों को देखते हुए संसद का यह बजट सत्र हंगामेदार रहने वाला है। एक ओर जहां सरकार वक्फ बिल और मणिपुर पर राष्ट्रपति शासन जैसे महत्वपूर्ण विधेयकों को पास कराने की कोशिश करेगी, वहीं विपक्ष मणिपुर की हिंसा, परिसीमन, तीन भाषा नीति, टैरिफ विवाद और फर्जी वोटर आईडी जैसे सवालों पर सरकार को घेरने के लिए तैयार है।
आज का दिन संसद में राजनीतिक घमासान के लिहाज से बेहद अहम माना जा रहा है।