उपशीर्षक: थाईलैंड और कंबोडिया के बीच सीमा संघर्ष ने संकट पैदा कर दिया, जिसमें 100,000 से अधिक लोग घर छोड़कर भाग गए। मौतों की संख्या बढ़कर 14 तक पहुंच गई है, और वैश्विक नेताओं ने संघर्ष रोकने के लिए तुरंत युद्धविराम की मांग की है।
संघर्ष का विस्तार और मौतों की संख्या
25 जुलाई 2025 को थाईलैंड और कंबोडिया के बीच संघर्ष के दूसरे दिन, कंबोडियाई सैनिकों ने भारी हथियारों, आर्टिलरी और रॉकेट का इस्तेमाल किया। थाईलैंड के सैन्य अधिकारियों ने कहा कि कंबोडिया ने भारी बमबारी की, जबकि थाई सेना ने जवाबी कार्रवाई की।
इस संघर्ष के कारण 100,000 से अधिक लोग अपने घरों से भागकर अस्थायी शरण स्थलों पर शरण ले चुके हैं। कंबोडिया और थाईलैंड के बीच लंबे समय से चल रहे सीमा विवाद ने एक नया मोड़ लिया है, जिससे दोनों देशों के नागरिकों को भारी नुकसान उठाना पड़ा है।
संघर्ष के प्रमुख अपडेट्स
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कंबोडिया की भारी बमबारी: कंबोडियाई सैनिकों ने भारी हथियारों और रॉकेट का इस्तेमाल करते हुए थाईलैंड के कुछ हिस्सों पर बमबारी की। थाई सेना ने भी इस पर प्रतिक्रिया दी।
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100,000 से अधिक विस्थापित: थाईलैंड और कंबोडिया के बीच हुए सबसे भीषण संघर्ष के परिणामस्वरूप, 100,000 से अधिक लोग विस्थापित हो गए हैं। अधिकांश लोग शरणार्थी शिविरों में शरण लेने के लिए मजबूर हो गए हैं।
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मृतकों की संख्या: फिलहाल 14 लोग मारे गए हैं, जिनमें 13 नागरिक और 1 सैनिक शामिल हैं। यह संख्या आगे बढ़ सकती है क्योंकि संघर्ष जारी है।
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संघर्ष में भागीदार: युद्ध में उड्डयन विमानों, टैंकों, और आर्टिलरी का भी इस्तेमाल किया गया। कंबोडिया ने रॉकेटों से हमले किए, जबकि थाईलैंड ने F-16 जेट विमानों का इस्तेमाल किया।
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अंतर्राष्ट्रीय बैठक: संघर्ष पर प्रतिक्रिया देते हुए, UN सुरक्षा परिषद ने एक आपातकालीन बैठक बुलाई है, ताकि इस संकट का समाधान निकाला जा सके।
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इतिहास में फिर से आ रही तनाव: यह संघर्ष 2008 और 2011 के बीच हुए संघर्षों के बाद फिर से उभरा है, जिससे कम से कम 28 लोगों की मौत हो गई थी।
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सामान्य संघर्ष क्षेत्र: कई किलोमीटर के क्षेत्र पर विवाद चल रहा है, और 2013 में एक UN कोर्ट ने सीमा विवाद के समाधान के लिए आदेश दिया था।
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2013 UN कोर्ट का निर्णय: UN कोर्ट ने सीमा विवाद पर एक निर्णय लिया था, लेकिन मई में कंबोडिया के एक सैनिक की हत्या के बाद तनाव फिर से बढ़ गया।
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कंबोडिया के साथ थाईलैंड का संघर्ष: युद्ध में प्रमुख स्थानों के लिए भयंकर लड़ाई हो रही है, जिसमें कुछ ऐतिहासिक मंदिरों के पास के क्षेत्रों का भी विवाद है।
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कंबोडिया के नागरिक अवसंरचना पर हमले: थाईलैंड ने कंबोडिया पर आरोप लगाया कि उसने नागरिक अवसंरचना को निशाना बनाया है, जिसमें एक अस्पताल और एक पेट्रोल पंप शामिल हैं।
संघर्ष के कारण और आगामी संभावनाएँ
इस संघर्ष का मुख्य कारण कंबोडिया और थाईलैंड के बीच लंबे समय से चला आ रहा सीमा विवाद है। दोनों देशों के पास एक साझा 800 किलोमीटर लंबी सीमा है, जिसमें कई विवादित क्षेत्र हैं। इस सीमा पर संघर्षों के परिणामस्वरूप हजारों लोग प्रभावित हुए हैं और इस संघर्ष में और वृद्धि हो सकती है यदि इसे जल्द सुलझाया नहीं गया।
वैश्विक नेताओं ने इस हिंसा को रोकने के लिए संघर्ष विराम की मांग की है। कंबोडिया और थाईलैंड दोनों देशों ने एक दूसरे पर आरोप लगाए हैं कि उनके द्वारा पहली बार गोलीबारी की गई। यह द्विपक्षीय संघर्ष दोनों देशों के नागरिकों के लिए बहुत ही खतरनाक साबित हो सकता है।
निष्कर्ष
थाईलैंड और कंबोडिया के बीच बढ़ते संघर्ष से सीमा विवाद एक गंभीर संकट में बदल गया है। यह संघर्ष न केवल इन दोनों देशों के लिए, बल्कि पूरे एशियाई क्षेत्र के लिए खतरे का कारण बन सकता है। युद्धविराम और अंतर्राष्ट्रीय संवाद की आवश्यकता महसूस की जा रही है, ताकि आगे किसी भी बड़ी त्रासदी से बचा जा सके। UN सुरक्षा परिषद और अंतर्राष्ट्रीय संगठनों को इस मामले में हस्तक्षेप करने की जरूरत है ताकि स्थिति को शांत किया जा सके।