ट्रंप अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेस्की की मीटिंग रही असफल। ट्रंप व जेलेस्की में हुई झड़प कल व्हाइट हाउस में यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेंलेस्की और अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच में खनिज संसाधनों को लेकर एक मीटिंग होने वाली थी। जिसे लेकर पूरा विश्व रूस और यूक्रेन के मध्य शांति की आस लगाए बैठा था लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं हो पाया। मीटिंग के मध्य में ही अमेरिका के राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति की यूक्रेन के राष्ट्रपति से एक बहस हुई। इसके बाद यूक्रेन के राष्ट्रपति मीटिंग से बाहर चले गए इस घटना को देख पूरा विश्व स्तंभित रह गया। आईए जानते हैं इस मीटिंग के विषय में विस्तार से
अमेरिकी राष्ट्रपति ने लगाया यूक्रेनी राष्ट्रपति पर युद्ध के लिए मदद का आभारी ना होने का आरोप
अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि यूक्रेन के राष्ट्रपति ने 3 साल के यूक्रेन और रूस के युद्ध में अमेरिका द्वारा मदद दिए जाने के लिए कभी भी आभार व्यक्त नहीं किया। जब अमेरिकी राष्ट्रपति ने यूक्रेन के राष्ट्रपति पर आभारी ना होने का आरोप लगाया उसके बाद जेलेस्की ने सभी सहयोगी देशों को आभार व्यक्त करते हुए एक संदेश जारी किया। इसके प्रतिउत्तर में यूक्रेन के सहयोगी देशों ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया कनाडा ने भी संदेश द्वारा यूक्रेन के प्रति अपना अपना सहयोगात्मक रवैया स्पष्ट किया।
अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा आपके पास कोई विकल्प नहीं
डोनाल्ड ट्रंप ने यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेस्की से कहा आपके पास कोई विकल्प नहीं है या तो आप समझौता करेंगे या फिर हम बाहर हो जाएंगे। अगर हम बाहर हो गए तो आप लड़ेंगे और यह मुझे नहीं लगता कि अच्छा होने वाला है।
जेलेस्की बिना समझौते के चले गए वापस
यूक्रेन के राष्ट्रपति इस तीखी बहस के बाद वापस यूक्रेन चले गए उन्होंने किसी समझौते पर हस्ताक्षर भी नहीं किए। जैसा की लग रहा था कि यह समझौता रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध के लिए युद्ध विराम का काम करेगा लेकिन अब ऐसा कुछ भी नहीं लग रहा है। वहीं अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का कहना है की जेलेस्की शांति समझौते के लिए तैयार नहीं थे।
रूस ने इस शांति समझौते के असफल होने पर जताई खुशी
इस मीटिंग के असफल होने से रूस बहुत खुश नजर आया। रूस के रक्षा परिषद के उप प्रमुख और उसके पूर्व राष्ट्रपति दिमित्री मेंदवेदेव ने तो जेलेस्की के विषय में काफी कड़वे शब्द बोले। उन्होंने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति ने यूक्रेन को एक कड़ा झटका दे दिया है। उन्होंने जेलेस्की को कोकेन का जोकर कहा। यहां पर भी वह नहीं रुके उन्होंने कहा कि कीव शासन तीसरे विश्व युद्ध के साथ खेल रहा है और कृत्घन सूअर को सूअर शाला के मालिकों से जोरदार थप्पड़ मिला है। रूसी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मारिया जखारोंवा ने भी कड़ी टिप्पणी की उन्होंने कहा की ट्रंप व उपराष्ट्रपति जेंडी वेंस जेलेस्की पर खुद को हमला करने से कैसे रोक पाए।
उधर हंगरी के राष्ट्रपति विक्टर ओर्बन जो कि रूस का समर्थन कर रहे हैं ने कहा कि ट्रंप बहादुर से शांति के पक्ष में खड़े हैं भले ही कई लोगों के लिए इसे पहचान मुश्किल हो।
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री अभी भी खड़े हैं यूक्रेन के समर्थन में
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टारमर ने शुक्रवार को यूक्रेन के समर्थन की कसम खाई। उन्होंने जेलेस्की और ट्रंप की असफल बहस के बाद दोनों नेताओं से बात की। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ने कहा कि यूक्रेन के लिए उनका अटूट समर्थन बना हुआ है। वह यूक्रेन के लिए संप्रभुता और सुरक्षा पर आधारित स्थाई शांति के लिए आगे का रास्ता खोजने के लिए प्रयत्नशील हैं।
क्या कहना है ऑस्ट्रेलिया के राष्ट्रपति का
ऑस्ट्रेलिया के राष्ट्रपति एंथोनी एल्बीनी ने कहा कि उनका देश जब तक आवश्यक होगा यूक्रेन के साथ खड़ा रहेगा।
कनाडा के राष्ट्रपति जस्टिन टुडो ने क्या कहा
राष्ट्रपति जस्टिन टुडो ने कहा की रूस ने असंवैधानिक तरीके से यूक्रेन पर कब्जा किया है। 3 सालों से यूक्रेन अपने अधिकार के लिए लड़ रहा है। यूक्रेन के साथ कनाडा हमेशा खड़ा रहेगा।