भारत की लॉर्ड्स में इंग्लैंड के खिलाफ 22 रनों से हार के बाद कड़ी आलोचना हो रही है, और इस पर भारतीय क्रिकेट के महान खिलाड़ी सुनील गावस्कर ने भी खुलकर अपनी राय दी। चौथे टेस्ट के लिए अब भारत के पास एकमात्र विकल्प है – जीत, जो 23 जुलाई से इंग्लैंड के खिलाफ खेला जाएगा। इस हार के बाद, गावस्कर ने भारतीय खिलाड़ियों को खासकर उन खिलाड़ियों को काउंटी क्रिकेट खेलने की सलाह दी है जो कम खेले हैं और अभ्यास से बाहर हैं।
भारत की शीर्ष क्रम की बल्लेबाजी पर गावस्कर की चिंता
भारत ने 193 रनों का पीछा करते हुए संघर्ष किया, लेकिन अंततः हार का सामना करना पड़ा। हार का मुख्य कारण भारत के शीर्ष क्रम की बल्लेबाजी में कमी थी, जिससे मैच की पूरी दिशा बदल गई। भारत ने 82/7 के कठिन स्थिति से शानदार वापसी की, जिसमें रवींद्र जडेजा की आधी सेंचुरी और जसप्रीत बुमराह व मोहम्मद सिराज का शानदार समर्थन रहा।
गावस्कर ने इस हार पर टिप्पणी करते हुए कहा, “आपको कुछ क्रिकेट खेलनी चाहिए। आप भारत के लिए खेल रहे हैं, आप यहाँ क्रूज पर नहीं हैं।” उन्होंने यह भी कहा कि अगर शीर्ष क्रम से साझेदारियां बन जातीं तो भारत मैच जीत सकता था।
गावस्कर की सलाह: काउंटी क्रिकेट खेलें
चौथे टेस्ट से पहले आठ दिनों के ब्रेक में, गावस्कर ने उन भारतीय खिलाड़ियों को काउंटी क्रिकेट खेलने की सलाह दी है, जो कम खेले हैं या मैच के अभ्यास से बाहर हैं। “आपको कुछ क्रिकेट खेलनी चाहिए। आप भारत के लिए खेल रहे हैं, आप यहाँ क्रूज पर नहीं हैं,” यह टिप्पणी उन्होंने भारत की हार के बाद दी।
चौथे टेस्ट में नए चेहरों का हो सकता है मौका
लॉर्ड्स में हार के बाद, भारतीय टीम में बदलाव हो सकता है, विशेष रूप से गेंदबाजी और बल्लेबाजी विभाग में। गावस्कर ने खासकर आकाश दीप, अभिमन्यु ईस्वरन, अर्शदीप सिंह, और नितीश रेड्डी जैसे खिलाड़ियों का नाम लिया, और कहा कि उन्हें इस ब्रेक के दौरान काउंटी क्रिकेट खेलना चाहिए ताकि वे मैच में फिट रहें।
उन्होंने यह भी कहा, “कुलदीप यादव भी हो सकते हैं। अचानक उन्हें टीम में लेना चाहिए। उनके पास क्या अभ्यास है?” इस बात पर गावस्कर ने ध्यान केंद्रित किया, क्योंकि अभ्यास के बिना बड़े मैच में कोई फायदा नहीं।
शुभमन गिल का हार के बाद विचार
शुभमन गिल, भारतीय कप्तान, ने लॉर्ड्स में हार के बाद अपनी निराशा जाहिर की, लेकिन उन्होंने अपनी टीम की कोशिशों पर गर्व भी महसूस किया। उन्होंने कहा कि भारत के लिए एक-दो अच्छे साझेदारी बन जातीं तो मैच जीत सकते थे।
“हम शीर्ष क्रम से साझेदारियां नहीं बना पाए। लेकिन जब तक बल्लेबाज क्रीज पर होता है, उम्मीद हमेशा बनी रहती है। लक्ष्य ज्यादा बड़ा नहीं था और एक 50-60 रन की साझेदारी से हम मैच में वापस आ सकते थे,” गिल ने कहा।
जडेजा के अनुभव ने भारत को मैच में बनाए रखा, और गिल ने यह माना कि जडेजा और tail-enders को बल्लेबाजी करने दिया गया ताकि वह ज्यादा से ज्यादा समय तक क्रीज पर रहें।
भारत की चौथे टेस्ट के लिए तैयारी
अब भारत के पास चौथे टेस्ट को जीतने का बड़ा मौका है। गावस्कर की काउंटी क्रिकेट खेलने की सलाह खिलाड़ियों के लिए एक अहम कदम हो सकता है ताकि वे फिट रहें और मैच के लिए तैयार रहें। इस समय श्रृंखला 1-1 पर बराबरी पर है, और चौथा टेस्ट भारत के लिए बेहद महत्वपूर्ण है।