बेंगलुरु के मार्थहल्ली में रहने वाले 34 वर्षीय सॉफ्टवेयर इंजीनियर ने सोमवार को आत्महत्या कर ली। उन्होंने 40 पन्नों का सुसाइड नोट और एक वीडियो छोड़ा, जिसमें अपनी परेशानी का खुलासा किया। उत्तर प्रदेश से ताल्लुक रखने वाले इस युवक ने अपनी पत्नी और उसके परिवार पर मानसिक उत्पीड़न और जबरन वसूली के गंभीर आरोप लगाए। अपनी मौत से पहले उन्होंने यह जानकारी एक एनजीओ, सेव इंडियन फैमिली फाउंडेशन, को साझा की।
उत्पीड़न और जबरन वसूली के आरोप
पीड़ित की शादी 2019 में एक मैट्रिमोनियल वेबसाइट के जरिए हुई थी। लेकिन 2021 से उनके रिश्ते में खटास आने लगी। उनकी पत्नी कथित तौर पर अपने बेटे को लेकर घर छोड़कर चली गईं और अपने परिवार के साथ मिलकर 3 करोड़ रुपये की मांग करने लगीं। जब यह मांग पूरी नहीं हुई, तो उन्होंने पीड़ित और उनके परिवार पर हत्या के प्रयास, दहेज उत्पीड़न और यौन उत्पीड़न जैसे आरोप लगाते हुए कई मुकदमे दर्ज करा दिए।
मार्थहल्ली पुलिस इंस्पेक्टर अनिल कुमार के अनुसार, पीड़ित को एक ही साल में 40 से अधिक कोर्ट नोटिस मिले, जिसके चलते उन्हें बेंगलुरु और उत्तर प्रदेश के बीच लगातार यात्रा करनी पड़ी। यह कठिन दिनचर्या उनके लगभग 120 दिन बर्बाद कर देती थी, जिससे उनका आर्थिक और भावनात्मक तनाव और बढ़ गया। यात्रा की लागत और काम से बार-बार छुट्टी लेना उनकी परेशानी को और बढ़ा देता था।
सुसाइड नोट का खुलासा
पीड़ित ने अपने सुसाइड नोट में उत्तर प्रदेश के एक जज का जिक्र किया, जिन्होंने कथित तौर पर उनका मजाक उड़ाया और मामले को सुलझाने के लिए ₹5 लाख की रिश्वत मांगी। उन्होंने अपनी सास के साथ हुई एक भयानक बातचीत का भी जिक्र किया। सास ने उन्हें यह कहते हुए ताना मारा कि उन्होंने अब तक अपनी जान क्यों नहीं ली। जब उन्होंने जवाब दिया कि उनकी मौत के बाद कोई पैसा देने वाला नहीं रहेगा, तो सास ने कथित तौर पर कहा कि उनके पिता यह रकम चुकाएंगे, और उनके माता-पिता की मौत के बाद भी उनकी पत्नी को पैसा मिल जाएगा।
A 34-year-old techie died by suicide at his Bengaluru residence, leaving behind a 24-page note blaming his wife and her family for harassment. An FIR has been filed against his wife and relatives following a complaint by his brother. Watch to know more #IndiaTodaySpecial… pic.twitter.com/omPexDFOZ0
— IndiaToday (@IndiaToday) December 10, 2024
कानूनी कार्रवाई और जांच
पीड़ित के भाई की शिकायत पर पुलिस ने उनकी पत्नी, सास, साले और मामा के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 108 (आत्महत्या के लिए उकसाना) के तहत मामला दर्ज किया है। पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। पोस्टमॉर्टम के बाद शव को उनके परिवार को सौंप दिया गया।
न्याय प्रणाली पर सवाल
सुसाइड नोट में पीड़ित ने भारतीय न्याय प्रणाली की कड़ी आलोचना की, यह आरोप लगाते हुए कि यह झूठे मामलों के जरिए पुरुषों को परेशान करने में सहायक है। उन्होंने इस बात पर निराशा व्यक्त की कि उनकी मेहनत को उत्पीड़न और जबरन वसूली के चलते नजरअंदाज कर दिया गया। अपने परिवार को इस उत्पीड़न से बचाने के लिए उन्होंने अपनी जान देने का फैसला किया, ताकि उनके आरोपियों के पास कोई आर्थिक लाभ का साधन न बचे।
यह दुखद मामला मानसिक स्वास्थ्य, कानूनी दुरुपयोग और व्यवस्था की खामियों पर गंभीर सवाल खड़ा करता है, जो ऐसे संकटों में फंसे व्यक्तियों के लिए मजबूत समर्थन प्रणाली की आवश्यकता को रेखांकित करता है।