दुबई: भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व सलामी बल्लेबाज शिखर धवन का मानना है कि समय के साथ रोहित शर्मा एक कुशल और परिपक्व कप्तान बन चुके हैं। शिखर के अनुसार, रोहित का टीम के खिलाड़ियों के साथ गहरा लगाव है, जो भारतीय क्रिकेट टीम के लिए बहुत फायदेमंद साबित हो रहा है।
शिखर धवन, जिन्होंने लंबे समय तक रोहित शर्मा के साथ ओपनिंग साझेदारी की है, उनका मानना है कि मुंबई के इस अनुभवी बल्लेबाज के पास टीम को संभालने के लिए काफी अनुभव है।
नेतृत्व में बदलाव और अनुभव का प्रभाव
धवन ने स्टार स्पोर्ट्स और जियोहॉटस्टार पर विशेष रूप से प्रसारित होने वाले शो ‘द शिखर धवन एक्सपीरियंस’ में कहा, “2013 से 2025 तक, 12 साल का अनुभव बहुत मायने रखता है। इतने समय में रोहित ने बहुत कुछ देखा और सीखा है। उन्होंने दबाव की परिस्थितियों में खुद को ढालना और टीम को एकजुट रखना अच्छे से सीख लिया है।”
शिखर ने आगे कहा कि, “एक नेता के रूप में वह परिपक्व हो गए हैं। उन्हें यह पता है कि कब नरमी बरतनी है और कब कड़े फैसले लेने हैं। यह एक बेहतरीन संतुलन है, और उनकी टीम के साथ जो आत्मीयता है, वह शानदार है। मौजूदा समय में भारतीय क्रिकेट टीम एक बेहतरीन स्थिति में है।”
2013 चैंपियंस ट्रॉफी और ऐतिहासिक शुरुआत
धवन ने 2013 आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी के दौरान अपने सफर को भी याद किया और उन्होंने बताया कि रोहित शर्मा के साथ उनकी ओपनिंग साझेदारी भी उसी टूर्नामेंट से शुरू हुई थी।
उन्होंने खुलासा किया कि यह महेंद्र सिंह धोनी का फैसला था कि रोहित को ओपनिंग में प्रमोट किया जाए। धवन ने कहा, “यह फैसला मैच से लगभग आधे दिन पहले लिया गया था। उस समय मैं भी टीम में नया था और अपने खेल पर ध्यान केंद्रित कर रहा था। मैंने वापसी की थी और मुझे खुद को साबित करना था। ऐसे में जब एमएस धोनी ने रोहित को ओपनिंग का निर्देश दिया, तो मैंने ज्यादा सोचा नहीं।”
उन्होंने आगे कहा, “मुझे लगा कि अगर रोहित ओपनिंग करेंगे, तो हम दोनों बल्लेबाजी का आनंद उठाएंगे। पहले ही मैच में हमें शानदार शुरुआत मिली। हम बिना विकेट गंवाए 100 रन पर थे। पिच पर हल्की स्विंग थी, इसलिए पहले 10 ओवर में हम ज्यादा तेजी से रन नहीं बना सके। लेकिन मैंने कभी नहीं सोचा था कि हमारी जोड़ी इतनी सफल होगी और हम आने वाले 10 साल तक साथ मे खेलेंगे।”
रोहित और धवन की दोस्ती का सफर
धवन ने रोहित शर्मा के साथ अपनी दोस्ती और आपसी समझ को लेकर भी चर्चा की। उन्होंने बताया कि दोनों के बीच लंबे समय से मजबूत रिश्ता है, जो जूनियर स्तर से चला आ रहा है।
उन्होंने कहा, “हम एक-दूसरे पर भरोसा करते हैं और हमारी आपसी समझ बहुत ही अच्छी थी। मैदान के अंदर और बाहर हमारी दोस्ती एक जैसी थी। हमने साथ खेला, कई सीरीज जीतने के बाद साथ जश्न मनाया और टीम के रूप में आगे बढ़े।”उन्होंने यह भी बताया कि जब रोहित 16-17 साल के थे, तब उन्होंने भारत की अंडर-19 वर्ल्ड कप टीम में खेला था और वहीं से उनकी दोस्ती की नींव पड़ी थी। “हम दोनों लंबे समय से साथ रहे हैं और एक-दूसरे को काफी अच्छे से जानते हैं,” धवन ने कहा।
भारतीय टीम की मौजूदा स्थिति
धवन ने यह भी बताया कि मौजूदा चैंपियंस ट्रॉफी में भारत दो मैच जीतकर पहले ही सेमीफाइनल में जगह बना चुका है। रविवार को दुबई में न्यूज़ीलैंड के खिलाफ भारत अपना आखिरी ग्रुप मैच खेलेगा, जो अंक तालिका की नजर से खास मायने नहीं रखता।
भारतीय क्रिकेट प्रेमियों को अब उम्मीद है कि रोहित शर्मा के नेतृत्व में टीम आगामी मुकाबलों में भी बेहतरीन प्रदर्शन करेगी और एक और बड़ी जीत दर्ज करेगी।