‘शीशमहल’ विवाद को आम आदमी पार्टी की हालिया चुनावी हार का प्रमुख कारण माना जा रहा है, जिसमें भारतीय जनता पार्टी ने श्री केजरीवाल और उनकी पार्टी पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए।
नई दिल्ली:
दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने मंगलवार को विधानसभा में वर्ष 2025-26 के लिए अपनी सरकार का ₹1 लाख करोड़ का बजट पेश करते हुए विपक्षी नेता अरविंद केजरीवाल और आम आदमी पार्टी पर तीखे हमले किए। उनके भाषण में ‘शीशमहल’ का मुद्दा केंद्र में रहा, जिसे पिछले महीने हुए विधानसभा चुनावों के दौरान भी बीजेपी ने जमकर भुनाया था।
श्री केजरीवाल पर ₹45 करोड़ के सरकारी धन से अपने सरकारी आवास को आलीशान महल में तब्दील करने के आरोप लंबे समय तक चर्चा में रहे और इन आरोपों ने ही आम आदमी पार्टी की हार सुनिश्चित करने में बड़ी भूमिका निभाई। लेकिन यह हमला यहीं तक सीमित नहीं था।
रेखा गुप्ता ने कहा, “हमारे और आपके बीच बहुत फर्क है… आपने वादे किए, हम उन्हें पूरा करेंगे। आपने दूसरे राज्यों की सरकारों की आलोचना की, हम सभी के साथ मिलकर काम करेंगे। आपने ‘शीशमहल’ बनाया, हम गरीबों के लिए घर बनाएंगे। आपने लाखों के सोने के टॉयलेट लगवाए, हम झुग्गीवासियों के लिए शौचालय बनवाएंगे।”
दिल्ली को ‘पर्यटन हब’ बनाने की योजना
मुख्यमंत्री गुप्ता ने राष्ट्रीय राजधानी को एक पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित करने की योजना भी प्रस्तुत की। उन्होंने ₹177 करोड़ के बजट के साथ ‘भारत मंडपम’ जैसे स्थलों को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने की घोषणा की।
व्यंग्यात्मक लहजे में उन्होंने कहा, “हम शीशमहल को भी पर्यटन सर्किट में शामिल करेंगे। टिकट बेचेंगे और लोगों को दिखाएंगे कि कैसे जनता के पैसों से ऐश की जाती है।”
केजरीवाल सदन में अनुपस्थित
विधानसभा में अरविंद केजरीवाल अनुपस्थित रहे, क्योंकि फरवरी में हुए चुनाव में वे अपनी परंपरागत ‘नई दिल्ली’ सीट हार चुके हैं।
2015 और 2020 में 60 से अधिक सीटें जीतने वाली आम आदमी पार्टी इस बार केवल 22 सीटों पर सिमट गई।
‘शीशमहल’ विवाद: बीजेपी का मुख्य हथियार
बीजेपी लगातार ‘शीशमहल’ को मुद्दा बनाकर आम आदमी पार्टी पर हमलावर रही है। मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने से पहले ही रेखा गुप्ता ने ऐलान किया था कि केजरीवाल का बंगला – 6, फ्लैगस्टाफ रोड – अब एक संग्रहालय में बदला जाएगा।
बीजेपी के नवनिर्वाचित विधायक परवेश वर्मा – जिन्होंने केजरीवाल को हराकर नई दिल्ली सीट जीती – ने तो यहां तक कहा कि वह खुद इस ‘शीशमहल’ का दौरा करवाएंगे।
विधानसभा में आज के भाषण ने यह साफ कर दिया कि बीजेपी आने वाले समय में भी इस विवाद को भुनाने और आम आदमी पार्टी पर दबाव बनाए रखने की रणनीति अपनाने वाली है।