अगर हमें ओवरथिंकिंग से खुद को बचाना है तो हमें जो भी चीज परेशान कर रही है उसके विषय में लिखना शुरू कर देना चाहिए। आप देखेंगे कि कुछ समय बाद वो विचार आपको परेशान करना बंद कर देंगे। बस उसे लिखें और भूल जाए। उस विषय को दोबारा भूल कर भी ना देखें। और न हीं किसी को दिखाएं।
अगर आप दुखी महसूस करें तो करें एक्सरसाइज
अगर आप खुद को दुखी महसूस करते हैं तो अच्छा हार्मोन रिलीज करने के लिए करें एक्सरसाइज। एक्सरसाइज आपका मूड ठीक करने में कारगर होगी। एक्सरसाइज करने से आपका ब्रेन गुड हार्मोन ऐंड्रॉफिन रिलीज करता है। जो कि आपके शरीर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार करता है। यह हार्मोन मॉर्फिन की तरह काम करता है यह आपके शरीर के दर्द को दूर कर देता है इस हार्मोन से न केवल शरीर में होने वाला दर्द बल्कि किसी दुख से होने वाली पीड़ा से भी निजात मिलती है।
अगर आप थक गए हैं तो ले एक छोटी सी नींद की झपकी
अगर आप काम करते-करते थक गए हैं तो एक 20 मिनट की नींद की झपकी ले लीजिए जब आप एक छोटी सी नैप लेकर उठाएंगे तो आप खुद को तरोताजा महसूस करेंगे। बस ध्यान रखिए कि आपको यह झपकी 10 मिनट से 20 मिनट के बीच में रखनी है अगर आप इससे ज्यादा सोते हैं तो आप खुद को और थका हुआ महसूस करने लगेंगे। यह नैप आपको तरोताजा तो महसूस करायेगी ही आप खुद को और ऊर्जावान महसूस करेंगे। आपकी कार्य क्षमता में इजाफा होगा। आपका ब्लड प्रेशर भी नॉर्मल रहेगा।
अगर आप परेशान हैं तो कीजिए मेडिटेशन ध्यान की प्रैक्टिस
अगर आप चिंतित हैं, किसी बात से परेशान है तो एक छोटा सा ध्यान का सेशन आपको रिलैक्स कर देगा। एक शांत जगह पर पद्मासन में बैठकर अपनी आती जाती सांसों पर फोकस करें आप देखेंगे की कुछ समय बाद आपके दिमाग से वह बात ही निकल गई होगी। ध्यान करने से आपका तनाव व चिंता दूर होगी। आपके शरीर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होगा आपका इम्यून सिस्टम स्ट्रांग होगा। मेडिटेशन से आपकी श्वसन प्रणाली मजबूत होती है। मेडिटेशन से आपका फोकस स्ट्रांग होता है और आप सही डिसीजन ले पाते हैं।
अगर आप गुस्सा है तो सुनें थोड़ा सा म्यूजिक
अगर आपको किसी बात पर गुस्सा आ रहा है या किसी से नाराज़ हैं तो आप अपने कानों में एयरफोन लगायें और अपने मनपसंद सिंगर को सुने। आप देखेंगे कि आपका गुस्सा ना जाने कब और कहां छूमंतर हो गया। म्यूजिक थेरेपी आपके मन को शांत करती है आपके मन में आने वाले नकारात्मक विचारों को दूर करती है।
अगर आप खुद को आलसी और सुस्त महसूस कर रहे हैं तो मोबाइल से दूरी बनाएं
अगर आपको लगता है कि आप एक ही जगह पर घंटों बैठे रहते हैं। आप आलसी होते जा रहे हैं और आप को हमेशा सुस्ती महसूस होती है तो आप मोबाइल से दूरी बना ले। टीवी कम देखें। स्क्रीन टाइम कम से कम कर दें। मोबाइल की ब्लू लाइट हमें रात में भी दिन का एहसास कराती है जिसके कारण हमारा दिमाग जल्दी थकने लगता है। हमारी नींद पूरी नहीं हो पाती और फिर पूरे दिन सुस्ती हम पर हावी रहती है।
अगर आप खुद को चिड़चिड़ा या उत्तेजित महसूस करें तो कुछ अच्छा पढ़ें
अगर आप को लगे की लाइफ में कुछ अच्छा नहीं हो रहा। आप खुद को बर्नआउट महसूस कर रहे हैं, आपको चिडचिडाहट महसूस हो। बात-बात पर आप उत्तेजित होने लगे तो एक अच्छी सी किताब उठाएं और किसी कोने में बैठकर उसे पढ़ें। अच्छा साहित्य सकारात्मक ऊर्जा को प्रेरित करता है और आप खुद को दोबारा से चुनौतियों से लड़ने के लिए तैयार करते हैं।
अगर आप खुद को तनावग्रस्त महसूस करें तो जाए वॉक पर
अगर आपको किसी चीज का तनाव हो रहा है तो ऐसे में सुबह शाम की वाॅक आपके लिए एक रिफ्रेशिंग टॉनिक का काम करेगी। बाहर की स्वच्छ ऑक्सीजन आपको प्रफुल्लित कर देगी।