सऊदी अरब में रूस और यूक्रेन युद्ध को लेकर अमेरिका और रूस मिल रहे हैं। रूस और अमेरिका की इस बातचीत में यूक्रेन शामिल नहीं होगा। डोनाल्ड ट्रंप और रूस के राष्ट्रपति पुतिन सऊदी अरब में मिलेंगे। इस बैठक में रूस और अमेरिका के अलावा कौन-कौन से और देश शामिल होंगे इस विषय में अभी कोई जानकारी उपलब्ध नहीं हो पाई है। यूक्रेन अमेरिका और रूस के बीच में हो रही इस वार्ता से बिल्कुल भी खुश नहीं है। यूक्रेन के राष्ट्रपति ने इस चर्चा में अपनी भागीदारी देने से मना कर दिया है। यूक्रेन के राष्ट्रपति भी सऊदी अरब अपने दौरे पर है लेकिन वह इस मीटिंग का हिस्सा नहीं बनना चाहते। या यह कहिए कि उन्हें इस मीटिंग का हिस्सा बनाया ही नहीं जा रहा है।
यूक्रेन को नहीं लगता कि रूस युद्ध विराम करना चाहता है। यूक्रेन के राष्ट्रपति ने पहले ही कहा है कि रूस युद्ध विराम के जरिए अपनी शक्ति दोबारा हासिल करना चाहता है। यूरोप व फ्रांस और अन्य यूरोपीय देशों की इस विषय में क्या भूमिका होगी यह भी अभी भविष्य के गर्भ में है। पेरिस में यूरोपीय देशों की यूक्रेन के मुद्दे पर एक बैठक होने वाली है। जिसके सिलसिले में फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रो ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से बात भी की इस विषय में दोनों की क्या बात हुई यह जानकारी अभी उपलब्ध नहीं हो पायी है। मैक्रो ने कल ब्रिटेन के प्रमुख नेताओं और यूरोपीय संघ के प्रमुख देशों के नेताओं के साथ एलिसी पैलेस में मीटिंग की। इस मीटिंग में मैक्रो ने यूक्रेन पर अमेरिका की विचारधारा पर कैसा व्यवहार किया जाए इस विषय में विचार विमर्श किया।
अमेरिका और रूस यूक्रेन और रूस युद्ध के सिलसिले में सऊदी अरब में करेंगे मुलाकात
रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध शुरू हुए 3 वर्ष से अधिक का समय हो गया है। पहली बार कोई देश रूस और यूक्रेन के सिलसिले में बात कर रहे हैं। रूस और यूक्रेन की इस युद्धविराम मीटिंग में अमेरिका के विदेश मंत्री मार्को रूबियो और रूस के विदेश मंत्री सरजेई लावरोव भी हिस्सा ले रहे हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रूस के राष्ट्रपति पुतिन से पहले भी इस सिलसिले में फोन पर बात की है। इसी फोन पर मीटिंग ने इस बैठक की आधारशिला रखी है।
यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेस्की नाराज है रूस और अमेरिका की इस मीटिंग से
जहां एक तरफ रूस और अमेरिका एक दूसरे से मिल रहे हैं वही यूक्रेन को लगता है कि रूस बस कुछ समय के लिए संघर्ष विराम चाहता है ताकि वह दोबारा से शक्ति हासिल कर सके और डोनाल्ड ट्रंप सिर्फ पुतिन को खुश करने के लिए इस मीटिंग को रख रहे हैं।
क्या कहना है रूस के विदेश मंत्री का इस बैठक के सिलसिले में
रूस के विदेश मंत्री का कहना है कि हम 3 साल पहले शुरू हुई इस लड़ाई को सुलझाने में अमेरिका की मदद चाहते हैं। हमें लगता है की दोनों पक्षों द्वारा इस युद्ध को समाप्त करने में यह बातचीत अपना योगदान देगी। वही रूसी विदेश मंत्री ने यूरोपीय देशों पर यूक्रेन को मदद करने के लिए युद्ध विराम का फायदा उठाने का आरोप लगाया।
अमेरिका का प्लान बी- अमेरिकी राष्ट्रपति चाहते हैं यूक्रेन की मदद फ्री में ना करके उसके खनिज संसाधनों पर कब्जा हासिल करना
जहां एक तरफ अमेरिका इस मीटिंग का हिस्सा बन रहा है वहीं दूसरी तरफ अमेरिका का प्लान बी भी तैयार है। अमेरिका यूक्रेन से रूस के साथ युद्ध में मदद करने के बदले में उसके खनिज संसाधनों पर अधिकार जमाने का प्रयास कर रहा है। जिसके लिए यूक्रेन तैयार नहीं है।