यरुशलम:
7 अक्टूबर 2023 को गाजा सीमा के निकट तैनात चार युवा इजरायली महिला सैनिकों का अपहरण कर लिया गया था। इनमें लिरी एल्बाग, करीना अरियेव, डेनिएला गिल्बोआ और नामा लेवी शामिल थीं। इन महिलाओं को हमास द्वारा इजरायल के साथ हुए संघर्षविराम समझौते के तहत शनिवार को रिहा किया जाएगा।
ये सभी सैनिक नहाल ओज़ सैन्य अड्डे पर निगरानी इकाई में तैनात थीं, जब उनका अपहरण किया गया। उनका अपहरण ऑपरेटरों द्वारा फिल्माया गया था।
अन्य सैनिकों का हाल:
उनके साथ तीन अन्य महिला सैनिकों को भी बंधक बनाया गया था। इनमें अगम बर्जर, जो अभी भी गाजा में बंधक हैं और जीवित मानी जा रही हैं; नोआ मार्सियानो, जिनका शव इजरायल वापस लाया गया; और ओरी मेगिडिश, जिन्हें अक्टूबर 2023 के अंत में इजरायली सेना ने जीवित छुड़ाया।
लिरी एल्बाग, 19 वर्ष
गाजा सीमा पर अपनी सैन्य सेवा के दौरान लिरी एल्बाग का अपहरण नहाल ओज़ अड्डे से हुआ।
रिपोर्टों के अनुसार, रिहा हुए बंधकों ने उनके माता-पिता को बताया कि लिरी को उनके अपहरणकर्ताओं ने खाना बनाने, सफाई करने और बच्चों की देखभाल करने के लिए मजबूर किया।
जुलाई में जेरूसलम पोस्ट ने बताया कि उन्होंने रिहा बंधकों के माध्यम से अपने परिवार को संदेश भेजे। अपनी बहन शाय को उन्होंने कहा कि वह उनकी पसंदीदा जूतियों को न छुए। जनवरी में हमास ने उनका एक साढ़े तीन मिनट का वीडियो जारी किया।
लिरी को घूमने, गाने, फोटोग्राफी और खाना बनाने का शौक है। उनके माता-पिता शिरा और एली एल्बाग ने उनकी रिहाई के लिए अभियान चलाया।
करीना अरियेव, 20 वर्ष
करीना का अपहरण गाजा सीमा पर उनकी सैन्य सेवा के दौरान हुआ। एक वीडियो में दिखाया गया कि वह घायल थीं। जनवरी 2024 में, उन्हें डेनिएला गिल्बोआ के साथ हमास द्वारा एक वीडियो में दिखाया गया।
करीना ने अपने कैद के दौरान अपना 20वां जन्मदिन मनाया। वह एक मनोवैज्ञानिक बनने का सपना देखती हैं। करीना को उनके सहृदय स्वभाव और दूसरों को जोड़ने की क्षमता के लिए जाना जाता है।
डेनिएला गिल्बोआ, 20 वर्ष
पेताह टिकवा की डेनिएला गिल्बोआ को भी गाजा सीमा पर उनकी सैन्य सेवा के दौरान अपहरण किया गया। हमले की सुबह उन्होंने अपने प्रेमी को वीडियो भेजा, जिसके आधार पर उनकी पहचान हुई।
जनवरी 2024 में उन्हें करीना अरियेव के साथ एक वीडियो में दिखाया गया। डेनिएला एक प्रतिभाशाली संगीतकार हैं और पियानो व गायन में पेशेवर करियर बनाने की आकांक्षी हैं।
नामा लेवी, 20 वर्ष
नामा लेवी को गाजा सीमा पर सैन्य सेवा के दौरान बंधक बनाया गया। उनके अपहरण के वीडियो में उन्हें खून से सने कपड़ों में दिखाया गया। अन्य तस्वीरों में उनके चेहरे पर सूजन थी।
नामा का पालन-पोषण भारत में हुआ, जहां उन्होंने अमेरिकी अंतरराष्ट्रीय स्कूल में पढ़ाई की। वह हैंड्स ऑफ पीस कार्यक्रम में भी भाग ले चुकी हैं, जो इजरायली और फिलिस्तीनी युवाओं के बीच शांति को बढ़ावा देता है।
नामा एक कुशल ट्रायथलीट हैं। उनके परिवार और दोस्तों ने उन्हें सौम्य, शांतिप्रिय, लेकिन दृढ़ निश्चयी व्यक्तित्व के रूप में वर्णित किया।