रवींद्र जडेजा ऑलराउंड प्रदर्शन से छाए
रणजी ट्रॉफी के इस मुकाबले में भारतीय टेस्ट क्रिकेट के बड़े नामों ने बेहद निराश किया। रोहित शर्मा, शुभमन गिल, ऋषभ पंत और यशस्वी जायसवाल जैसे बल्लेबाज कुल मिलाकर सिर्फ 45 गेंदों में 12 रन ही जोड़ सके। हालांकि विराट कोहली और केएल राहुल ने इस राउंड में हिस्सा नहीं लिया, रवींद्र जडेजा ने पांच विकेट लेकर और 36 गेंदों में 38 रन बनाकर अपनी छाप छोड़ी।
रोहित शर्मा: वो पुल शॉट जो बन गया कमजोरी
स्कोर: c पारस डोगरा b उमर नजीर 3 (19)
कभी रोहित शर्मा का पुल शॉट उनकी पहचान हुआ करता था, लेकिन अब वही शॉट उनकी कमजोरी बन गया है। बांद्रा बीकेसी मैदान पर रोहित का यह शॉट उनकी हिचकिचाहट का शिकार हो गया। उमर नजीर की एक शॉर्ट गेंद पर उनके पास फैसला लेने का पूरा समय था, लेकिन उन्होंने कन्फ्यूजन में गलत विकल्प चुना।
गेंद को स्विवेल पुल करने के बजाय उन्होंने इसे हिप्स से flick करने की कोशिश की, लेकिन बैट की स्थिति न तो पूरी तरह क्षैतिज थी और न ही लंबवत। नतीजतन, बल्ले का किनारा लगा और गेंद मिड-ऑफ पर कैच हो गई। हाल के टेस्ट मैचों में भी रोहित का यह शॉट, जो कभी उनकी ताकत हुआ करता था, अब उनके लिए चुनौती बन गया है।
यशस्वी जायसवाल: ऑस्ट्रेलिया से वापस आते ही चूक गए
स्कोर: lbw b औकिब नबी 4 (8)
यशस्वी जायसवाल के लिए यह पारी मानो ऑस्ट्रेलिया की यादों में फंसी हुई थी। औकिब नबी की एक अच्छी लेंथ की गेंद, जो थोड़ी अंदर की ओर आई, उन्हें पूरी तरह चौंका गई। ऑस्ट्रेलिया की उछाल भरी पिचों पर इस लेंथ की गेंद स्टंप्स के ऊपर से गुजर जाती, लेकिन बीकेसी की धीमी पिच पर गेंद ने उनका बचाव तोड़ दिया।
जायसवाल ने शुरुआत में संतुलित खेल दिखाया, लेकिन भारतीय परिस्थितियों के अनुरूप जल्दी से खुद को ढालने में असफल रहे। यह कमी उनके तकनीकी पक्ष में सुधार की ओर इशारा करती है।
शुभमन गिल: खूबसूरती के साथ कमजोरी भी
स्कोर: c कृष्णन श्रीजिथ b अभिलाष शेट्टी 4 (8)
शुभमन गिल की ऑफ-साइड पर ड्राइव्स उनकी बल्लेबाजी की सबसे बड़ी खूबसूरती हैं। लेकिन यही खूबसूरती उनकी कमजोरी भी बन जाती है। अभिलाष शेट्टी की बाहर जाती गेंद पर गिल का फ्रंट फुट सही समय पर आगे नहीं बढ़ा, और उन्होंने बल्ले से केवल हाथों का इस्तेमाल किया।
गेंद बल्ले का अंदरूनी किनारा लेकर विकेटकीपर श्रीजिथ के पास चली गई, जिन्होंने अपने दाहिनी ओर जाते हुए शानदार कैच लपका। शुभमन को अपने शुरुआती खेल में संयम और तकनीकी सुधार की जरूरत है, खासकर इंग्लैंड जैसी परिस्थितियों में।
ऋषभ पंत: जोखिम भरे शॉट ने फिर किया निराश
स्कोर: c प्रेरक मांकड b डी जडेजा 1 (10)
ऋषभ पंत की स्पिनरों के खिलाफ स्लॉग स्वीप खेलने की क्षमता अक्सर उनकी ताकत रही है, लेकिन हाल के मैचों में यही शॉट उनके लिए चुनौती बन गया है। धर्मेन्द्रसिंह जडेजा की गेंद पर पंत ने बड़ी हिट लगाने की कोशिश की, लेकिन गेंद सीधे डीप मिडविकेट पर खड़े प्रेरक मांकड के हाथों में चली गई।
न्यूजीलैंड के खिलाफ हालिया टेस्ट मैचों में भी पंत का यह शॉट उनकी कमजोरी साबित हुआ, जहां वे गेंद की लेंथ और बाउंस को गलत पढ़ बैठे। उनकी मौजूदा कमजोरियां यह संकेत देती हैं कि शायद उनके घुटने की चोट का असर अब भी उनके बेस को कमजोर बना रहा है।
रवींद्र जडेजा: प्रदर्शन का इकलौता सितारा
प्रदर्शन: 5/66 और 38 (36)
रवींद्र जडेजा ने एक बार फिर साबित किया कि जब भी उन्हें अपनी फॉर्म सुधारने की जरूरत होती है, वह अपने घरेलू मैदान पर लौट आते हैं। शानदार पांच विकेट लेकर उन्होंने विपक्षी टीम को बैकफुट पर धकेल दिया। इसके बाद 36 गेंदों में तीन छक्कों की मदद से उनकी तेज पारी ने टीम के लिए बहुमूल्य रन जोड़े।
जडेजा की यह प्रदर्शन क्षमता दिखाती है कि जब भी उन्हें दबाव में डाला जाता है, वह हर बार उससे उभर कर सामने आते हैं।
भारतीय सितारों के लिए चिंता की बात
रणजी ट्रॉफी के इस मुकाबले में रोहित, गिल, जायसवाल और पंत की असफलता सिर्फ व्यक्तिगत प्रदर्शन की कमी नहीं दिखाती, बल्कि यह उनकी तैयारी पर भी सवाल खड़े करती है। आगामी अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट्स, खासकर चैंपियंस ट्रॉफी के मद्देनजर, इन खिलाड़ियों को अपनी लय हासिल करने के लिए घरेलू क्रिकेट का पूरा लाभ उठाना होगा।
जहां रवींद्र जडेजा की शानदार ऑलराउंड क्षमता ने उम्मीद की किरण दिखाई, वहीं भारतीय टेस्ट टीम के प्रमुख खिलाड़ियों की यह विफलता आगामी चुनौतियों के लिए चेतावनी के तौर पर देखी जानी चाहिए।