प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने डोनाल्ड ट्रंप को अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ लेने पर हार्दिक बधाई दी। उन्होंने ट्रंप के ऐतिहासिक शपथ ग्रहण को अमेरिकी इतिहास में एक महत्वपूर्ण क्षण बताया।
प्रधानमंत्री मोदी का संदेश:
“मेरे प्रिय मित्र राष्ट्रपति @realDonaldTrump को अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति के रूप में ऐतिहासिक शपथ ग्रहण के लिए बधाई! हमारे दोनों देशों के हित में मिलकर कार्य करने और दुनिया के लिए एक उज्ज्वल भविष्य गढ़ने की अपेक्षा करता हूं। आपके सफल कार्यकाल के लिए शुभकामनाएं!” प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट किया।
शपथ ग्रहण समारोह का भव्य आयोजन:
डोनाल्ड ट्रंप ने वॉशिंगटन डीसी के यूएस कैपिटल में 60वें राष्ट्रपति पद के शपथ ग्रहण समारोह में अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली। उन्हें अमेरिका के मुख्य न्यायाधीश जॉन रॉबर्ट्स ने पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई।
विदेश मंत्री जयशंकर ने किया भारत का प्रतिनिधित्व:
प्रधानमंत्री मोदी के विशेष दूत के रूप में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने शपथ ग्रहण समारोह में भाग लिया। वे ट्रंप के लिए प्रधानमंत्री का एक व्यक्तिगत पत्र लेकर गए।
जयशंकर ने एक्स पर लिखा, “आज वॉशिंगटन डीसी में अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति के शपथ ग्रहण समारोह में भारत का प्रतिनिधित्व करना मेरे लिए सम्मान की बात है। प्रधानमंत्री मोदी के विशेष दूत के रूप में इस ऐतिहासिक अवसर पर शामिल होना गर्व का विषय है।”
ट्रंप का नया युग और ‘गोल्डन एज ऑफ अमेरिका’ का संकल्प:
शपथ लेने के कुछ ही मिनट बाद, डोनाल्ड ट्रंप ने “अमेरिकी महानता के नए युग” की शुरुआत का संकल्प लिया।
उन्होंने कहा, “अमेरिका का स्वर्णिम युग अब शुरू हो चुका है।” ट्रंप ने अतीत की कठिनाइयों और हत्या के प्रयासों का उल्लेख करते हुए कहा कि उन्हें भगवान ने अमेरिका को फिर से महान बनाने के लिए बचाया है।
ट्रंप का नया वादा:
“हमारी शीर्ष प्राथमिकता एक ऐसा राष्ट्र बनाना है जो गौरवशाली, समृद्ध और स्वतंत्र हो। अमेरिका जल्द ही पहले से भी अधिक महान, मजबूत और अभूतपूर्व बनेगा। मैं पूरी आत्मविश्वास और आशा के साथ राष्ट्रपति पद पर लौट रहा हूं, यह विश्वास रखते हुए कि यह राष्ट्रीय सफलता के एक नए, रोमांचक युग की शुरुआत है,” ट्रंप ने कहा।
रिपब्लिकन नेता का दृष्टिकोण:
अपने संबोधन में उन्होंने अमेरिका को दुनिया का सबसे मजबूत और अद्वितीय राष्ट्र बनाने के लिए प्रतिबद्धता जताई। उनका भाषण अमेरिकी जनता के लिए भविष्य की संभावनाओं और आशाओं का प्रतीक बन गया।