प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए बताया कि उन्होंने अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का डिनर निमंत्रण यह कहते हुए ठुकरा दिया कि “महाप्रभु की धरती पर आना ज़्यादा महत्वपूर्ण है।”
🇮🇳 डिनर आमंत्रण का प्रसंग:
प्रधानमंत्री ने बताया कि जब वह कनाडा में जी-7 सम्मेलन में थे, तब अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने उन्हें फोन किया और कहा, “चूंकि तुम कनाडा में हो, तो वाशिंगटन होकर आओ, डिनर करते हैं और बातचीत भी।”
मोदी ने विनम्रता से यह निमंत्रण ठुकरा दिया और कहा, “मैंने राष्ट्रपति ट्रंप से कहा, आपके निमंत्रण के लिए धन्यवाद, लेकिन मुझे महाप्रभु की धरती (ओडिशा) जाना बहुत जरूरी है।”
उन्होंने कहा कि “आप सभी की महाप्रभु के प्रति श्रद्धा और प्रेम मुझे यहां खींच लाया।”
🗣️ ओडिशा रैली में कांग्रेस पर निशाना:
प्रधानमंत्री मोदी ने कांग्रेस पार्टी पर भी तीखा हमला बोला और आरोप लगाया कि उसने दशकों तक आदिवासी समुदाय की उपेक्षा की और उनके क्षेत्रों को “रेड कॉरिडोर” कहकर सिर्फ राजनीतिक लाभ के लिए इस्तेमाल किया।
🔹 कांग्रेस शासन पर आरोप:
- आदिवासी जिलों को जानबूझकर पिछड़ा बनाए रखा गया
- 125 से अधिक आदिवासी जिलों में वर्षों तक माओवादी हिंसा फैली रही
- इन क्षेत्रों को “रेड कॉरिडोर” का नाम देकर बदनाम किया गया
🔹 भ्रष्टाचार और पिछड़ेपन का मुद्दा:
- कांग्रेस शासन में बुनियादी ढांचे का अभाव
- पिछली सरकारों में विकास की कोई योजना नहीं थी
- “देश में वर्षों तक सुशासन का अभाव रहा,” पीएम मोदी का आरोप
🎉 भाजपा सरकार की उपलब्धियां – ओडिशा में एक साल का कार्यकाल
प्रधानमंत्री ने ओडिशा में पहली भाजपा सरकार के एक वर्ष पूरा होने के अवसर पर कहा:
✅ सरकार की विशेषताएं:
- “यह वर्ष सिर्फ सरकार का नहीं, सुशासन की स्थापना का वर्ष है”
- जनसेवा और जनविश्वास को समर्पित वर्ष
- “भाजपा सरकार ने जनता की सेवा को ही प्राथमिकता दी है”
🔓 पुरी के जगन्नाथ मंदिर के चारों द्वार और ‘रत्न भंडार’ खोले गए:
- वर्षों पुरानी मांग को पूरा किया गया
- “भाजपा ने वह किया जो दशकों तक नहीं हुआ,” पीएम मोदी
📌 निष्कर्ष:
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का यह भाषण कई संदेश लेकर आया—अंतरराष्ट्रीय कूटनीति और धार्मिक आस्था के बीच संतुलन, विपक्ष पर करारा हमला, और ओडिशा में भाजपा सरकार की उपलब्धियों का बखान।
डोनाल्ड ट्रंप के डिनर आमंत्रण को ठुकराकर पीएम मोदी ने यह भी दर्शाया कि उनके लिए राष्ट्र और संस्कृति सर्वोपरि हैं। साथ ही कांग्रेस और पुरानी सरकारों पर हमला कर उन्होंने आगामी चुनावी रणनीति को भी धार दी है।
यह भाषण निश्चित रूप से ओडिशा के राजनीतिक परिदृश्य को प्रभावित करेगा और आदिवासी मतदाताओं तक भाजपा के संदेश को मजबूती से पहुंचाएगा।