प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार के सिवान में एक विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय जनता दल (RJD) और कांग्रेस पर तीखा राजनीतिक हमला बोला। यह प्रतिक्रिया लालू प्रसाद यादव के 78वें जन्मदिन के दौरान वायरल हुए एक वीडियो पर आई, जिसमें उनके पैरों के पास डॉ. भीमराव अंबेडकर की तस्वीर दिखाई दे रही थी। यह वीडियो जैसे ही सोशल मीडिया पर सामने आया, पूरे राज्य और देश में राजनीतिक उबाल आ गया।
प्रधानमंत्री ने इसे दलितों और पिछड़े वर्गों का गंभीर अपमान करार देते हुए कहा, “पूरे देश ने देखा कि RJD ने बाबासाहेब की तस्वीर के साथ क्या किया… मुझे पता है कि ये लोग माफी नहीं मांगेंगे क्योंकि इन्हें दलितों और पिछड़ों का कोई सम्मान नहीं है।”
🔑 मुख्य बिंदु:
🔹 अंबेडकर की तस्वीर विवाद पर पीएम मोदी का बयान
- वायरल वीडियो में लालू यादव के पैरों के पास डॉ. अंबेडकर की तस्वीर रखी होने का दावा
- सोशल मीडिया पर इस क्लिप को लेकर कई दलित संगठनों और भाजपा नेताओं ने विरोध जताया
- पीएम मोदी ने कहा: “ये वही लोग हैं जो दलितों के नाम पर राजनीति करते हैं, लेकिन उनके प्रतीकों का अपमान करते हैं”
🔹 कांग्रेस और RJD के शासन पर तीखा हमला
- पीएम मोदी ने कहा, “इन पार्टियों ने बिहार को गरीबी और पलायन में धकेल दिया है”
- ‘लाइसेंस राज’ का उदाहरण देते हुए कांग्रेस नेताओं पर निजी संपत्ति बढ़ाने का आरोप
- लालू यादव के शासनकाल को ‘जंगल राज’ कहते हुए कानून व्यवस्था पर भी गंभीर सवाल खड़े किए
- उन्होंने कहा, “इनकी राजनीति सिर्फ परिवार और सत्ता के लिए होती है, जनता की चिंता इन्हें नहीं”
🔹 NDA सरकार की प्रमुख उपलब्धियां
- प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछले 10 वर्षों में NDA सरकार ने बिहार में बुनियादी ढांचे पर अभूतपूर्व कार्य किया है:
- 1.5 करोड़ घरों को बिजली और जल कनेक्शन
- 45,000 से अधिक कॉमन सर्विस सेंटर (CSC) स्थापित
- ग्रामीण क्षेत्रों में 55,000 किमी से अधिक सड़कें बनाई गईं
- शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार के क्षेत्र में ठोस प्रगति
- उन्होंने कहा, “बिहार आज तेज़ी से बदल रहा है और भारत की अर्थव्यवस्था में अहम भूमिका निभा रहा है”
🔹 आगामी विधानसभा चुनावों की पृष्ठभूमि
- प्रधानमंत्री का यह भाषण ऐसे समय में आया है जब राज्य में विधानसभा चुनाव नज़दीक हैं
- उन्होंने जनता से अपील की कि “NDA को समर्थन देकर बिहार के विकास को निरंतर बनाए रखें”
- साथ ही यह भी कहा कि “अब बिहार को फिर से अराजकता और वंशवाद की राजनीति में नहीं लौटना चाहिए”
📊 तुलना तालिका: RJD बनाम NDA सरकार का दृष्टिकोण
पहलू | RJD/कांग्रेस शासनकाल | NDA शासनकाल |
---|---|---|
कानून व्यवस्था | उच्च अपराध दर, जंगलराज | अपराध पर नियंत्रण, आधुनिक पुलिस व्यवस्था |
आधारभूत संरचना | खराब सड़कें, बिजली-पानी की कमी | 55,000 किमी सड़कें, 1.5 करोड़ बिजली/जल कनेक्शन |
सामाजिक न्याय | प्रतीकों का राजनीतिक उपयोग | योजनाओं से वास्तविक लाभ |
रोजगार व पलायन | युवाओं का बड़े पैमाने पर पलायन | स्टार्टअप, PMEGP, CSC से स्थानीय रोजगार |
शासन का मॉडल | परिवारवाद केंद्रित | विकास केंद्रित और पारदर्शी शासन |
💬 राजनीतिक प्रतिक्रियाएं और दलित संगठनों की मांग
- वीडियो को लेकर दलित संगठनों ने RJD से सार्वजनिक माफी की मांग की है
- भाजपा ने राज्य के विभिन्न जिलों में धरना-प्रदर्शन किया
- विपक्षी दलों ने इस मुद्दे को ‘राजनीतिक स्टंट’ बताते हुए खारिज किया
- वहीं सोशल मीडिया पर इस मुद्दे को लेकर बहस तेज़ हो गई है
📌 निष्कर्ष:
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार की जनसभा में स्पष्ट संदेश दिया कि RJD और कांग्रेस को दलितों, पिछड़ों और राज्य के विकास से कोई सरोकार नहीं है। उन्होंने NDA सरकार की योजनाएं, प्रगति और बिहार की आकांक्षाओं को सामने रखा और जनता से विकास के रास्ते को चुनने की अपील की।
यह भाषण जहां एक ओर विपक्ष पर तीखा प्रहार था, वहीं दूसरी ओर यह एक सशक्त चुनावी रणनीति का संकेत भी है। सामाजिक न्याय, विकास और पारदर्शी शासन जैसे विषयों को सामने रखकर प्रधानमंत्री ने आने वाले चुनावों के लिए NDA की नींव मजबूत की है।