परिचय
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को पंजाब के अदमपुर एयरबेस का दौरा किया। इस दौरान एक छवि ने पाकिस्तान के दुष्प्रचार को पूरी तरह से खारिज कर दिया। उस तस्वीर में पीएम मोदी जवानों का अभिवादन करते हुए नजर आए, जबकि पृष्ठभूमि में मिग-29 जेट और अडिग खड़ा एस-400 एयर डिफेंस सिस्टम स्पष्ट रूप से दिख रहा था।
पाकिस्तान के दावे पर करारा प्रहार
अदमपुर दौरे के दौरान यह तस्वीर दोहरे संदेश का प्रतीक बनी। एक तरफ इसने पाकिस्तान के उस झूठ का पर्दाफाश किया जिसमें उसने दावा किया था कि उसके जेएफ-17 फाइटर जेट्स द्वारा दागी गई मिसाइलों ने अदमपुर में एस-400 एयर डिफेंस सिस्टम को नष्ट कर दिया। दूसरी ओर, इसने पीएम मोदी की राष्ट्रीय सुरक्षा के प्रति अडिग प्रतिबद्धता को दर्शाया।
अदमपुर एयरबेस, जो भारत का दूसरा सबसे बड़ा एयरबेस है, पर पीएम मोदी का दौरा उस दिन हुआ जब उन्होंने पाकिस्तान को कड़ा संदेश दिया कि भारत ने आतंकवादी शिविरों और सैन्य ठिकानों पर आक्रामक कार्रवाई को फिलहाल स्थगित किया है। सुबह-सवेरे पीएम ने वायुसेना के जवानों से बातचीत की, जो हाल ही में पाकिस्तान के ड्रोन और मिसाइल हमलों का सफलतापूर्वक प्रतिरोध कर चुके थे।
पीएम मोदी का साहसिक संदेश
प्रधानमंत्री ने ट्विटर पर लिखा, “अदमपुर एयरबेस पर जाकर हमारे वीर वायुवीरों और सैनिकों से मिलना एक विशेष अनुभव रहा। जो साहस, संकल्प और निडरता का प्रतीक हैं, उनके साथ रहना गर्व की बात है। भारत सदैव हमारे सशस्त्र बलों का आभारी रहेगा।”
पाकिस्तान का झूठ और हकीकत
पिछले सप्ताह अदमपुर एयरबेस पर पाकिस्तान ने ड्रोन और मिसाइल हमले किए थे। ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद पाकिस्तान ने एस-400 डिफेंस सिस्टम को नष्ट करने का दावा किया था। लेकिन भारतीय ‘सुदर्शन चक्र’ (एस-400 एयर डिफेंस सिस्टम) ने उनके सभी प्रक्षेपास्त्रों को नष्ट कर दिया।
हमला नाकाम रहने के बाद पाकिस्तान ने फर्जी वीडियो और झूठी खबरों का सहारा लिया। पाकिस्तानी सेना ने अदमपुर एयरबेस की एक सैटेलाइट छवि जारी कर दावा किया कि “एस-400 नष्ट हो गया!”। लेकिन तस्वीर में न तो कोई गड्ढा था, न मलबा और न ही कोई क्षति। सोशल मीडिया पर लोगों ने तुरंत इस झूठ को उजागर किया।
प्रधानमंत्री द्वारा साझा की गई तस्वीरों में एयरबेस और रनवे को बिना किसी नुकसान के देखा जा सकता है। इन तस्वीरों के वायरल होते ही विशेषज्ञों और राजनेताओं ने पीएम मोदी के इस तथ्य-जांच कदम की सराहना की।
अदमपुर एयरबेस का महत्व
इतिहास के पन्नों में अदमपुर एयरबेस का स्थान अहम है। 1965 के युद्ध के दौरान पाकिस्तान ने इसे निशाना बनाया, लेकिन इसे भेदने में नाकाम रहा। रणनीतिक दृष्टिकोण से यह एयरबेस भारत की उत्तरी वायु रक्षा के लिए बेहद महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह सीमा से मात्र 100 किमी की दूरी पर स्थित है।
2022 में यहां पहली बार एस-400 एयर डिफेंस यूनिट तैनात की गई थी। वर्तमान में यह मिग-29 और सु-30 एमकेआई जैसे अत्याधुनिक लड़ाकू विमानों का केंद्र है। साथ ही, इसके निगरानी और रडार सिस्टम पंजाब, जम्मू-कश्मीर और राजस्थान जैसे राज्यों की सुरक्षा सुनिश्चित करते हैं।
निष्कर्ष
प्रधानमंत्री मोदी का अदमपुर दौरा न केवल पाकिस्तान के झूठ का पर्दाफाश था, बल्कि यह भारत के सशस्त्र बलों के प्रति अटूट आस्था का भी परिचायक था। इस दौरे ने यह स्पष्ट संदेश दिया कि भारत अपनी संप्रभुता और सुरक्षा के प्रति सतर्क और प्रतिबद्ध है।