अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पनामा नहर पर ज्यादा शुल्क वसुलने पर हुये नाराज, पनामा नहर को कब्जे में करने की दी धमकी, राष्ट्रपति मुलिनो का जवाब पनामा नहर का हर वर्ग मीटर हमारा है
अमेरिका के जन्म निर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पनामा नहर के विषय में तीखी प्रतिक्रिया दी है। डोनाल्ड ट्रंप का कहना है कि अगर हमसे बेवजह का शुल्क वसूला जाता रहा तो पनामा नहर पर हम दोबारा नियंत्रण पा सकते हैं। जिसे हमने मूर्खतापूर्ण तरीके से अपने मध्य अमेरिकी सहयोगी को सौंप दिया था पनामा के राष्ट्रपति मुलिनी ने कहा कि पनामा की स्वतंत्रता से कोई समझौता नहीं किया जा सकता और नहर के प्रशासन पर चीन का कोई प्रभाव नहीं है। मुलिनो ने कहा कि पनामा नहर और आसपास के क्षेत्र का हर इंच पनामा का है
क्या है पनामा नहर का इतिहास
अमेरिका ने पनामा नहर का निर्माण करवाया था। पनामा नहर बयासी किलोमीटर लंबी है जो कि अटलांटिक महासागर प्रशांत महासागर को आपस में जोड़ती है। अमेरिका के लिए यह नहर काफी खास है अमेरिका का समुद्री व्यापार पनामा नहर के जरिए होता है। यह नहर कई देशों के समुद्री व्यापार का हिस्सा है। शुरू में 1881 में इसे फ्रांस ने बनवाना शुरू किया था। 1904 से अमेरिका ने बनवाया था। 1914 में यह नहर बनकर तैयार हो गई थी। 1914 से 1977 तक यह नहर अमेरिका के नियंत्रण में थी। 1999 में अमेरिका ने पनामा नहर को पनामा को दे दिया था। कई सालों तक अमेरिका ने ही पनामा नहर के आसपास के क्षेत्रों की देखभाल की थी। अमेरिका और पनामा में 1977 में दो समझौते किए गए। जिसमें अमेरिका ने 1999 में मार्ग का नियंत्रण पनामा देश के नियंत्रण में दे दिया था। अमेरिका के 375,000,000 डॉलर पनामा नहर को बनवाने में खर्च हुए थे। पनामा नहर को बनवाते समय अमेरिका के 5609 व्यक्तियों की मृत्यु हुई थी। उस समय अमेरिका का यह सबसे बड़ा निर्माण था जिसमें सबसे अधिक जान और माल का व्यय हुआ था।
अमेरिका को पनामा नहर से क्या फायदा हुआ
अमेरिका ने द्वितीय महायुद्ध के समय इस नहर को बनवाया था। इसे बनाने के बाद अमेरिका का नियंत्रण दोनों महासागरों पर हो गया था। समुद्र के रास्ते ही उस समय युद्ध लड़े गए थे जिसके कारण संयुक्त राज्य अमेरिका सबसे बड़ा ताकतवर राष्ट्र बनकर उभरा था। पनामा नहर अभी भी अमेरिका के समुद्री व्यापार की मुख्य आवश्यकता है।
क्या है यह पूरा मामला
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि पनामा नहर के मध्य अमेरिकी मार्ग का उपयोग करने के लिए पनामा अमेरिकी जहाज से काफी ज्यादा शुल्क ले रहा है। अगर ऐसा ही चलता रहा तो अमेरिका पनामा को दोबारा से अपने नियंत्रण में ले लेगा।
क्या कहना है इस विषय में पनामा के राष्ट्रपति मुलीनो का
पनामा के राष्ट्रपति मुलिनो ने कहा की पनामा नहर से गुजरने वाले जहाज पर लगने वाला शुल्क मनमाना नहीं है। इसे विशेषज्ञों ने निर्धारित किया है। और उसके साथ ही उन्होंने ट्रंप की धमकी का जवाब देते हुए कहा कि पनामा नहर की एक-एक इंच पनामा की है। राष्ट्रपति मुलिनो ने कहा कि इसमें चीनी प्रभाव कहीं भी नहीं है।
क्या जवाब दिया अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने
राष्ट्रपति ने एक कार्यक्रम में समर्थकों को संबोधित करते हुए कहा था कि हम नहर को गलत हाथों में नहीं जाने देंगे। इस कार्यक्रम के बाद ट्रंप ने सोशल मीडिया पर अमेरिकी ध्वज की एक पोस्ट डालते हुए लिखा अमेरिकी नहर में आपका स्वागत है। साथ ही साथ ट्रंप ने मुलिनो को जवाब देते हुए कहा कि हम इस बारे में देखेंगे