खुज़दार, बलूचिस्तान — बुधवार की सुबह पाकिस्तान के अशांत बलूचिस्तान प्रांत में एक भयावह आत्मघाती हमले में तीन मासूम बच्चों समेत पांच लोगों की जान चली गई। यह दर्दनाक घटना तब हुई जब एक स्कूल बस आर्मी पब्लिक स्कूल की ओर जा रही थी। अधिकारियों का कहना है कि एक हमलावर ने विस्फोटकों से भरी गाड़ी बस में टकरा दी और फिर खुद को उड़ा लिया।
पुलिस के अनुसार प्रारंभिक जांच से संकेत मिला है कि यह एक सुनियोजित आत्मघाती हमला था। हादसे में जान गंवाने वालों में बस का चालक और एक सुरक्षा गार्ड भी शामिल हैं, जबकि दर्जनों बच्चे गंभीर रूप से घायल हैं।
🕊️ मारे गए बच्चों की पहचान
हमले में जिन तीन बच्चों की जान गई, वे हैं — 12 वर्षीय हिफ्सा कौसर, 16 वर्षीय एशा सलीम और 12 वर्षीय सानिया सोमरो। इन मासूमों की मौत ने पूरे देश को स्तब्ध कर दिया है।
🔥 पाकिस्तान का आरोप: “भारत की साजिश”
अब तक किसी भी आतंकी संगठन ने इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है, लेकिन पाकिस्तान की सेना ने एक बयान जारी करते हुए भारत पर हमला “रचने और संचालित” करने का आरोप लगाया है। सेना के मीडिया विभाग ने कहा:
“भारत अपने आतंकवादी एजेंटों का उपयोग कर रहा है ताकि पाकिस्तान में मासूम बच्चों और नागरिकों को निशाना बनाया जा सके।”
🇮🇳 भारत का खंडन
भारत के विदेश मंत्रालय ने इन आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए उन्हें “बेबुनियाद और तथ्यहीन” करार दिया है। बयान में कहा गया कि भारत का पाकिस्तान में अस्थिरता फैलाने से कोई संबंध नहीं है।
🌍 भारत-पाक तनाव का पृष्ठभूमि
यह हमला ऐसे समय में हुआ है जब भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव अपने चरम पर है। मई की शुरुआत में दोनों परमाणु संपन्न देशों ने एक-दूसरे की सीमाओं में ड्रोन और मिसाइल हमले किए थे। 10 मई को संघर्षविराम घोषित हुआ, लेकिन दोनों देशों के बीच अविश्वास की खाई और गहरी हो चुकी है।
इस पूरे टकराव की जड़ अप्रैल में भारतीय कश्मीर में हुए आतंकी हमले में छिपी है, जिसमें 26 लोगों की मौत हुई थी। भारत ने इसे पाकिस्तान समर्थित आतंकियों की करतूत बताया और सीमापार आतंकी ठिकानों पर मिसाइल हमले किए। जवाब में पाकिस्तान ने भारतीय सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया।
💬 “आने वाले हमले युद्ध माने जाएंगे”: भारत
संघर्षविराम के बाद भारत ने स्पष्ट कर दिया है कि भविष्य में उसके भूभाग पर हुआ कोई भी आतंकी हमला युद्ध की कार्यवाही माना जाएगा। उधर, पाकिस्तान इस पूरे विवाद से पल्ला झाड़ते हुए भारत पर लगातार आतंकी घटनाओं को बढ़ावा देने का आरोप लगा रहा है।
🔥 बलूचिस्तान और खैबर पख्तूनख्वा: आतंक का केंद्र
पाकिस्तान का दावा है कि भारत द्वारा समर्थित आतंकी संगठन बलूचिस्तान और खैबर पख्तूनख्वा में सक्रिय हैं। बलूचिस्तान में बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) आत्मघाती हमलों और हाल ही में एक ट्रेन हाईजैक की घटनाओं के पीछे मानी जा रही है। वहीं अफगान सीमा से सटे खैबर पख्तूनख्वा में पाकिस्तानी तालिबान (TTP) की गतिविधियाँ बढ़ती जा रही हैं।
🗣️ शाहबाज़ शरीफ़ का तीखा बयान
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहबाज़ शरीफ़ ने भी भारत पर सीधा आरोप लगाते हुए कहा:
“भारतीय संरक्षण में चल रहे आतंकवादी जब मासूम बच्चों को निशाना बनाते हैं, तो यह उनकी दुश्मनी का खुला प्रमाण है।”
बलूचिस्तान सरकार के प्रवक्ता शाहिद रिंद ने इस हमले को भारत प्रायोजित आतंकवाद का “क्रूर चेहरा” बताया।
🏫 पिछली भयावहता की याद
इस हमले ने वर्ष 2014 में पेशावर के आर्मी पब्लिक स्कूल में हुए नरसंहार की यादें ताज़ा कर दी हैं, जब TTP आतंकियों ने 130 से अधिक बच्चों को मौत के घाट उतार दिया था। यह पाकिस्तान के इतिहास का सबसे भयानक आतंकी हमला था जिसमें बच्चे निशाना बने थे।
🔚 निष्कर्ष
स्कूल बस पर हुआ यह हमला न केवल पाकिस्तान को दहला गया, बल्कि क्षेत्रीय स्थिरता के लिए भी बड़ा खतरा बन गया है। आरोपों और प्रत्यारोपों के इस सिलसिले में असल पीड़ित वे मासूम बच्चे हैं जो शिक्षा और भविष्य के सपने लेकर निकले थे… लेकिन घर लौटना नसीब नहीं हुआ।